Weather Forecast Today, Cyclone Maha LIVE Updates: गुजरात के लोगों को चक्रवात ‘महा’ से राहत मिली है।भारतीय मौसम विभाग (आईएमडी) ने गुरुवार को कहा कि चक्रवात ‘महा’ अरब सागर में कमजोर हो गया और राज्य में दस्तक दिए बगैर ही ‘दबाव’ वाले क्षेत्र में तब्दील हो गया। आईएमडी ने कहा कि अरब सागर से उठा चक्रवात बुधवार को तेजी से कमजोर पड़ा और बृहस्पतिवार सुबह तक ‘गहरे दबाव’’ और फिर ‘दबाव’ वाले क्षेत्र में तब्दील हो गया।
Weather Forecast Today, Cyclone Maha LIVE Updates
आईएमडी ने एक विज्ञप्ति में कहा कि ‘दबाव’ वाला क्षेत्र गुजरात के वेरावल तट से करीब 100 किलोमीटर दक्षिण में है। विज्ञप्ति के अनुसार, ‘‘इसके पूर्व-उत्तरपूर्व की ओर बढ़ने और फिर अगले 12 घंटे के दौरान दक्षिण गुजरात तट पर कम दबाव वाले क्षेत्र के रूप में परिर्वितत हो कमजोर होने की संभावना है।’’ इसके अनुसार, इस मौसमी परिस्थिति के कारण अगले दो दिनों में गुजरात के ज्यादातर हिस्सों में हल्की से मध्यम बारिश होगी। राष्ट्रीय राजधानी में गुरुवार को वायु गुणवत्ता एक बार फिर ‘‘बहुत खराब’’ की श्रेणी में आ गई। हल्की बारिश के चलते नमी बढ़ने से ऐसा हुआ।
अधिकारियों ने यह जानकारी दी। दिल्लीवासी धूप निकलने और हवा की गति में सुधार आने के बाद पिछले तीन दिनों में कम प्रदूषित हवा में सांस ले रहे थे लेकिन बृहस्पतिवार को नमी बढ़ने से प्रदूषण का स्तर भी बढ़ गया। रविवार को भी हल्की बारिश ने नमी बढ़ा दी थी जिससे शहर की आबोहवा दमघोंटू हो गयी थी। मौसम विशेषज्ञों का कहना है कि भारी नमी और हल्की हवाओं के चलते प्रदूषकों का फैलाव बढ़ा और इसके चलते अधिक संख्या में द्वितीयक कणों के निर्माण को बढ़ावा मिला। द्वितीयक कण वे हैं जो प्राथमिक प्रदूषकों और अन्य वायुमंडलीय घटकों जैसे सल्फर-डाइऑक्साइड और नाइट्रोजन डाइऑक्साइड के साथ जटिल रासायनिक प्रभाव से पैदा होते हैं।
श्रीनगर हवाईअड्डे से उड़ान संचालन को बहाल किया जाना बाकी था। यातायात विभाग के अधिकारियों ने कहा कि श्रीनगर-जम्मू राजमार्ग शुक्रवार को बंद रहेगा, क्योंकि यहां बर्फ की सफाई का काम चल रहा है।
कश्मीर में दूसरे दिन भी भारी बर्फबारी से जनजीवन अस्त-व्यस्त रहा। पिछले 36 घंटे से स्थिति में कोई सुधार नहीं है जिससे यहां सेब के पेड़ों को भी भारी नुकसान पहुंचा है। बर्फबारी के चलते गुरुवार से ट्रांसपोर्ट और टेलीफोन सेवाओं के ठप रहने से घाटी का संपर्क देश के बाकी हिस्से से टूट गया। श्रीनगर-जम्मू और श्रीनगर-लेह राजमार्ग पर यातायात बाधित है और इसके साथ ही कल श्रीनगर अंतर्राष्ट्रीय हवाईअड्डे से सभी उड़ानों को रद्द कर दिया गया है।
तूफान बुलबुल प्रभावी होने के बाद ओडिशा और पश्चिम बंगाल की तरफ बढ़ रहा है। ऐसे में इन दोनों राज्यों में बारिश होने का अनुमान है। यहां तेज हवाएं चलने का भी पूर्वानुमान व्यक्त किया गया है।
जम्मू-कश्मीर के श्रीनगर में भारी बर्फबारी से सड़के अवरुद्ध हो गईं। सड़क पर बर्फ गिरने से आवाजाही प्रभावित रही।
देहरादून में भी बृहस्पतिवार को दिन भर बादल छाये रहे जबकि बीच—बीच में बूंदाबांदी भी हुई । यहां न्यूनतम तापमान 14.5 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया । मौसम विभाग से मिली जानकारी के अनुसार, प्रदेश में मुक्तेश्वर सबसे ठंडा स्थान रहा, जहां न्यूनतम तापमान 8.1 डिग्री सेल्सियस रहा। टिहरी में तापमान 10 डिग्री सेल्सियस रहा।
पंजाब, हरियाणा में बारिश के बाद प्रदूषण की स्थिति में सुधार होने की उम्मीद है। मौसम विशेषज्ञों का कहना है कि हरियाणा और पंजाब में अच्छी बारिश हुई है, इससे दिल्ली के प्रदूषण में पराली जलाने का प्रभाव कम होगा। नासा की उपग्रह से ली गई तस्वीर में पराली जलाने की संख्या में कमी दिखायी दी। विशेषज्ञों ने बताया कि शुक्रवार शाम के बाद से फिर हवा की गति बढ़ेगी जिससे प्रदूषक तत्वों का छितराव होगा।
चक्रवात बुलबुल अति गंभीर चक्रवात का रूप ले चुका है। मौसम विभाग का कहना है कि यह सागर द्वीप से करीब 530 किलोमीटर दूर केंद्रित है। चक्रवात बुलबुल के 10 नवंबर को पश्चिम बंगाल और बांग्लादेश तट से टकराने की आशंका है।
मुंबई के मलाड समेत कई इलाकों में बारिश होने की खबर है। मौसम विभाग के अनुसार महानगर के कई हिस्सों में हल्की से मध्यम बारिश का पूर्वानुमान व्यक्त किया गया है।
निजी मौसम पूर्वानुमान एजेंसी स्काईमेट वेदर के वरिष्ठ वैज्ञानिक महेश पालावत ने कहा, ‘‘हमारा अनुमान है कि बर्फबारी के चलते जम्मू-कश्मीर और हिमाचल प्रदेश से ठंडी, सूखी हवाएं चलेंगी। सूखी हवा से नमी में कमी आएगी। अगले 24 घंटे के बाद हवा की गुणवत्ता में सुधार होने लगेगा।’’ उन्होंने कहा बताया कि 9 और 10 नवंबर को हवा की गति 20-25 किलोमीटर प्रति घंटे तक बढ़ेगी।
दक्षिण दिल्ली नगर निगम ने प्रदूषण पर लगाम लगाने के कामों में कथित तौर पर लापरवाही बरतने के चलते बृहस्पतिवार को दो अधिकारियों तथा कई सफाई र्किमयों को निलंबित कर दिया।अधिकारियों ने तीन सहायक सैनिटरी इंस्पेक्टरों से स्पष्टीकरण भी मांगा है कि अपनी ड्यूटी अच्छी तरह न निभाने के लिए उनके खिलाफ कार्रवाई क्यों न की जाए।
अहमदाबाद आईएमडी केंद्र के निदेशक जयंत सरकार ने कहा, ‘‘‘महा’ अब चक्रवात नहीं रहा। यह गुजरात तट पर दस्तक दिए बगैर समुद्र में दबाव वाले क्षेत्र में परिर्वितत हो गया है। अगले दो दिनों में ज्यादातर जिलों में बारिश हो सकती है।’’ आईएमडी ने कहा कि बहरहाल मछुआरों को अगले 12 घंटे के दौरान समुद्र में न जाने की सलाह दी गयी है क्योंकि वहां मौसम की परिस्थितियां ‘खराब’ होगी और 40 से 50 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से हवा चल सकती है।