देश के पहले प्रधानमंत्री जवाहर लाल नेहरू का आज जन्मदिन है। नेहरू को बच्चो से बेहद लगाव था इसीलिए उनके जन्मदिन को बाल दिवस के तौर पर मनाया जाता है। उन्हें लेकर सोशल मीडिया में बहुत सी अफवाहें उड़ाई जारी हैं। लेकिन क्या आप जानते हैं नेहरू ऐसे प्रधानमंत्री थे जिनकी तनख्वाह बढ़ने की वजाय घटती गई।
देश आज़ाद होने के बाद नेहरू जब अंतरिम सरकार में शामिल हुए तो उन्हें 17 यॉर्क रोड पर 4 बेडरूम का एक बंगला दिया गया। यॉर्क रोड को अब मोतीलाल नेहरू मार्ग के नाम से जाना जाता है। राष्ट्रीयपिता महात्मा गांधी की हत्या के बाद नेहरू की सुरक्षा बढ़ा दी गई और उनके घर के बाहर पुलिस पोस्ट बनाई गई। लेकिन इसके बाद भी लॉर्ड माउंडबेटन और सरदार पटेल उनकी सुरक्षा को लेकर चिंतित थे। जिसके बाद उन्हें कमांडर-इन-चीफ़ के निवास पर शिफ़्ट कर दिया गया।
नेहरू के असिस्टेंट रहे एमओ मथाई अपनी किताब ‘रेमिनिसेंसेज़ ऑफ़ नेहरू एज’ में लिखते हैं, “जब नेहरू इस घर में आए तो उन्होंने प्रधानमंत्री को मिलने वाले इंटरटेनमेंट का 500 रुपये महीने का भत्ता लेने से इनकार कर दिया।” नेहरू के साथ के कुछ मंत्रियों ने प्रधानमंत्री का वेतन दूसरे मंत्रियों की तुलना में दोगुना करने की मांग भी की। लेकिन नेहरू ने इसे स्वीकार नहीं किया।
बल्कि उसको कम भी कर दिया। आज़ादी के समय प्रधानमंत्री का वेतन 3000 रुपये प्रति माह तय किया गया था लेकिन नेहरू उसे पहले 2250 और फिर 2000 रुपये प्रति माह कर दिया। किताब में बताया गया है कि 1946 के बाद से नेहरू अपनी जेब में हमेशा 200 रुपये रखते थे। ये पैसे वो परेशानी में पड़े लोगों की मदद के लिए रखते थे।