Mumbai Rains, Weather forecast Today India Updates: उत्तर प्रदेश में फिर शुरू हुए मानसूनी बारिश के सिलसिले और जलभरण क्षेत्रों में व्यापक वर्षा से गंगा, यमुना और घाघरा समेत विभिन्न नदियां जबर्दस्त उफान पर हैं। केन्द्रीय जल आयोग की रिपोर्ट के मुताबिक यमुना नदी औरैया, कालपी (जालौन), हमीरपुर, चिल्लाघाट (बांदा) और नैनी (प्रयागराज) में खतरे के निशान को पार कर गई है। वहीं, गंगा नदी गाजीपुर और बलिया में कहर ढा रही है। इन दोनों ही स्थानों पर यह लाल चिह्न से ऊपर बह रही है। साथ ही कचलाब्रिज (बदायूं), फाफामऊ (प्रयागराज), इलाहाबाद, मिर्जापुर और वाराणसी में इसका जलस्तर खतरे के निशान के नजदीक पहुंच गया है।
Read | Mumbai Rains, Weather Forecast Today LIVE Updates
इसी बीच मध्य प्रदेश में पिछले कई दिनों से भारी बारिश का दौर जारी है। इस समय एक चक्रावाती हवाओं का अक्षेत्र दक्षिणी उत्तर प्रदेश पर बना हुआ है। इसके साथ ही एक ट्रफ रेखा इस सिस्टम से विदर्भ होते हुए बंगाल की खाड़ी तक जा रही है। इसके चलते पूर्वी मध्य प्रदेश विदर्भ और मराठवाड़ा के कुछ हिस्सों में हल्की से मध्यम बारिश होने का अनुमान है। इन क्षेत्रों में एक दो जगह भारी बारिश का भी अनुमान है।
मौसम से जुड़ी जानकारी देने वाली निजी एजेंसी स्काई मेट के मुताबिक पश्चिमी मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़, कोंकण और गोवा, दक्षिणी गुजरात, मध्य महाराष्ट्र में कुछ जगह हल्की बारिश होने का पूर्वानुमान है। मुंबई में भी हल्की से मध्यम बारिश होने का अनुमान है। जबलपुर, सागर, दमोह, होशंगाबाद, नागपुर, चंद्रपुर में अच्छी बारिश देखने को मिलेगी।

Highlights
बिहार के कई हिस्सों में लगातार हो रही बारिश के चलते हालात खराब हो गए हैं। सीतामढ़ी जिले में भारी बारिश से मंडल कारा जेल में पानी घुस गया है। इसके साथ ही जिले के मैदानों में जलभराव हो गया।
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने गंगा एवं यमुना नदी के तटीय हिस्सों में बाढ़ की आशंका को देखते हुए प्रयागराज तथा वाराणसी के अधिकारियों को पूरी चौकसी बरतने के निर्देश दिए हैं। बुधवार को एक सरकारी प्रवक्ता ने बताया कि मुख्यमंत्री ने प्रशासन के अधिकारियों को बाढ़ के मद्देनजर सभी आवश्यक कदम उठाने के निर्देश दिए हैं। प्रवक्ता ने बताया कि मुख्यमंत्री ने बाढ़ की स्थिति से निपटने के लिए सभी प्रबन्ध सुनिश्चित करते हुए बाढ़ चौकियों को सक्रिय करने के निर्देश दिए। उन्होंने बाढ़ से जनहानि एवं पशु हानि को प्रत्येक दशा में रोकने के निर्देश देते हुए कहा कि बाढ़ प्रभावित लोगों को समय रहते सुरक्षित स्थानों पर, बाढ़ राहत शिविरों में पहुंचाया जाये। उन्होंने बाढ़ पीड़ितों को हरसम्भव राहत और मदद उपलब्ध कराने के निर्देश भी दिए। उन्होंने सिंचाई विभाग के अधिकारियों से बाढ़ग्रस्त क्षेत्रों में बन्धों की लगातार निगरानी कर यह सुनिश्चित करने को कहा है कि किसी भी आपात स्थिति से प्रभावी ढंग से निपटा जा सके।
वहीं, गंगा नदी गाजीपुर और बलिया में कहर ढा रही है। इन दोनों ही स्थानों पर यह लाल चिह्न से ऊपर बह रही है। साथ ही कचलाब्रिज (बदायूं), फाफामऊ (प्रयागराज), इलाहाबाद, मिर्जापुर और वाराणसी में इसका जलस्तर खतरे के निशान के नजदीक पहुंच गया है। घाघरा नदी एल्गिनब्रिज (बाराबंकी) और अयोध्या में खतरे के निशान को पार कर गयी है, जबकि तुर्तीपार (बलिया) में यह इस चिह्न के नजदीक बह रही है।
दिल्लीवासियों के लिए बुधवार की सुबह काफी उमस भरी रही। इसके साथ ही राष्ट्रीय राजधानी में न्यूनतम तापमान 26.2 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया, जो मौसम के औसत से एक डिग्री अधिक है। आर्द्रता 85 फीसदी दर्ज की गई। मौसम विभाग ने शाम या रात के समय बहुत हल्की बारिश या गरज के साथ छींटे पड़ने का अनुमान जताया है। अधिकतम तापमान 37 डिग्री सेल्सियस रहने की संभावना है। मंगलवार को अधिकतम तापमान 36.8 डिग्री सेल्सियस जबकि न्यूनतम तापमान 27.5 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया था।
पलामू जिले में हुई जबरदस्त बारिश के बीच हुए बज्रपात से दो लड़कियां समेत छह लोगों की मौत हो गई और पांच अन्य घायल हो गये। आधिकारिक सूत्रों ने बताया अलग अलग स्थानों पर हुए वज्रपात में कम से कम छह लोगों की मौत हो गयी जबकि पांच अन्य घायल हो गए । उन्होंने बताया कि मरने वालों में दो किशोरी भी शामिल है । इस बीच उपायुक्त शांतनु कुमार अग्रहरि ने कहा है कि, वज्रपात से हुई मौतों की जानकारी जिला प्रशासन को प्राप्त हुई है और मृतकों के परिजनों को राज्य सरकार द्वारा तय राशि जल्द ही नियमानुसार दी जाएगी।
मुंबई और आसपास के इलाकों में गुरुवार को एक बार फिर भारी बारिश का असर देखा जा सकता है। भारतीय मौसम विभाग ने बुधवार को इसकी जानकारी दी। इसके अलावा थाणे और इसके आसापास इलाकों में भारी से बहुत भारी बारिश के चलते रेड अलर्ट जारी किया गया है। जिलेवार पूर्वानुमान के मुताबिक 18 से 25 सितंबर के बीच महाराष्ट्र के अंदरुनी क्षेत्रों में बारिश में बढ़ोतरी देखने को मिलेगी।
उत्तर प्रदेश में फिर शुरू हुए मानसूनी बारिश के सिलसिले और जलभरण क्षेत्रों में व्यापक वर्षा से गंगा, यमुना और घाघरा समेत विभिन्न नदियां जबर्दस्त उफान पर हैं। केन्द्रीय जल आयोग की रिपोर्ट के मुताबिक यमुना नदी औरैया, कालपी (जालौन), हमीरपुर, चिल्लाघाट (बांदा) और नैनी (प्रयागराज) में खतरे के निशान को पार कर गई है। वहीं, गंगा नदी गाजीपुर और बलिया में कहर ढा रही है। इन दोनों ही स्थानों पर यह लाल चिह्न से ऊपर बह रही है। साथ ही कचलाब्रिज (बदायूं), फाफामऊ (प्रयागराज), इलाहाबाद, मिर्जापुर और वाराणसी में इसका जलस्तर खतरे के निशान के नजदीक पहुंच गया है।
उत्तराखंड, उत्तर प्रदेश, बिहार, पश्चिम बंगाल और दिल्ली सहित नौ राज्यों में बारिश की कमी के कारण उमस भरी गर्मी से अगले 10 से 15 दिनों तक कोई राहत नहीं मिलती दिख रही है। वहीं, पश्चिमी राजस्थान से अगले पांच दिनों में मानसून की वापसी शुरु होने की संभावना ने, इन राज्यों में बारिश की कमी और उमस में इजाफे की चिंता को भी बढ़ा दिया है।
मौसम विभाग की उत्तर क्षेत्रीय पूर्वानुमान इकाई के प्रमुख कुलदीप श्रीवास्तव ने बताया कि दिल्ली सहित अन्य मैदानी राज्यों में उमस भरी गर्मी से फिलहाल राहत मिलने की उम्मीद नहीं है। उन्होंने बताया कि दिल्ली में रविवार को कुछ इलाकों में छिटपुट बारिश ने आसपास के इलाकों में उमस का स्तर बढ़ा दिया है।