शुक्रवार (6 अप्रैल) को भारत के रक्षा मंत्रालय की वेबसाइट हैक किए जाने का मामला सामने आया, उसके कुछ देर बाद गृह मंत्रालय की वेबसाइट भी बंद हो गई। खबर लिखे जाने तक यह साफ नहीं हो पाया था कि गृह मंत्रालय की वेबसाइट हैक हुई या किसी और समस्या के चलते बंद हुई। गृह मंत्रालय की वेबसाइट बंद होने की जानकारी समाचार एजेंसी एएनआई ने ट्वीट कर दी। इससे पहले रक्षा मंत्रायल की वेबसाइट हैक मामले में रक्षा मंत्री निर्मला सीतारमण ने आश्वासन दिया कि कुछ ही देर में वेबसाइट सही कर ली जाएगी। भविष्य में ऐसी घटना फिर से न घटे, इसके लिए वेबसाइट में सुरक्षात्मक उपाए किए जा रहे हैं। रक्षा मंत्रालय की वेबसाइट पर चीनी भाषा में कुछ संकेत लिखे हुए देखे गए। चीनी संकेत का क्या मतलब था, यह अभी साफ नहीं हो पाया। खबर लिखे जाने तक रक्षा मंत्रालय की वेबसाइट ने काम करना शुरू नहीं किया था।

डिप्टी एनएसए (साइबर सुरक्षा) गुलशन राय ने रक्षा मंत्रालय की वेबसाइट को हैक किए जाने की बात से इनकार किया। उन्होंने दावा किया कि हार्डवेयर और डेटा एनआईसी के पास सुरक्षित है। उन्होंने मीडिया से कहा कि वेबसाइट जल्द ही फिर से चलने लगेगी। इससे पहले नेशनल ग्रीन ट्रिब्यूनल की वेबसाइट के हैक किए जाने का मामला सामने आ चुका है। कहा गया था कि वेबसाइट को पाकिस्तानी हैकर्स ने हैक किया था। पिछले दिनों गाजीपुर के एक राजकीय महिला स्नातकोत्तर महाविद्यालय की वेबसाइट को कथित पाकिस्तानी हैकर्स ने हैक कर लिया था। वेबसाइट में पाकिस्तान का झंडा दिखाई दे रहा था और पाकिस्तान जिंदाबाद भी लिखा गया था। वेबसाइट को हैक करने की जिम्मेदारी ब्लैकस्कॉर्पियन नाम के ग्रुप ने ली थी। 15 मार्च को एअर इंडिया का ट्विटर हैंडल के हैक होने का मामला सामने आया था। टर्किश हैकर्स ने इसे हैक किया था।

पिछले 23 मार्च को रूसी रक्षा मंत्रालय की वेबसाइट को हैकर्स ने सात बार हैक किया था। जांच में पता चला था कि पश्चिमी यूरोप, उत्तर अमेरिका और यूक्रेन के हैकर्स ने रूसी रक्षा मंत्रालय की वेबसाइट हैक करने का काम किया था। जानकारों की मानें तो ज्यादातर सरकारी वेबसाइट्स में सिक्योर कोडिंग तकनीक नहीं होती, इससे हैकर्स को सेंधमारी करने में आसानी होती है। यह भी कहा जाता है कि सरकार दो साल में एक ही बार सिक्योरिटी ऑडिट करवाती है, यानी वेबसाइट हैक होने का खतरा बना रहता है।