Jyoti Malhotra: पाकिस्तान की खुफिया एजेंसियों से संपर्क और भारत की संवेदनशील जानकारियां साझा करने के आरोप में हिसार की यूट्यूबर ज्योति मल्होत्रा जांच एजेंसियों के शिंकजे में है। ज्योति मल्होत्रा पर जासूसी और राष्ट्रीय सुरक्षा से समझौता करने के आरोप में जांच चल रही है। जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में आतंकी हमले बाद उसका नाम जांच के दायरे में आया है।
17 मई को गिरफ्तार की गई ज्योति मल्होत्रा पर एक पाकिस्तानी नागरिक के साथ संवेदनशील जानकारी साझा करने और लगातार संपर्क बनाए रखने का आरोप है। पूछताछ के दौरान उसने सहयोग करने से इनकार कर दिया। साथ ही कहा है कि उसने कुछ भी गलत नहीं किया है। वो केवल अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता के अपने अधिकार का प्रयोग कर रही थी।
रिपब्लिक टीवी ने ज्योति से जुड़ी कुछ विशेष जानकारी हासिल की है, जिसको लेकर अधिकारियों ने उससे सवाल किए हैं। ज्योति से फिलहाल हिसार पुलिस की आर्थिक अपराध शाखा (ईओडब्ल्यू), राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए), खुफिया ब्यूरो (आईबी) और सैन्य खुफिया विभाग संयुक्त रूप से पूछताछ कर रहे हैं। अधिकारी उसके वित्तीय रिकॉर्ड और लगातार विदेश यात्राओं की बारीकी से जांच कर रहे हैं।
ज्योति मल्होत्रा को 1.5 साल की उम्र में चाइल्ड केयर सेंटर में छोड़ कर चली गईं थी मां
अधिकारियों ने ज्योति मल्होत्रा से पूछे सवाल–
पहली पाकिस्तान यात्रा की पहल किसने की थी? क्या इस यात्रा के लिए हरकीरत सिंह नामक व्यक्ति ने उसकी मदद की थी?
दानिश से कैसे और कब मिली? क्या यह 2023 में वीज़ा अस्वीकार होने से पहले या बाद में हुआ था?
क्या वह पाकिस्तान उच्चायोग में एहसान की आधिकारिक भूमिका से अवगत थीं और क्या वह उसके अवांछित घोषित होने के बाद भी उसके संपर्क में रहीं?
क्या एहसान (या उससे जुड़े किसी भी व्यक्ति) ने सहायता की पेशकश की। जैसे- वीज़ा सहायता, धन, विषय-वस्तु के विचार, उपकरण, आदि?
2024 में एक महीने से ज़्यादा समय तक रहने के लिए अपना वीज़ा क्यों बढ़ाया? क्या यह अचानक था, जानबूझकर किया गया था या किसी की सलाह पर किया गया था?
पाकिस्तान समर्थक वीडियो और मैसेज किसने तय किये?
विरोधाभासी तथ्यों के बावजूद उन्होंने भारतीय सुरक्षा बलों को दोषी क्यों ठहराया?
क्या उन्होंने दानिश के अलावा पाकिस्तानी पक्ष के किसी अन्य व्यक्ति से भी मुलाकात की थी?
क्या पहलगाम हमले के बाद उन्होंने दानिश या पाकिस्तान के किसी अन्य व्यक्ति से बात की थी? यदि हां, तो उन बातचीतों के दौरान क्या चर्चा हुई थी?
क्या उनकी विदेश यात्राओं में डेनमार्क की ओर से कोई बाह्य वित्तीय/लॉजिस्टिक सहायता मिली थी?
क्या उनसे कभी धार्मिक स्थलों या सीमावर्ती क्षेत्रों से फुटेज, भावनाएं या जानकारी एकत्र करने के लिए कहा गया था?
अपनी दूसरी यात्रा के बाद डेनिश के साथ उसका कैसा रिश्ता रहा?
वहीं, ज्योति मल्होत्रा केस में एक बार फिर बड़ा खुलासा हुआ है। सूत्रों के मुताबिक, सूत्रों के मुताबिक जैसे-जैसे जांच आगे बढ़ रही है, ज्योति की गिरफ्तारी से आईएसआई के एक बड़े माड्यूल के गहरे साजिश का पर्दाफाश हो रहा है कि कैसे तकनीक का इस्तेमाल करके जासूसी नेटवर्क चलाया जा रहा था। ISI ने इस मॉड्यूल में सोशल मीडिया पर प्रभाव रखने वाले और स्वतंत्र तौर पर काम करने वालों को बड़ी साजिश के तहत शामिल किया था। इनका काम खुफिया जानकारी इकट्ठा करने के अलावा पाकिस्तान की एक झूठी तस्वीर पेश करना था। एनआईए, आईबी और हरियाणा पुलिस की संयुक्त पूछताछ टीम ने ज्योति मल्होत्रा से पूछताछ की है। इस पूछताछ में कई बातें ज्योति द्वारा छिपाने की भी सामने आई है। साथ में ज्योति जांच को गुमराह करने की भी कोशिश कर रही है।