पश्चिम बंगाल के मुर्शिदाबाद में हुई हालिया हिंसा की वजह से अब भी पूरे प्रदेश में जमकर सियासत हो रही है। हिंसा प्रभावित लोग शिविरों में रहने को मजबूर हैं। प्रदेश के राज्यपाल सीवी आनंद बोस हिंसा पीड़ितों से मिलने के लिए जा रहे हैं। वह मालदा पहुंच गए हैं। वह ट्रेन से मालदा पहुंचे। इस दौरान उन्होंने कहा कि बंगाल में जगह-जगह हिंसा अपना भयानक रूप दिखा रही है। हमें हिंसा के रास्ते को खत्म करना होगा और उसके ताबूत में आखिरी कील ठोकनी होगी। यह एक ऐसा काम है जो बंगाल में शांति और सौहार्द बनाए रखने के लिए जरूरी है।

मुर्शिदाबाद और मालदा में हिंसा पीड़ितों से मुलाकात के बाद राज्यपाल प्रभावित क्षेत्रों का जायजा लेंगे। इस दौरान उन्होंने जिला प्रशासन के अधिकारियों से स्थिति सामान्य करने को लेकर भी चर्चा करेंगे। वहीं बीते गुरुवार को हिंसा में विस्थापित कुछ परिवार राजभवन आया था। बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष और केंद्रीय मंत्री सुकांत मजूमदार परिवारों को लेकर राजभवन लाए थे, जहां राज्यपाल से उनकी मुलाकात हुई थी।

ममता बनर्जी ने राज्यपाल से दौरा रद्द करने का किया था अनुरोध

मुर्शिदाबाद जाने के दौरान राज्यपाल आनंद बोस ने कहा, “वहां जो कुछ हुआ है, वह कभी नहीं होना चाहिए था। अगर मैं ऐसा कहूं तो बंगाल की सड़कों पर कई जगहों पर मौत का नाच चल रहा है। इस तरह की हिंसा को कभी बर्दाश्त नहीं किया जा सकता। हमें प्रयास करना चाहिए और सभी को एक साथ आना होगा। क्षेत्र का दौरा करने और वहां के लोगों की भावनाओं को साझा करने के बाद, मैं निश्चित रूप से इसे मिशन मोड में लेने के लिए एक कार्य योजना बनाऊंगा, यानी किसी भी कीमत पर हिंसा के खिलाफ लड़ना।”

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राज्य की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने राज्यपाल के दौरे को टालने का अनुरोध किया था। ममता ने कहा था कि इलाके में शांति बहाल हो चुकी है। लेकिन प्रशासन अभी जनता का विश्वास जीतने में लगी हुई है। ममता ने कहा कि मैं भी जा सकती थी। लेकिन सही समय का इंतजार कर रही हूं। ममता के अनुरोध के बाद भी राज्यपाल बोस ने दौरा करने का फैसला किया।

आपको जानकारी के लिए बता दें कि वक्फ संशोधन विधेयक को लेकर 11 अप्रैल को हो रहे विरोध प्रदर्शन के दौरान हिंसा भड़क गई थी। विरोध के दौरान प्रदर्शनकारियों ने ही इलाके में रह रहे लोगों पर हमला कर दिया था। जिसके वजह से मजबूर होकर हिंदू परिवारों को वहां से पलायन करना पड़ा।