Waqf Amendment Bill: केंद्र सरकार संसद में वक्फ संशोधन विधेयक पेश करने जा रही है। लेकिन इस विधेयक पर विपक्ष का विरोध जारी है। कांग्रेस सांसद जयराम रमेश ने कहा कि वक्फ विधेयक संविधान पर सीधे तौर पर हमला है और इसकी नींव के खिलाफ है। हर विपक्षी दल इसका विरोध कर रहा है, लेकिन सवाल यह है कि धर्मनिरपेक्ष दलों जेडीयू और टीडीपी का क्या कहना है।

समाचार न्यूज एजेंसी एएनआई से बातचीत में कांग्रेस सांसद जयराम रमेश ने कहा, ‘सबसे बड़ा तो वक्फ विधेयक है। वो जेपीसी में बुलडोज किया गया। उस पर हमने वक्तव्य भी जारी किया है। हम तो बिल्कुल उसके खिलाफ हैं। क्योंकि वक्फ बिल हमारे संविधान पर सीधा आक्रमण है। हमारे संविधान के बुनियादी संरचना के खिलाफ है। लेकिन इसे बुलडोज किया जा रहा है। सारी विपक्ष की पार्टियां इसका विरोध करेंगी। सिर्फ कांग्रेस पार्टी ही नहीं समाजवादी पार्टी, टीएमसी, आम आदमी पार्टी सभी लोग इसका विरोध करते हैं।’

जेडीयू और टीडीपी का क्या होगा रुख- जयराम रमेश

कांग्रेस सांसद जयराम रमेश ने आगे कहा, ‘सवाल यह है कि जेडीयू और टीडीपी क्या करेगी। जो अपने आप को सेक्युलर पार्टी कहते हैं। वक्फ बिल पर जेडीयू और टीडीपी का क्या स्टैंड है। हम तो इसका विरोध करने वाले हैं। जिस तरह से जेपीसी को चलाया गया। आखिर में जो 44 संसोधन थे। वक्फ एक्ट 2013 में और पहली बार यह हुआ कि क्लॉज बॉय क्लॉज चर्चा नहीं हो पाई। जब कमेटी में एक बिल रेफर किया जाता है। हर एक संशोधन पर चर्चा होनी चाहिए। मैं भी कई जेपीसी का सदस्य रहा हूं। उसकी अध्यक्षता भी मैंने कभी की है।’

वक्फ बिल पर बड़े विरोध की आहट

दो दिन में 450 पेजों की रिपोर्ट पढ़ने को दी- जयराम रमेश

जयराम रमेश ने कहा, ‘हमने हर एक क्लॉज पर चर्चा करते हैं। हमेशा कोशिश रहती है कि आम सहमति बने। इस बार तो 450 पेज की रिपोर्ट दो दिन में सांसदों को कहा गया कि आप पढ़ो और जो क्लॉज बॉय क्लॉज है। जो 44 संशोधन होने थे उस पर बिल्कुल चर्चा नहीं हुई। ये तो पार्लियामेंट की प्रथा के खिलाफ है। पार्लियामेंट्री रीति-रिवाजों के खिलाफ है। हमारे संविधान पर भी एक आक्रमण है।’ वक्फ विधेयक को इस बजट सत्र में पेश करना टाल सकती है सरकार