BJP, Dilip Ghosh sword: बंगाल बीजेपी अध्यक्ष दिलीप घोष के एक धार्मिक कार्यक्रम में तलवार के साथ दिखने को लेकर विवाद खड़ा हो गया है। दरअसल, घोष उत्तरी 24 परगना जिले स्थित पानीहाटी में रविवार को जगदात्री पूजा का उद्घाटन करने पहुंचे थे। यहां वह तलवार उठाए नजर आए थे। सत्ताधारी तृणमूल कांग्रेस ने इसे शांतिपूर्ण माहौल को भंग करने की साजिश करार दिया है।
पूजा के आयोजकों ने घोष को यह तलवार सौंपी थी। फिर बीजेपी सांसद ने यह तलवार पकड़कर तस्वीरें खिंचवाईं थीं। इसके बाद तृणमूल ने बंगाल बीजेपी प्रमुख को निशाने पर लिया। पार्टी ने कहा है कि पुलिस को इस मामले की जांच करनी चाहिए। घोष का नाम लिए बिना तृणमूल विधायक निर्मल घोष ने उन्हें सार्वजनिक तौर पर तलवार थामने को लेकर ‘असामाजिक तत्व’ तक करार दे दिया।
तृणमूल विधायक ने कहा, ‘असल में कुछ असामाजिक तत्व कल यहां आए थे। खुलेआम इस तरह तलवार पकड़ लोगों को डराकर यह इस इलाके में शांतिपूर्ण माहौल को दूषित करने की साजिश है। हमने पुलिस से कहा है कि वे इस मामले की जांच करें।’ वहीं, तृणमूल के आरोपों पर प्रतिक्रिया देते हुए घोष ने कहा कि सत्ताधारी पार्टी बीजेपी से डर गई है। इसी वजह से इस तरह के निराधार आरोप लगा रही है।
हालांकि, ऐसा पहली बार नहीं है जब बीजेपी नेता सार्वजनिक तौर पर तलवारों के साथ नजर आए हों। पिछले साल रामनवमी के मौके पर निकले जुलूसों में बीजेपी नेता तलवार थामे नजर आए थे। वहीं, बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष घोष का विवादों से नाता रहा है। उनका देसी गायों को लेकर दिया गया बयान भी चर्चा में है। उनका दावा है कि देसी गायों के दूध में सोने का अंश होता है। घोष ने यह भी कहा कि विदेशी नस्ल की गायें गोमाता नहीं होतीं।
