मानसून आने के बाद देश के विभिन्न इलाकों में बारिश हो रही है। पूर्वी और दक्षिणी पूर्वी राजस्थान के अलावा गुजरात में शनिवार (3 अगस्त, 2019) को हल्की बारिश के आसार हैं। राजस्थान के बूंदी, टोंक, भीलवाड़ा, कोटा, सवाई माधोपुर और गुजरात के अहमदाबाद, वडोदरा, सूरत, नवसारी, पाटन में भी बारिश हो सकती है। मौसम से जुड़ी जानकारी देने वाली निजी एजेंसी स्काईमेट के मुताबिक मध्य प्रदेश, मध्य महाराष्ट्र और विदर्भ में भी बादल छाए रहेंगे और बारिश के आसार है। वहीं अकोला, नासिक और जलगांव भारी बारिश का अनुमान है। मराठावाड़ा और मध्य महाराष्ट्र में एक या दो जगह हल्की बारिश हो सकती है।
एजेंसी के मुताबिक मुंबई में कई जगहों पर शनिवार को मध्यम स्तर की बारिश होगी। पूर्वी मध्यप्रदेश और छत्तीसगढ़ में बारिश की गतिविधियां कम देखने को मिलेंगी। उत्तर भारत की बात करें तो मानसून की अक्षीय रेखा इस समय उत्तर-पश्चिम राजस्थान से मिजोरम तक जा रही है। साथ ही एक चक्रवाती हवाओं का अक्ष मध्य दक्षिणी उत्तर प्रदेश पर देखा गया है। जिसके चलते पंजाब के उत्तरी भागों जम्मू-कश्मीर और हिमाचल प्रदेश और उत्तराखंड में भी मध्यम स्तर की बारिश का अनुमान है। अनुमान यह भी है कि एक-जगहों पर भारी बारिश हो सकती है।
दूसरी तरफ चक्रवाती हवाओं का अक्ष असम पर भी देखा गया। इसके अलावा मानसून की अक्षीय रेखा दक्षिणी बिहार, झारखंड से होकर गुजर रही है। इसके चलते जमशेदपुर, डालटनगंज, रांची, गया, भागलपुर, पूर्णिया में मध्यम स्तर की बारिश होने की संभावना है।।
मुंबई और आसपास के क्षेत्रों में रातभर खूब बारिश हुई है। इसके कांदिवली, गोरेगांव सहित अन्य इलाकों में खासा पानी भर गया। हालांकि बारिश के चलते मुंबई एयरपोर्ट से हवाई उड़ानों पर प्रभाव नहीं पड़ा है। वहीं बीएमसी ने लोगों को समुद्र के नजदीक नहीं जाने की चेतावनी दी है।
दक्षिणी भारत में तमिलनाडु, केरल, आंतरिक कर्नाटक और तेलंगाना के दक्षिणी भागों में हाल में मौसम की गतिविधि का खास अनुमान नहीं है। इसके अलावा बेंगलुरु और चेन्नई में मौसम शुष्क रहेगा वहीं हैदराबाद में हल्की बारिश हो सकती है। उत्तरी तेलंगाना और उत्तर तटीय आंध्र प्रदेश और अंडमान निकोबार द्वीप समूह में मध्यम स्तर की बारिश का अनुमान है।
ओडिशा, पश्चिम बंगाल और सिक्किम में भी कुछ जगहों पर बारिश हो सकती है। इसके अलावा असम, मेघायल और अरुणाचल प्रदेश में कुछ जगहों पर बारिश होने की संभावना है। हालांकि गंगीय पश्चिम बंगाल और बाकी पूर्वोत्तर भारत में मानसून की स्थिति कमजोर बनी रहेगी।