महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव के दौरान उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने अमरावती में कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे पर निशाना साधा। सीएम ने कहा कि कांग्रेस अध्यक्ष को मुझ पर नहीं बल्कि हैदराबाद के निजाम पर गुस्सा करना चाहिए, जिसने उनका गांव जला दिया था और उनके परिजनों को भी आग के हवाले करके मार दिया था। सीएम योगी ने यह बात कांग्रेस अध्यक्ष के एक हालिया बयान के जवाब में कही, जिसमें खड़गे ने योगी का ज़िक्र किया था। अब सवाल यह है सीएम योगी मल्लिकार्जुन खड़गे के गांव को लेकर जो बात कहीं और किस्से का ज़िक्र किया, वो है क्या? और कब हुआ था?
किसने लगाई थी मल्लिकार्जुन खड़गे के गांव में आग?
यूपी सीएम योगी आदित्यनाथ ने खड़गे की पृष्ठभूमि का ज़िक्र करते हुए कहा, “खड़गे का गांव वरवट्टी एक समय हैदराबाद के निज़ाम के शासन में आता था। उस समय ब्रिटिश साम्राज्य ने मुस्लिम लीग को देश को विभाजित करने के लिए प्रोत्साहित किया और कांग्रेस नेतृत्व ने आत्मसमर्पण कर दिया। स्वतंत्रता के बाद सत्ता खोने के डर से निज़ाम ने हिंसा की आग फैला दी और खड़गे जी के गांव को नुकसान उठाना पड़ा। रजाकारों ने इसे जला दिया, उनके परिवार को भी निज़ाम की सेना ने जलाकर मार डाला।”
मीडिया रिपोर्ट्स के हवाले से लिखा गया है कि यह 1946 का मामला था जब मल्लिकार्जुन खड़गे के गांव वरवट्टी में निजाम के कुछ सैनिकों (रजाकारों) ने आग लगा दी थी। जिन घरों में आग लगाई गई थी उनमें से एक घर खड़गे का था, ऐसा दावा किया जाता है। यह भी दावा किया जाता है कि इस घटना में उनकी मां और बहन की जलकर मौत हो गई थी। इस बात का ज़िक्र मल्लिकार्जुन खड़गे के बेटे प्रियांक खड़गे ने एक इंटरव्यू के दौरान किया था।
हिंदुस्तान की खबर के मुताबिक प्रियांक खड़गे ने एक इंटरव्यू के दौरान कहा था कि निजाम ने पूरे इलाके में तोड़फोड़ और लूट मचाई थी। जिस वक़्त उनके घर पर हमला हुआ खड़गे 3 साल के थे और उनकी मां और बहन के साथ घर में थे। जैसे-तैसे उन्हें बचा लिया गया लेकिन उनकी बहन और मां की मौत हो गई थी।