Weather Forecast: जम्मू में भारी बारिश की वजह से मुगल रोड और डोडा-किश्तवाड़ राजमार्ग को गुरुवार को बंद कर दिया गया है। प्रशासन से जुड़े एक अधिकारी ने यह जानकारी दी। मुगल रोड पर पोशाना में लैंडस्लाइड की वजह से मार्ग को बंद कर दिया गया है। मार्ग पर कई वाहन फंस चुके हैं जिन्हें निकालने का काम जारी है।
बता दें कि मुगल रोड पुंछ और राजौरी जिलों को दक्षिण कश्मीर के शोपियां से जोड़ता है। वहीं दिल्ली-एनसीआर में कल बारिश की आशंका जताई गई है। इसके अलावा कर्नाटक, ओडिशा राजस्थान और हिमाचल के कई जिलों में भारी बारिश हुई। राजस्थान में विभाग ने चेतावनी दी है कि अगले 24 घंटें में पूर्वी राजस्थान के कुछ इलाकों में भारी बारिश हो सकती है। बीते 24 घंटें में सीकर जिले के श्रीमाधोपुर, सीकर ओर सीकर तहसील इलाके में 12—12 सेंटीमीटर बारिश हुई है। कई जगह जलभराव की वजह से सड़क परिवहन बुरी तरह प्रभावित रहा।
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कर्नाटक में झमाझम बारिश से मौसम सुहाना हो गया। मौसम विभाग ने बताया कि मानसूनी गतिविधियां बेहतर होने की वजह से तटीय इलाकों में अच्छी बारिश हुई है। कार्कल में सबसे अधिक 14 सेमी बारिश दर्ज की गई।
जम्मू-कश्मीर के डोडा में भारी बारिश से सड़क परिवहन बुरी तरह से प्रभावित हुआ है। न्यूज एजेंसी एएनआई ने इसका एक वीडियो जारी किया है।
राजस्थान के सिकर में गुरुवार को हुई बारिश के बाद कई जगह पर जलभराव हो गया। इस वजह से लोगों को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। न्यूज एजेंसी एएनआई ने इसकी तस्वीरें साझा की है।
जून का महीना आते आते देश के विभिन्न हिस्सों में बारिश की आहट सुनाई देने लगती है और जुलाई में सावन अपने शबाब पर होता है, लेकिन 14 बरस पहले 26 जुलाई के दिन बादलों से बारिश नहीं बल्कि आफत बरसी। 2005 में देश की वाणिज्यिक राजधानी मुंबई सहित महाराष्ट्र के कई हिस्से बारिश के इस सितम का शिकार हुए। जो जहां था वहीं थम गया, जिसने कुदरत के इस कहर से मुकाबला करने की कोशिश की, उसे मौत ने लील लिया। लोग कई दिनों तक अपने घरों, दफ्तरों, फैक्टरियों और रेलवे स्टेशनों पर फंसे रहे। स्कूल कॉलेज बंद करने पड़े और राज्य को भारी नुकसान का सामना करना पड़ा। मौसम विभाग के आंकड़ों के अनुसार उस दिन महाराष्ट्र में कुल 944 मिमी. (37.17 इंच) बारिश हुई। वर्षा जनित घटनाओं में एक हजार से ज्यादा लोगों की जान गई और इस तेज रफ्तार महानगर को दोबारा अपनी चाल पर वापस लौटने में कई हफ्ते लगे।
हिमाचल प्रदेश के कई जिलों में गुरुवार को बारिश से मौसम एकबार फिर सुहाना हो गया। मौसम विभाग ने बताया कि पांवटा साहिब में सबसे ज्यादा 112 मिमी बारिश दर्ज की गई। इसके अलावा पालमपुर (63 मिमी), धर्मशाला (55 मिमी), घुमारवीं (50 मिमी), सुजानपुर तिहरा (45 मिमी), नैना देवी (41 मिमी), कसौली (38 मिमी), बैजनाथ (25 मिमी), देहरा गोपीपुर (18 मिमी) , मनाली (17 मिमी), कुफरी (14 मिमी) और हमीरपुर (13 मिमी) बारिश दर्ज की गई।
ओडिशा के कई हिस्सो में बारिश के बाद तापमान में भारी गिरावट दर्ज की गई। बंगाल की खाड़ी में चक्रवाती सर्कुलेशन की वजह से कई हिस्सों में झमाझम बारिश से राज्य के किसानों को राहत मिलेगी। मौसम विभाग ने कहा कि अगले 24 घंटे के दौरान कोरापुट, मलकानगिरी, नवरंगपुर, क्योंझर, मयूरभंज, सुंदरगढ़, बालासोर और भद्रक में भारी बारिश होगी।
तेलंगाना में इस मानसून सीजन में बारिश में औसतन 38 प्रतिशत की कमी दर्ज की गई है। मौसम विभाग ने यह जानकारी दी। विभाग ने बताया कि राज्य में 1 जून से 25 जुलाई के बीच 199 मिमी की बारिश दर्ज की गई जो कि औसतन बारिश 318.5 मिमी की तुलना में काफी कम है।
कश्मीर के कई इकालों में गुरुवार को बारिश हुई। बारिश के बाद बीते दो हफ्तों से गर्मी झेल रहे लोगों को थोड़ी राहत मिली है। बारिश के बाद कई जगहों पर जलभराव हो गया है जिससे लोगों को काफी परेशानियों को सामना करना पड़ रहा है। बारिश सुबह करीब सात बजकर पैंतालीस मिनट पर हुई। मौसम विभाग ने अगले 24 घंटे के दौरान भारी बारिश की चेतावनी जारी की है।
दिल्ली एनसीआर के अलावा पंजाब, हरियाणा, यूपी, झारखंड आदि इलाकों में भी दो दिनों तक बारिश की संभावना है। वहीं मुंबई में हो रही तेज बारिश से जनजीवन प्रभावित हुआ है। भारी बारिश के चलते कई इलाकों में पानी भर गया है और यातायात व्यवस्था बुरी तरह से प्रभावित हुई है।
मौसम विभाग ने बुधवार को हिमाचल प्रदेश के लिए ओरेंज वार्निंग जारी की है। इस चेतावनी के तहत 25 जुलाई यानि कि गुरुवार को हिमाचल प्रदेश में भारी बारिश की आशंका है और यह बारिश आगामी 30 जुलाई तक जारी रह सकती है। बारिश के चलते पहाड़ों पर नुकसान हो सकता है, जिससे जनजीवन के लिए खतरा है।
बीते 24 घंटों के दौरान महाराष्ट्र, पश्चिम बंगाल, जम्मू-कश्मीर, कर्नाटक, बिहार, तमिलनाडु, मध्य प्रदेश और राजस्थान में बारिश हुई है।
मौसम विभाग के अनुसार, मुंबई के पास चक्रवात की स्थिति बन रही है, जिससे शहर में भारी बारिश की संभावना है। यह बारिश अगले 2-3 दिनों तक चल सकती है।
मानसून में वेस्टर्न डिस्टरबेंस का असर चंडीगढ़ और आस-पास के इलाकों में देखने को मिला। पंजाब और हरियाणा में आज और कल बारिश हो सकती है।
मुंबई में जारी भारी बारिश के चलते कई इलाकों में पानी भर गया है। जिसके चलते ट्रैफिक की समस्या काफी बढ़ गई है। मुंबई के अंधेरी, हिंदमाता, चेंबूर, मानखुर्द आदि इलाकों में जलभराव की समस्या हुई है।
गुजरात में इस बार मानसूनी बारिश खूब हुई है। बीते 24 घंटे में गुजरात के वेरावल समेत दक्षिणी गुजरात में खूब बारिश हुई है। हालांकि सौराष्ट्र और कच्छ का मौसम अभी भी शुष्क बना हुआ है। आने वाले दिनों में भी गुजरात में अच्छी बारिश की संभावना है।
दिल्ली एनसीआर में अगले दो दिन बारिश होने के बाद 27 जुलाई से मानसून फिर से कमजोर पड़ जाएगा, जिससे लोगों को बारिश के लिए इंतजार करना पड़ेगा। लेकिन इस माह के अंत में या फिर अगले माह की शुरुआत में फिर से बारिश दिल्ली एनसीआर में दस्तक दे सकती है।
स्काईमेट की एक रिपोर्ट के अनुसार, इस समय बीकानेर से लेकर उत्तर प्रदेश, बिहार, पश्चिम बंगाल और असम होते हुए बंगाल की खाड़ी के उत्तर पश्चिमी भाग तक मानसून टर्फ रेखा बनी हुई है, जिसके चलते इन इलाकों में अगले दो दिनों तक तेज बारिश की संभावना जतायी जा रही है।