Ex Muslim Movement: इस्लाम को मानने वालों की आबादी देखें तो आज ये दुनिया में ईसाइयत के बाद सबसे बड़ा धर्म है। इसके साथ ही ये सबसे तेजी से बढ़ने वाला धर्म है, लेकिन यह इस समय एक ऐसे खतरे का सामना कर रहा है, जो पहले कभी नहीं किया था। दुनियाभर में इस्लाम को मानने वाले कुछ ऐसे लोग हैं जो इससे अब मुंह मोड़ रहे हैं। यही नहीं अब इसे एक आंदोलन का नाम दे दिया गया है। इसको एक्स मूवमेंट कहा जा रहा है। यह केवल भारत ही नहीं बल्कि ब्रिटेन, अमेरिका और मुस्लिम बहुत देशों में भी काफी तेजी से बढ़ रहा है।
इस्लाम में धर्म को छोड़ने को बुरा समझा जाता है। जो लोग इस्लाम को छोड़ने की कोशिश करते हैं, उन्हें हिंसा का सामना करना पड़ता है। लेकिन एक्स मुस्लिमों की बढ़ती आबादी बताती है कि अब ये स्थिति बदल रही है। दुनिया भर में बड़ी संख्या में ऐसे लोग सामने आए हैं, जो इस्लाम छोड़ चुके हैं। मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, अमेरिका में रहने वाले 23 प्रतिशत वयस्क जो मुस्लिम परिवार में बड़े हुए, अब अपनी पहचान मुसलमान के रूप में नहीं बताते हैं।
इस्लाम को छोड़ने वाली एक महिला नूरजहां ने कई कारण बताए हैं। टाइम्स ऑफ इंडिया से बातचीत में उन्होंने कहा कि हिजाब को पहनना, महिलाओं के साथ बढ़ रहे भेदभाव और मजहब के नाम पर कट्टरता जैसी चीजों ने उन्हें इस्लाम धर्म से दूर होने पर मजबूर कर दिया। नूरजहां ने कहा कि इस्लाम धर्म में कुछ बातें मुझे अतार्किक लगती हैं। महिलाओं के साथ हो रहा भेदभाव काफी परेशान करने वाला होता है।
इस्लाम धर्म छोड़ने वालों की बढ़ रही तादाद
केवल इस्लाम धर्म ही नहीं बल्कि ईसाई, हिंदू, बौद्ध और यहूदियों में भी धर्म छोड़ने वालों की तादाद काफी बड़ी है। लेकिन इस्लाम छोड़ने वालों की संख्या तेजी से बढ़ रही है। इस्लाम धर्म को छोड़ने वालों की एक बात जो सबसे अलग है। वह है कि बाकी धर्मों को त्यागने वाले अपने आप को नास्तिक कहते हैं और इस्लाम को छोड़ने वाले अपने आप को एक्स मुस्लिम कहते हैं। इस्लामिक समाज में जहां धर्म को छोड़ने को बड़ा टैबू माना जाता है, ऐसे में खुलेआम इसकी घोषणा करने में बड़ा संदेश छिपा है। कई देशों में इस्लाम को छोड़ना गैरकानूनी माना जाता है लेकिन यूरोप और अमेरिका जैसे देशों में यह कानूनी है।