वायनाड में आई लैंडस्लाइड से हालात बेकाबू जैसे बने हुए हैं। 200 के करीब लोग मारे जा चुके हैं और घायलों की संख्या लगातार बढ़ रही है। इस बीच गृह मंत्री अमित शाह का एक बयान चर्चा का विषय बना हुआ है। असल में अमित शाह ने दावा किया है कि केरल सरकार को चार बार चेतावनी दी गई थी, मौसम का हाल बताया गया था, लेकिन राज्य सरकार ने उसे नजरअंदाज कर दिया।
शाह ने दिया बड़ा संकेत
सदन में गृह मंत्री अमित शाह ने कहा कि पहले ही चेतावनी दे दी गई थी, इसीलिए 23 जुलाई को हमने एनडीआरएफ की 9 टीमें भेजीं और कल तीन और भेजी गईं। अगर एनडीआरएफ की टीमें जिस दिन उतरीं, उसी दिन वे सतर्क हो जातीं, तो बहुत कुछ बचाया जा सकता था। लेकिन यह समय सरकार और केरल के लोगों के साथ खड़े होने का है। शाह ने यहां तक कहा कि सरकार ने 26 जुलाई को लेकर भी अर्ली वार्निंग जारी की थी। कहा गया था बारिश होगी, लैंडस्लाइड की संभावना है, लोग दब सकते हैं।
आखिर वायनाड में क्यों दिखा प्रकृति का भयंकर प्रकोप?
एक सलाह, एक आश्वासन
वैसे अमित शाह की तरफ से सभी राज्य सरकारों से भी एक खास अनुरोध किया गया। सदन में शाह ने जोर देकर कहा कि मेरा बस एक ही अनुरोध है कि सभी राज्य सरकारों को उन्हें दी गई प्रारंभिक चेतावनियों के बाद निवारक कार्रवाई करनी चाहिए। मैं केरल के लोगों को आश्वस्त करना चाहता हूं कि भारत सरकार राज्य सरकार के साथ चट्टान की तरह खड़ी है और हम राहत और पुनर्वास के लिए कोई कसर नहीं छोड़ेंगे।
सीएम विजयन की क्या सफाई?
अब अमित शाह के उसी बयान पर सीएम विजयन ने भी प्रतिक्रिया दी है। उनकी तरफ से कहा गया है कि सिर्फ ऑरेंज अलर्ट जारी हुआ था। सीएम ने बोला कि वायनाड के लिए कोई रेड अलर्ट जारी नहीं किया गया था। लेकिन यह दोषारोपण का समय नहीं है। अब जानकारी के लिए बता दें कि इस समय वायनाड में सेना का रेस्क्यू ऑपरेशन फुल स्पीड में चल रहा है। एनडीआरएफ की कई टीमें मौके पर मौजूद हैं और सभी को जल्द से जल्द बाहर निकालने की कोशिश हो रही है।