पश्चिम अफ्रीकी देश नाइजर (Niger West African country) के डोसो क्षेत्र में 15 जुलाई को हुए एक जघन्य आतंकी हमले (Terrorist Attack) में दो भारतीय नागरिकों की मृत्यु हो गई, जबकि एक अन्य भारतीय नागरिक को किडनैप कर लिया गया। इस बात की पुष्टि भारतीय दूतावास ने की है। हालांकि, रणजीत सिंह का परिवार उन्हें सही सलामत वापस लाने के लिए सरकार से मदद की गुहार लगा रहा है।

जम्मू-कश्मीर के रामबन जिले के रहने वाले रणजीत सिंह कंस्ट्रक्शन साइट पर काम कर रहे थे, तभी कुछ अज्ञात बंदूकधारियों ने उन पर हमला कर दिया। इसमें दो भारतीयों की मौत हो गई और उन्हें किडनैप कर लिया। उनके गांव चक्का कुंडी में रहने वाले रणजीत सिंह का परिवार बहुत ही ज्यादा चिंतित है। समाचार एजेंसी एएनआई को दिए गए एक इंटरव्यू में रणजीत सिंह के पिता मोहन लाल ने कहा, ‘हम मोदीजी से कहना चाहते हैं कि इस पर कार्रवाई करें, भारत सरकार को उसे वापस लाने के लिए काम करना चाहिए। हम पिछले 5-6 दिनों से परेशान हैं। उसके छोटे बच्चे हैं। हम उसके लिए बहुत चिंतित हैं, उसका अपहरण कहां हुआ है, उसने कुछ खाया भी है या नहीं।’

फ्रीकी देश नाइजर में तख्तापलट का दावा

रणजीत सिंह की मां बहुत परेशान

रणजीत सिंह की मां साधु देवी भी बहुत परेशान हैं। घटना के बाद ना तो उन्होंने कुछ खाया पीया है और ना ही वह सोई हैं। उन्होंने एएनआई से कहा, ‘कृपया मेरे बेटे को वापस लाओ। मैं उसे वापस चाहती हूं। मैं रातों से सोई नहीं हूं और न ही कुछ खाया है। मेरा बेटा कब वापस आएगा।’ साधु देवी की आंखों से आंसू निकल रहे हैं। वह कहती हैं, ‘हम उसके बारे में बहुत चिंतित हैं। उसके तीन छोटे बच्चे हैं, वे भी चिंतित हैं। हम चाहते हैं कि हमारा बेटा सुरक्षित और स्वस्थ घर वापस आ जाए।’

भारतीय दूतावास ने क्या कहा?

नाइजर में मौजूद दूतावास ने कहा कि भारतीय दूतावास मृतकों के पार्थिव शरीर को स्वदेश भेजने व किडनैप किए गए युवक की रिहाई के लिए स्थानीय अधिकारियों से संपर्क में है। मिशन ने नाइजर में सभी भारतीयों को सतर्क रहने की भी चेतावनी दी है। एक्स पर एक पोस्ट में भारतीय दूतावास ने कहा, ‘नाइजर के डोसो क्षेत्र में 15 जुलाई को हुए एक जघन्य आतंकवादी हमले में दो भारतीय नागरिकों की दुखद मृत्यु हो गई और एक का अपहरण कर लिया गया। शोक संतप्त परिवारों के प्रति हमारी हार्दिक संवेदना। नियामे स्थित मिशन पार्थिव शरीर को स्वदेश भेजने और अपहरण किए गए भारतीयों की सुरक्षित रिहाई सुनिश्चित करने के लिए स्थानीय अधिकारियों के संपर्क में है। नाइजर में सभी भारतीयों को सतर्क रहने की सलाह दी जाती है।’