The confluence Place of Ganga and Yamuna: प्रयागराज महाकुंभ मेले में मौनी अमावस्या के अवसर पर मंगलवार देर रात संगम नोज के पास अचानक भगदड़ मच गई। हालांकि बहुत लोगों को यह नहीं पता है कि महाकुंभ मेले में संगम नोज क्या है और इसका शाही अखाड़ों से क्या संबंध है? इसको जानना जरूरी है। संगम नोज वह स्थान है, जहां गंगा, यमुना और अदृश्य सरस्वती का मिलन होता है। यहां गंगा का पानी हल्का मटमैला, जबकि यमुना का पानी हल्का नीला नजर आता है। इन दोनों नदियों के जल का अलग-अलग रंग स्पष्ट रूप से देखा जा सकता है। प्रयागराज में यमुना, गंगा में विलीन हो जाती है और फिर यह प्रवाह बंगाल की खाड़ी तक पहुंचता है। संगम के ठीक सामने स्थित तिकोना घाट ही संगम नोज कहलाता है।

संतों के लिए आरक्षित स्थल

संगम नोज पर मिट्टी का कटाव होने से घाट का आकार हमेशा बदलता रहता है और यह ढलानदार बना रहता है। कुंभ और महाकुंभ जैसे बड़े आयोजनों में यह स्थान शाही स्नान के लिए अखाड़ों के संतों के लिए आरक्षित कर दिया जाता है। यहां बैरिकेडिंग कर आम श्रद्धालुओं का प्रवेश प्रतिबंधित रहता है। संत यहां धार्मिक अनुष्ठान और अमृत स्नान करते हैं, जबकि आम श्रद्धालु संगम के अन्य घाटों पर स्नान करते हैं या नाव से मुख्य संगम तक जाते हैं।

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सिर्फ महाकुंभ ही नहीं, बल्कि प्रयागराज के वार्षिक माघ मेले में भी पौष पूर्णिमा, मकर संक्रांति, एकादशी, मौनी अमावस्या, वसंत पंचमी, अचला सप्तमी, माघी पूर्णिमा और महाशिवरात्रि के दौरान संगम नोज पर संतों का विशेष समागम होता है। बाकी दिनों में आम श्रद्धालु यहां आकर स्नान कर सकते हैं।

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महाकुंभ मेले में भीड़ को ध्यान में रखते हुए संगम नोज के पास अस्थायी संगम घाट का निर्माण किया जाता है। 2019 में इसे इतना चौड़ा किया गया था कि हर घंटे 50,000 श्रद्धालु स्नान कर सकें। इस बार इसकी क्षमता को बढ़ाकर दो लाख श्रद्धालुओं तक कर दिया गया है।

सिंचाई विभाग की ‘मैकेनिकल बैराज मैकेनिकल सेक्शन मेंटेनेंस’ यूनिट ने शास्त्री ब्रिज और संगम नोज के बीच 26 हेक्टेयर क्षेत्र में नया घाट तैयार किया है, जो पिछले महाकुंभ की तुलना में दो हेक्टेयर अधिक है।

श्रद्धालुओं की सुविधा के लिए 1650 मीटर क्षेत्र में रेत की बोरियां बिछाकर घाट तैयार किया गया है, ताकि अधिक से अधिक लोग स्नान कर सकें। इससे श्रद्धालुओं को स्नान करने के लिए अधिक जगह मिल गई। महाकुंभ की सभी खबरें जानने के लिए यहां करें क्लिक