चुनाव आयोग के अधिकारियों ने तमिलनाडु और केरल में 16 मई को होने वाले विधानसभा चुनावों के लिए विभिन्न राजनैतिक दलों के उम्मीदवारों के नामांकन पत्रों की जांच का काम शनिवार को शुरू कर दिया। अधिकारियों ने तमिलनाडु में अन्नाद्रमुक सुप्रीमो जे जयललिता और द्रमुक प्रमुख एम करुणानिधि जैसे शीर्ष नेताओं सहित विभिन्न पार्टियों के उम्मीदवारों के 7,136 नामांकन पत्रों की शनिवार जांच शुरू की।

केरल में 140 सीटों के लिए होने वाले विधानसभा चुनाव में 1,647 प्रत्याशियों के नामांकन पत्रों की जांच शुरू हो गई है।चुनाव आयोग के आंकड़ों के मुताबिक तमिलनाडु में 7,136 उम्मीदवारों ने अपना नामांकन पत्र दायर किया है। इनमें 6,343 पुरुष और 789 महिलाएं हैं। उम्मीदवारों में चार किन्नर भी हैं। तमिलनाडु सरकार ने शनिवार वरिष्ठ आइपीएस अधिकारी केपी माघेंद्रन को डीजीपी (चुनाव) नियुक्त किया और उन्हें राज्य में 16 मई को (234 सीटों पर) होने वाले मतदान के लिए पुलिस से जुड़े सभी चुनाव संबंधित कार्य सौंपे। चुनाव से जुड़ा कोई भी काम करने वाले सभी क्षेत्रीय पुलिस अधिकारी राज्य में चुनाव प्रक्रिया पूरी होने तक माघेंद्रन को रिपोर्ट करेंगे।

जयललिता यहां के आरके नगर विधानसभा सीट से मैदान में हैं जबकि करुणानिधि एक बार फिर अपने पैतृक थिरूवरूर विधानसभा सीट से खड़े हैं। डीएमडीके संस्थापक विजयकांत (उलूनथोरपेट), पीएमके के नेता अंबुमणि रामदास (पेन्नागरम) और वीसीके संस्थापक टी थिरूमवलवन (कट्टूमन्नारकोयाएल) सहित कई बड़े नेता चुनाव मैदान में भाग्य आजमा रहे हैं। उधर केरल में मुख्यमंत्री ओमन चांडी, माकपा के दिग्गज नेता वी एस अच्युतानंदन, माकपा पोलित ब्यूरो के सदस्य पी विजयन, पूर्व केंद्रीय मंत्री ओ राजगोपाल और पूर्व भारतीय क्रिकेटर श्रीसंत सहित कई अन्य उम्मीदवार चुनावी मैदान में हैं। चांडी 11 वीं बार पुतुपल्ली से चुनाव लड़ रहे हैं जबकि 93 वर्षीय अच्युतानंदन एक बार फिर से मल्लपुझा और विजयन धरमदाम से अपना भाग्य आजमा रहे हैं।