पराली जलाने और दिल्ली और आस-पास के इलाकों में फैले प्रदूषण के मुद्दे पर सुप्रीम कोर्ट ने बुधवार को पंजाब और दिल्ली सरकार को फटकार लगाई। कोर्ट ने कहा कि आप प्रदूषण को रोकने में बुरी तरह से विफल हुए हैं। इसके साथ ही कोर्ट ने दोनों राज्यों की सरकारों से पूछा कि क्या वे जनता को यूं ही मरने के लिए छोड़ देना चाहते हैं। इस पूरे मामले में संबंधित विभाग जिम्मेदार हैं। खतरनाक स्तर का वायु प्रदूषण दिल्ली-राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र के करोड़ों लोगों के लिये जिंदगी-मौत का सवाल बन गया है।
न्यायमूर्ति अरुण मिश्रा और न्यायमूर्ति दीपक गुप्ता की पीठ ने सवाल किया, ‘‘क्या आप लोगों को प्रदूषण की वजह से इसी तरह मरने देंगे। क्या आप देश को सौ साल पीछे जाने दे सकते हैं?’’ पीठ ने कहा, ‘‘हमें इसके लिये सरकार को जवाबदेह बनाना होगा।’’ पीठ ने सवाल किया, ‘‘सरकारी मशीनरी पराली जलाये जाने को रोक क्यों नहीं सकती?’’ न्यायाधीशों ने राज्य सरकारों को आड़े हाथ लेते हुये कहा कि यदि उन्हें लोगों की परवाह नहीं है तो उन्हें सत्ता में रहने का कोई अधिकार नहीं है
गंभीर चक्रवाती तूफान ”महा” हो सकता है कि गुजरात तट पर दस्तक नहीं दे और गुरुवार शाम तक कमजोर पड़कर इसके ‘अवदाब’ के रूप में अरब सागर में खत्म हो जाने का अनुमान है। मौसम विभाग ने बुधवार को यह जानकारी दी। अगर यह अनुमान सही साबित हुआ तो यह आम लोगों और प्रशासन के लिये बड़ी राहत की बात होगी। हालांकि ”महा” अभी भी ”गंभीर चक्रवाती तूफान” का रूप धारण किये हुए है और पूर्वी-मध्य अरब सागर के ऊपर मंडरा रहा है। यह गुजरात के सौराष्ट्र क्षेत्र में पोरबंदर तट से लगभग 400 किलोमीटर दूर है।
Cyclone Maha, Weather Forecast Today Live Updates: Check here
मौसम विभाग की एक विज्ञप्ति में कहा गया है, “इसके (चक्रवाती तूफान) पूर्वी दिशा में बढ़ते हुए आज (बुधवार) शाम कमजोर होने की संभावना है। इसके बाद इसके पूर्वी-उत्तरपूर्वी दिशा में बढ़ते हुए सात नवंबर की सुबह तक कमजोर होकर गंभीर अवदाब का रूप लेने की संभावना है।” इससे पहले अनुमान लगाया गया था कि कि ”महा” गुरुवार सुबह केंद्र शासित प्रदेश दीव के पास गुजरात तट पर दस्तक देगा।।
Highlights
दिल्ली में आज हल्की-हल्की बारिश हो रही है, जिसके चलते प्रदूषण में कमी आई है। बारिश के चलते थोड़ा मौसम ठंडा भी हो गया है। यही नहीं पंजाब, हरियाणा, उत्तरी राजस्थान, उत्तर प्रदेश, उत्तर कोकण, दक्षिण कोकण, उत्तर मध्य महाराष्ट्र और दक्षिण मध्य महाराष्ट्र में तड़क-गरज के साथ तेज हवाएं चलने की संभावना जताई है।
उत्तर भारत में मौसम में बदलाव आ चुका है। मौसम के पहले प्रभावी पश्चिमी विक्षोभ के चलते बने सर्कुलेशन के कारण जम्मू-कश्मीर में कई जगहों पर मध्यम से भारी बारिश हो सकती है। हिमाचल प्रदेश और उत्तराखंड में भी कुछ स्थानों पर बारिश होने का अनुमान है। कुलगाम, गुलमर्ग, पहलगाम, शिमला और केदारनाथ सहित इन राज्यों के ऊंचाई वाले क्षेत्रों में बर्फबारी होने की संभावना है।
मुख्यमंत्री विजय रूपाणी ने कहा कि भले ही चक्रवात कमजोर पड़ रहा हो, लेकिन सरकार जान-ओ-माल के नुकसान को टालने के लिए जरूरी कदम उठा रही है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी तैयारियों का जायजा लिया। प्रधानमंत्री कार्यालय ने ट्वीट किया, ‘प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने उत्तरी भारत के विभिन्न हिस्सों में प्रदूषण से उपजी स्थिति पर चर्चा करने के लिए एक बैठक की अध्यक्षता की। प्रधानमंत्री ने पश्चिमी भारत के हिस्सों में चक्रवात की स्थिति से उपजे हालात की भी समीक्षा की।'
पश्चिमी राजस्थान और पश्चिमी पंजाब में देर रात बारिश की आशंका है। इसके अलावा दिल्ली एनसीआर में भी बारिश की संभावना है। उम्मीद है कि बारिश के बाद जहरीले प्रदूषण की मार झेल रहे लोगों को राहत मिल सकती है। मौसम से जुड़ी एक निजी वेबसाइट ने यह जानकारी दी।
मौसम विभाग ने केन्द्र शासित प्रदेशों जम्मू-कश्मीर और लद्दाख के पहाड़ी और मैदानी क्षेत्रों में बुधवार से अगले तीन दिनों के लिए मध्यम से भारी बर्फबारी और बारिश होने का अनुमान जताया। पीर की गली समेत ऊंचाई वाले क्षेत्रों में मंगलवार को बर्फबारी हुई, जिसके कारण एहतियाती कदम उठाते हुए मुगल रोड को यातायात के लिए बंद कर दिया गया।
साफ मौसम और हवाओं की गति बढ़ने से दिल्ली में प्रदूषण के स्तर में कमी आई जिससे बुधवार को दिल्लीवालों ने राहत की सांस ली। हालांकि, मौसम विशेषज्ञों ने आशंका जताई है कि रात में बादल छाने और हल्की बूंदाबांदी से वायु गुणवत्ता में थोड़ी गिरावट आ सकती है। विशेषज्ञों ने गुरुवार को तेज हवा चलने से वायु गुणवत्ता की स्थिति और बेहतर होने की उम्मीद जताई है। सरकार की वायु गुणवत्ता निगरानी एवं पूर्वानुमान सेवा ‘सफर’ ने बताया कि मंगलवार को पंजाब में पराली जलाने की 6,668 घटनाएं दर्ज की गईं जो इस मौसम में सबसे अधिक हैं। हालांकि, हवाओं की दिशा की वजह से इसका दिल्ली पर प्रभाव नगण्य होगा।
मौसम विभाग ने धर्मशाला सहित राज्य के निचले इलाकों में अगले दो दिनों तक बारिश और ऊंचाई वाले इलाकों में बर्फबारी की संभावना जताई है। प्रदेश में बुधवार से बारिश, ओलावृष्टि और बर्फबारी का ऑरेंज अलर्ट जारी हुआ है।
हिमचाल के धर्मशाला में 7 नवंबर से दो दिवसीय ग्लोबल इंवेस्टर्स मीट आयोजित हो रही है। इलाके में बारिश की संभावना जताई गई है। मौसम साफ रहे इसके लिए मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर भगवान की शरण में पहुंचे। उन्होंने यहां पूजा कर मौसम साफ रहने के लिए खनियारा स्थित भगवान इंद्रूनाग में पूजा की। इस दौरान कैबिटन मंत्री बिक्रम ठाकुर, विधायक विशाल नैहरिया भी मौजूद रहे।
गंभीर चक्रवाती तूफान ''महा'' हो सकता है कि गुजरात तट पर दस्तक नहीं दे और गुरुवार शाम तक कमजोर पड़कर इसके ‘अवदाब’ के रूप में अरब सागर में खत्म हो जाने का अनुमान है। मौसम विभाग ने बुधवार को यह जानकारी दी। अगर यह अनुमान सही साबित हुआ तो यह आम लोगों और प्रशासन के लिये बड़ी राहत की बात होगी। हालांकि ''महा'' अभी भी ''गंभीर चक्रवाती तूफान'' का रूप धारण किये हुए है और पूर्वी-मध्य अरब सागर के ऊपर मंडरा रहा है। यह गुजरात के सौराष्ट्र क्षेत्र में पोरबंदर तट से लगभग 400 किलोमीटर दूर है।
चक्रवाती तूफान महा के चलते ओडिशा के उत्तरी तटीय जिलों में नौ नवंबर और 10 नवंबर को कहीं हल्की तो कहीं मध्यम बारिश होने की संभावना है। वहीं तूफान को लेकर चेतावनी जारी होने से 15 दिन पहले ओडिशा में निम्न दबाव क्षेत्र बनने से हुई बारिश के कारण अबतक छह लोगों की मौत हो चुकी है। मौसम विभाग ने यह जानकारी साझा की है।
महाराष्ट्र के मराठवाड़ा क्षेत्र में पिछले चार दिनों के दौरान किसानों द्वारा आत्महत्या के कम से कम 10 मामले सामने आए हैं। उल्लेखनीय है कि यहां बेमौसम बारिश के चलते फसल को भारी नुकसान हुआ है। इन सभी मामलों में आत्महत्या की वजह अभी तक पता नहीं चली है। मध्य महाराष्ट्र के इस क्षेत्र में बेमौसम बारिश के चलते सोयाबीन, ज्वार, मक्का और कपास जैसी खरीफ की फसल को भारी नुकसान पहुंचा है।
जम्मू क्षेत्र में पुंछ और राजौरी जिलों को दक्षिण कश्मीर के शोपियां जिले से जोड़ने वाले मुगल रोड को ऊंचाई वाले क्षेत्रों में बर्फबारी होने के बाद बुधवार को वाहनों के आवागमन के लिए बंद कर दिया गया। अधिकारियों ने यह जानकारी दी। मौसम विभाग ने मंगलवार को केन्द्र शासित प्रदेशों जम्मू-कश्मीर और लद्दाख के पहाड़ी और मैदानी क्षेत्रों में बुधवार से अगले तीन दिनों के लिए मध्यम से भारी बर्फबारी और बारिश होने का अनुमान जताया था। अधिकारियों ने बताया कि पीर की गली समेत ऊंचाई वाले क्षेत्रों में मंगलवार को बर्फबारी हुई, जिसके कारण एहतियाती कदम उठाते हुए मुगल रोड को यातायात के लिए बंद कर दिया गया।
गुजरात में अधिकांश स्थानों में चक्रवाती तूफान 'महा' के चलते अगले 24 घंटों के दौरान बारिश होने की संभावना है। इस दौरान तेज हवाएं भी चल सकती है। मौसम से जुड़ी एक निजी वेबसाइट ने यह जानकारी दी। इसके अलावा दहानु, नासिक और जलगांव में भी बरसात हो सकती है।
चक्रवाती तूफान 'महा' की वजह से आठ नवंबर की शाम से ओडिशा-पश्चिम बंगाल में उत्तर-पश्चिम बंगाल की खाड़ी के ऊपर तटों पर इसके मौजूद रहने के कारण इसके प्रभाव से 40 से 50 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से तेज हवाएं चलने की आशंका है। मौसम विभाग के मुताबिक इस दौरान 60 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से धूल भरी आंधी चलने की संभावना है और धीरे-धीरे यह रफ्तार तेज हो सकती है।
बंगाल की खाड़ी के ऊपर बना विक्षोभ बुधवार को गहरे विक्षोभ में बदल गया और जल्द इसके चक्रवात में तब्दील होने की आशंका है। भारत मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) के एक अधिकारी ने यह जानकारी दी। राज्य सरकार के एक अधिकारी ने बताया कि विक्षोभ गहराने से व्यापक बारिश होने का पूर्वानुमान है और ओडिशा सरकार ने राज्य के 30 में से 15 जिलों को संभावित बाढ़ की आशंका और जलजमाव को देखते हुए सचेत रहने का निर्देश दिया है।
बंगाल की खाड़ी में गहरे दबाव के क्षेत्र के मजबूत होकर चक्रवाती तूफान का रूप लेने और पश्चिम बंगाल के तटीय क्षेत्रों में नौ नवंबर को भारी वर्षा होने की संभावना है। मौसम विभाग ने मंगलवार को यह जानकारी दी। यहां क्षेत्रीय मौसमविज्ञान केंद्र के निदेशक जी के दास ने बताया कि गहरे दबाव का क्षेत्र अभी पूर्व मध्य और दक्षिणपूर्व बंगाल की खाड़ी में बना हुआ है जिसके पश्चिम बंगाल, पड़ोसी उत्तर ओड़िशा और बांग्लादेश के तटों की ओर आगे बढ़ने की संभावना है। उन्होंने कहा कि ऐसी संभावना है कि पूर्वी मिदनापुर, उत्तरी 24 परगना और दक्षिणी 24 परगना जिलों में नौ नवंबर को भारी बारिश हो। समुद्र और पश्चिम बंगाल और ओड़िशा के समुद्र तटीय क्षेत्रों में 50 किलोमीटर से लेकर 70 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से हवा चलने की संभावना है। मछुआरों को आठ नवंबर की शाम से उत्तरी बंगाल की खाड़ी में और अन्य तटीय क्षेत्रों में समुद्र में नहीं जाने की सलाह दी गयी है। दास ने कहा, ‘‘ जो लोग गहरे समुद्र में गये हैं उन्हें सात नवंबर की शाम तक तट पर लौट आने की सलाह दी गयी है।’’ उन्होंने कहा कि उत्तरी बंगाल की खाड़ी में समुद्र की दशा आठ और नौ नवंबर को खराब और दस नवंबर को बहुत खराब रहने की संभावना है।
मौसम विभाग के मुताबिक, चक्रवाती तूफान महा के कारण तटीय कोंकण, मध्य महाराष्ट्र और मराठवाड़ा के कुछ हिस्सों में बारिश होने की संभावना है। यह तूफान सात नवंबर को गुजरात तट पर दस्तक दे सकता है।
चक्रवात ‘महा’ के कारण भारी बारिश की चेतावनी को देखते हुए महाराष्ट्र के पालघर जिले में स्कूल और कॉलेज छह से आठ नवंबर तक बंद रहेंगे। अधिकारियों ने बताया कि पालघर और पड़ोस के ठाणे जिले में मछुआरों को अगले तीन-चार दिनों तक समुद्र में नहीं निकलने को कहा गया है। पालघर के जिलाधिकारी कैलाश शिंदे ने तीन दिनों के लिए स्कूलों और कॉलेजों को बंद रखने का आदेश दिया है। जिला आपदा प्रबंधन प्रकोष्ठ के प्रमुख विवेकानंद कदम ने मंगलवार को इस बारे में बताया। महाराष्ट्र के मुख्य सचिव अजय मेहता ने सोमवार को क्षेत्र की स्थिति की समीक्षा की थी। तट के पास के गांवों को सतर्क कर दिया गया है।
बंगाल की खाड़ी में गहरे दबाव के क्षेत्र के मजबूत होकर चक्रवाती तूफान का रूप लेने और पश्चिम बंगाल के तटीय क्षेत्रों में नौ नवंबर को भारी वर्षा होने की संभावना है। मौसम विभाग ने मंगलवार को यह जानकारी दी। यहां क्षेत्रीय मौसमविज्ञान केंद्र के निदेशक जी के दास ने बताया कि गहरे दबाव का क्षेत्र अभी पूर्व मध्य और दक्षिणपूर्व बंगाल की खाड़ी में बना हुआ है जिसके पश्चिम बंगाल, पड़ोसी उत्तर ओड़िशा और बांग्लादेश के तटों की ओर आगे बढ़ने की संभावना है।
अगले दो दिनों के दौरान भयंकर चक्रवात ‘महा’ के कारण गोवा के साथ ही तटीय कोंकण, मध्य महाराष्ट्र और मराठवाड़ा क्षेत्रों के कई हिस्सों में वर्षा होने की संभावना है। ‘महा’ सात नवंबर को दीव के समीप गुजरात तट पर पहुंच सकता है। मौसम विज्ञान विभाग के एक अधिकारी ने मंगलवार को बताया कि पूर्व मध्य और पश्चिम मध्य अरब सागर में चक्रवात ‘महा’ बन रहा है जिसके पूर्व-उत्तरपूर्व की ओर तेजी से बढ़ने की संभावना है लेकिन आगे बढ़ने के दौरान वह कमजोर होता जाएगा।
महाराष्ट्र के मराठवाड़ा क्षेत्र में पिछले चार दिनों के दौरान किसानों द्वारा आत्महत्या के कम से कम 10 मामले सामने आए हैं। उल्लेखनीय है कि यहां बेमौसम बारिश के चलते फसल को भारी नुकसान हुआ है। इन सभी मामलों में आत्महत्या की वजह अभी तक पता नहीं चली है। मध्य महाराष्ट्र के इस क्षेत्र में बेमौसम बारिश के चलते सोयाबीन, ज्वार, मक्का और कपास जैसी खरीफ की फसल को भारी नुकसान पहुंचा है।
बंगाल की खाड़ी के ऊपर बढ़ा दबाव बुधवार तक चक्रवाती तूफान में बदल सकता है। मौसम विभाग के एक अधिकारी ने बताया, 'इसकी गति और दिशा पर लगातार नजर रखी जा रही है। अभी इसके संभावित प्रभाव को लेकर कोई स्पष्ट तस्वीर सामने नहीं आई है।’’
पहाड़ी राज्यों में हल्की से मध्यम बारिश की संभावना है। यह बारिश बुधार से शुक्रवार के बीच हो सकती है। वहीं कुछ इलाकों में तो बर्फबारी भी हो सकती है। मौसम पर नजर रखने वाली एक निजी वेबसाइट के मुताबिक 7 नवंबर को बारिश के साथ-साथ कई इलाकों में बर्फबारी की संभावना है।
चक्रवाती तूफान 'महा' का महाराष्ट्र पर असर दिख सकता है। यहां पुणे, सांगली, सतारा, कोल्हापुर, रत्नागिरी में हो तेज बारिश की संभावना है। इसके अलावा मुंबई और नासिक में भी तेज बारिश हो सकती है। बता दें कि चक्रवाती तूफान ‘महा’ अरब सागर में ‘अत्यंत गंभीर चक्रवातीय तूफान’ और यह पोरबंदर से लगभग 660 किमी की दूरी पर है।
ओडिशा के 15 जिलों में भारी बारिश का अलर्ट जारी किया गया है। मौसम विभाग ने बताया कि बालासोर, भद्रक, केंद्रपाड़ा, जगतसिंहपुर, गंजाम, पुरी, गजपति, कोरापुट, रायगढ़, नबरंगपुर, कालाहांडी, कंधमाल, बौध, नौपाड़ा और मलकानगिरी में आने वाले 48 घंटों के दौरान भारी बारिश हो सकती है।
मौसम विभाग बुधवार रात और बृहस्पतिवार को उत्तर-पश्चिम भारत में बारिश की आंशका जताई है। क्षेत्रीय मौसम पूर्वानुमान केंद्र के प्रमुख कुलदीप श्रीवास्तव ने बताया, 'पश्चिमी विक्षोभ के कारण बुधवार रात और बृहस्पतिवार को उत्तर-पश्चिम भारत में बारिश के अच्छे आसार हैं। दिल्ली-एनसीआर, जम्मू कश्मीर, हिमाचल प्रदेश, उत्तराखंड, पंजाब, हरियाणा, राजस्थान, पश्चिमी उत्तरप्रदेश में बारिश होगी ।'
ओडिशा सरकार ने आगामी गुरुवार से भारी वर्षा की आशंका के बीच संभावित बाढ़ और जलभराव की स्थिति से निपटने के लिए मंगलवार को राज्य के 15 जिलों को अलर्ट जारी किया है। मौसम विभाग ने बंगाल की खाड़ी में विक्षोभ के कारण गुरुवार से भारी बारिश होने की आशंका जतायी है। आधिकारिक सूत्रों ने यह जानकारी दी।
चक्रवाती तूफान ‘महा’ अरब सागर में ‘अत्यंत गंभीर चक्रवातीय तूफान’ और यह पोरबंदर से लगभग 660 किमी की दूरी पर है। मौसम विभाग की भविष्यवाणी के अनुसार गुजरात तट से टकराने से पहले यह कमजोर होकर ‘चक्रवातीय तूफान’ रह जाएगा। इस तूफान के कारण राजकोट सहित गुजरात के अधिकांश जिलों में छह और सात नवंबर को हल्की से लेकर औसत बारिश होने की संभावना है।
बंगाल की खाड़ी के ऊपर बढ़ा दबाव बुधवार तक चक्रवाती तूफान में बदल सकता है। मौसम विभाग के एक अधिकारी ने बताया, 'इसकी गति और दिशा पर लगातार नजर रखी जा रही है। अभी इसके संभावित प्रभाव को लेकर कोई स्पष्ट तस्वीर सामने नहीं आई है।’’ मछुआरों को सलाह दी गई है कि वे अगली सूचना तक समुद्र में न जाएं।
बंगाल की खाड़ी के ऊपर बना एक निम्न दाब क्षेत्र गंभीर रूप लेते हुए मंगलवार को विक्षोभ में तब्दील हो गया। मौसम विभाग ने यहां यह जानकारी दी। मौसम विज्ञान केंद्र ने कहा कि बुधवार को इसके चक्रवाती तूफान में तब्दील होने की आशंका है। भुवनेश्वर स्थित मौसम विज्ञान केंद्र के निदेशक एच आर बिस्वास ने कहा, ‘‘यह विक्षोभ पूर्व-मध्य और उससे लगी बंगाल की खाड़ी के दक्षिण-पूर्वी हिस्से और उत्तरी अंडमान सागर पर केंद्रित है।
प्रदूषण सभी के लिए एक गंभीर समस्या बन गया है। हमें मौसम की तो पल-पल की जानकारी मिल जाती है लेकिन प्रदूषण की जानकारी नहीं मिल पाती। इस कमी को आईआईटी दिल्ली के दूर करने के दिशा में बड़ा कदम उठाया है। संस्थान ने प्रदूषण की भविष्यवाणी करने के लिए एक डिवाइस तैयार की है। इसके जरिए 15 दिन पहले ही प्रदूषण से जुड़ी जानकारियों को प्राप्त कर लिया जाएगा।
मौसम के बिगड़ते मिजाज को देखते हुये कैबिनेट सचिव राजीव गाबा की अध्यक्षता में राष्ट्रीय आपदा प्रबंधन समिति (एनसीएमसी) की बैठक में गुजरात, महाराष्ट्र और दमन एवं दीव में आने वाले ‘महा’ चक्रवात से निपटने की तैयारी का जायजा लिया गया। बैठक में गुजरात और महाराष्ट्र के मुख्य सचिवों ने बताया कि दोनों राज्यों में जरूरी तैयारियां कर ली गई है तथा आपदा प्रबंधन बल के दलों को तटरक्षक एवं नौसेना के पोतों के साथ तैनात कर दिया गया है।
जिला प्रशासन को सतर्क करते हुये मछली पकड़ने की सभी गतिविधियों पर रोक लगा दी गई है। दमन एवं दीव प्रशासन ने भी अपनी तैयारियों और बचाव कार्य का ब्यौरा पेश किया। बैठक में गृह मंत्रालय, रक्षा मंत्रालय, मौसम विभाग और आपदा प्रबंधन आला अधिकारियों ने हिस्सा लिया।
दिल्ली में मंगलवार सुबह हवा की गति में वृद्धि होने से प्रदूषण के स्तर में कुछ कमी आई, लेकिन वायु गुणवत्ता अब भी ‘बेहद खराब’ श्रेणी में बनी हुई है। मौसम विभाग के अनुसार, अगले 24 घंटों में तेज हवाएं चलने की संभावना है। सुबह 9.44 बजे, दिल्ली का वायु गुणवत्ता सूचकांक (एक्यूआई) 365 दर्ज किया गया। विवेक विहार, आनंद विहार और आईटीओ क्षेत्र में एक्यूआई क्रमश: 410, 395 और 382 दर्ज किया गया। हवा में मामूली बढ़ोतरी के कारण सोमवार को रात साढ़े आठ बजे शहर का औसत एक्यूआई 370 दर्ज किया गया था।
चक्रवाती तूफान 'महा' गुजरात की ओर बढ़ रहा है। इस दौरान बारिश और तेज हवा चलने की संभावना है। इस वजह से खरीफ फसलों को नुकसान की आशंका है।
विभाग ने अगले 48 घंटे के लिये मौसम का पूर्वानुमान जारी करते हुए चक्रवाती तूफान ‘महा’ के कारण छह नवंबर को गुजरात के सौराष्ट्र और कच्छ क्षेत्र तथा अंडमान निकोबार में कुछ स्थानों पर मूसलाधार बारिश, तथा कोंकण, गोवा एवं मध्य महाराष्ट्र में तेज बारिश की आशंका जतायी है। इसके अलावा पश्चिमी विक्षोभ के कारण बुधवार को जम्मू कश्मीर में तेज बर्फीली हवायें तथा पंजाब और हिमांचल प्रदेश में ओलावृष्टि के साथ तेज हवाएं चलने की संभावना व्यक्त की है। भाग ने सात नवंबर को गुजरात में कुछ स्थानों पर मूसलाधार बारिश के अलावा जम्मू कश्मीर, हिमाचल प्रदेश, पंजाब, पूर्वी राजस्थान, पश्चिमी मध्य प्रदेश और अंडमान निकोबार में कुछ स्थानों पर भारी बारिश तथा इन इलाकों के अलावा हरियाणा में गरज चमक के साथ तूफानी हवाओं की चेतावनी दी है।
मौसम विभाग ने पांच नवंबर की रात को पश्चिमी हिमालयी क्षेत्र में पश्चिमी विक्षोभ के सक्रिय होने की संभावना को देखते हुये देश के उत्तर पश्चिमी इलाकों एवं मध्य भारत में छह नवंबर से तेज बारिश का दौर शुरु होने की चेतावनी जारी की है। मौसम विभाग द्वारा सोमवार को जारी मौसम संबंधी पूर्वानुमान के अनुसार पश्चिमी तट पर सक्रिय चक्रवाती तूफान ‘महा’ के बीच मंगलवार की रात में पश्चिमी हिमालय क्षेत्र में विक्षोभ की सक्रियता के कारण बुधवार को उत्तर पश्चिमी एवं मध्य भारत के मैदानी इलाकों में छह नवंबर को तेज बारिश की आशंका है।
उत्तर भारत में मौसम में बदलाव के चलते दिल्ली-एनसीआर की आबोहवा में आज सुधार की उम्मीद है। बता दें कि सोमवार को दिनभर खिली धूप और हवा की चाल में आई तेजी से प्रदूषण स्तर में 87 अंक की कमी आई है। मौसम विभाग का कहना है कि आने वाले दिनों में मौसमी दशाएं दिल्ली-एनसीआर के लिए सकारात्मक रहेंगी। 7-8 नवंबर को बारिश होने का भी अनुमान है। इससे दिल्ली-एनसीआर में हवा की गुणवत्ता में तेजी से सुधार आ सकता है।
यह चक्रवाती तूफान गुजरात के अधिकांश हिस्सों में भारी बारिश लाएगा, जबकि कुछ स्थानों पर छह और सात नवंबर को भारी बारिश होने की संभावना है।’’ मौसम विज्ञान केंद्र की उप निदेशक मनोरमा ने कहा,‘‘इस तूफान से उत्तरी गुजरात के पोरबंदर से सूरत और दक्षिण गुजरात के भरूच जिले तक का पूरा तटीय इलाका प्रभावित होगा। अमरेली, गिर-सोमनाथ, जूनागढ़, आणंद, अहमदाबाद, बोटाद और राजकोट जिलों में भी मौसम खराब रहने की संभावना है।’’ राज्य के कृषि मंत्री आर सी फाल्डू ने कहा कि जिले के अधिकारियों को महा द्वारा संभावित प्रभाव से बचने के बारे में निर्देशित किया गया है।