Wazirpur (Delhi) Election/Chunav Result 2025: दिल्ली की जीरपुर विधानसभा सीट पर आप और बिजेपी के बीच काफी कड़ी टक्कर रही। साल 2020 में इस सीट पर आप ने जीत हासिल की थी। लेकिन इस बार इस जगह पर कमल खिला है। बता दें कि बीजेपी की पूनम शर्मा करीब 11 हजार वोटों से जीत गई हैं। उन्होंने इन बार आप के राजेश गुप्ता को मात दी है।
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आम आदमी पार्टी ने इस बार भी अपने विजेता रहे राजेश गुप्ता पर ही दांव लगाया था। वहीं भारतीय जनता पार्टी ने पूनम शर्मा को टिकट दिया। अगर कांग्रेस की बात करें तो पार्टी ने इस बार अपने तेज तर्रार प्रवक्ता रागिनी नायक को टिकट दिया था।
पार्टी | प्रत्याशी | वोट |
आप | राजेश गुप्ता | 43194 |
बीजेपी | पूनम शर्मा | 54414 |
कांग्रेस | रागिनी नायक | 43194 |
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वजीरपुर विधानसभा सीट पर साल 2020 में क्या रहे नतीजे?
वजीरपुर विधानसभा सीट पर 2020 में हुए चुनाव में आम आदमी पार्टी के राजेश गुप्ता ने 57,331 वोटों के साथ जीत हासिल की। उन्होंने भारतीय जनता पार्टी के महेंद्र नागपाल को 11,690 वोटों के अंतर से हराया। उनके खाते में 45,641 वोट आए। कांग्रेस के उम्मीदवार हरिकिशन जिंदल को महज 3,501 वोट मिले। 2020 के चुनाव में कुल 1,81,241 वोटर्स में से 1,09,654 ने वोट डाले जो कि लगभग 60 फीसदी मतदान था।
पार्टी | उम्मीदवार | वोट |
आप | राजेश गुप्ता | 57,331 |
बीजेपी | महेंद्र नागपाल | 45,641 |
कांग्रेस | हरिकिशन जिंदल | 3,501 |
2015 विधानसभा चुनाव के नतीजे?
2015 में वजीरपुर विधानसभा क्षेत्र में कुल 163100 मतदाता थे। कुल वैध मतों की संख्या 111585 थी। इस सीट से आम आदमी पार्टी के उम्मीदवार राजेश गुप्ता जीते और विधायक बने। उन्हें कुल 61208 वोट मिले। भारतीय जनता पार्टी के उम्मीदवार डॉ महेंद्र नागपाल कुल 39164 वोटों के साथ दूसरे स्थान पर रहे। वे 22044 वोटों से हार गए।
कांग्रेस का गढ़ रहा था वजीरपुर
वजीरपुर विधानसभा सीट पर पहली बार 1993 में इलेक्शन हुए थे। उस वक्त कांग्रेस के दीप चंद बंधु ने जीत दर्ज की थी। उन्होंने 1998 के चुनाव में भी अपनी लगातार दूसरी जीत बरकरार रखी। हालांकि 2003 में भारतीय जनता पार्टी ने कांग्रेस को हराते हुए यह सीट जीत ली थी। बीजेपी के मांगे राम गर्ग ने यहां से चुनाव जीता, लेकिन 2008 में उन्हें कांग्रेस के हरिशंकर गुप्ता के हाथों हार का सामना करना पड़ा। साल 2013 में आम आदमी पार्टी की एंट्री के बाद वजीरपुर की सियासत में बदलाव आया, लेकिन उस चुनाव में आम आदमी पार्टी यहां से जीत हासिल नहीं कर पाई।