पश्चिम बंगाल के राज्यपाल जगदीप धनखड़ ने नागरिकता संशोधन कानून के खिलाफ सड़कों पर उतरने के मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के निर्णय की सोमवार (16 दिसंबर) को आलोचना की है। मामले में धनखड़ ने सीएम को सलाह देते हुए कहा कि वह ‘असंवैधानिक एवं भड़काऊ’ कार्य करने से बचें। धनखड़ ने कहा कि मुख्यमंत्री को राज्य में स्थिति बेहतर करने पर ध्यान देना चाहिए, जहां पिछले तीन दिनों से कानून को लेकर प्रदर्शन हिंसक हो गया है। बता दें कि तृणमूल कांग्रेस की प्रमुख ममता बनर्जी नागरिकता संशोधन कानून के खिलाफ एक रैली में हिस्सा लेने वाली हैं। उन्होंने लोगों से भी रैली में शामिल होने की अपील की है।
राज्यपाल ने क्या कहाः धनखड़ ने ट्वीट किया, ‘मैं बेहद दुखी हूं कि मुख्यमंत्री और मंत्रियों ने सीएए के खिलाफ रैली बुलाया है। यह असंवैधानिक है। मैं ऐसे समय में मुख्यमंत्री से असंवैधानिक एवं भड़काऊ कार्य करने से बचने और राज्य में स्थिति बेहतर करने पर ध्यान देने की अपील करता हूं।’ राज्यपाल ने पहले भी बनर्जी के कानून का विरोध करने पर सवाल उठाते हुए कहा था ‘संवैधानिक पद पर विराजमान कोई भी व्यक्ति कानून का विरोध नहीं कर सकता।’
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राज्य भर में ममता करेंगी विरोध रैलीः मामले में तृणमूल कांग्रेस के सूत्रों ने बताया कि मुख्यमंत्री नागरिकता संशोधन कानून को तुरंत रद्द करने की मांग की है। इसके साथ उन्होंने यह भी कहा कि अगले तीन दिनों तक राज्य भर में विरोध रैली करेंगी। बनर्जी ने पहले भी कई मौकों पर कहा है कि वह इसे बंगाल में लागू नहीं होने देंगी। बता दें कि ममता मोदी सरकार कई और बिल का पहले भी विरोध कर चुकी हैं।
ममता ने सबको शामिल होने की अपील कीः इससे पहले ममता बनर्जी ने ट्विटर पर जानकारी दी थी कि वह दोपहर एक बजे से रैली की जाएगी। इस पर उन्होंने कहा, ‘कोलकाता में आज असंवैधानिक कैब विधेयक (अब सीएए) और एनआरसी के खिलाफ प्रदर्शन किया जाएगा। यह रैली दोपहर एक बजे से रेड रोड पर बाबा साहेब आंबेडकर की प्रतिमा के पास से शुरू की जाएगी और जोरासांको ठाकुरबाड़ी पर खत्म होगी।’ उन्होंने कहा, ‘आइए, हम सब, समाज का हर तबका इस शांतिपूर्ण तरीके से कानून के दायरे में रहकर अभियान में शामिल हो।’