Waqf Amendment Bill: वक्फ बिल पर जेपीसी के विपक्षी सदस्यों ने सोमवार को एक बार फिर पैनल की मीटिंग से वॉकआउट कर दिया। उन्होंने आरोप लगाया कि मौखिक साक्ष्यों के लिए बुलाया जा रहा है। इनकी वक्फ बिल में किसी तरह की कोई हिस्सेदारी नहीं है। सोमवार को वॉकआउट करने वाले नेताओं में असदुद्दीन ओवैसी , कांग्रेस सदस्य मोहम्मद जावेद और समाजवादी पार्टी के सदस्य मोहिबुल्लाह नदवी शामिल थे। हालांकि, कुछ समय तक मीटिंग से दूर रहने के बाद में वह फिर से उसमें शामिल भी हो गए।

वॉकआउट करने वाले सदस्यों ने कहा कि दिल्ली वक्फ बोर्ड के प्रशासक ने दिल्ली सरकार की जानकारी के बिना प्रेजेंटेशन में बदलाव किए। दिल्ली के पूर्व सीएम अरविंद केजरीवाल की तरफ से भी समिति के अध्यक्ष जगदंबिका पाल को एक पत्र लिखा गया है। इसमें कहा गया कि अधिकारी ने दिल्ली सरकार से मंजूरी लिए बिना ही समिति को रिपोर्ट सौंप दी।

कल्याण बनर्जी मीटिंग में नहीं थे मौजूद

टीएमसी के सांसद कल्याण बनर्जी को मंगलवार को समिति से एक दिन के लिए सस्पेंड कर दिया था। उसके बाद आज यह पहली मीटिंग थी। कल्याण बनर्जी की अभिजीत गंगोपाध्याय के साथ जमकर बहस हो गई थी और उन्होंने इस दौरान कांच की बोतल तोड़ दी थी और खुद को चोटिल कर लिया था। इंडियन एक्सप्रेस को इस बात की जानकारी मिली कि आज की मीटिंग में कल्याण बनर्जी मौजूद नहीं थे।

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पहले भी विपक्षी सांसदों ने किया वॉकआउट

सोमवार को जेपीसी की मीटिंग में दिल्ली वक्फ बोर्ड, हरियाणा वक्फ बोर्ड, पंजाब वक्फ बोर्ड और उत्तराखंड वक्फ बोर्ड की तरफ से ओरल एविडेंस पेश किए गए। दिन के दूसरे हिस्से में पैनल को हाई कोर्ट और सुप्रीम कोर्ट के पूर्व वकीलों के एक ग्रुप कॉल फॉर जस्टिस और वक्फ टेनेंट वेलफेयर एसोसिएशन के से ओरल एविडेंस इकट्ठा करने थे। यह कोई पहली बार नहीं है कि विपक्षी दलों के सांसदों ने मीटिंग से वॉकआउट किया है बल्कि पहले भी वह ऐसा कर चुके हैं। 14 अक्टूबर के दिन कर्नाटक राज्य अल्पसंख्यक आयोग के एक पूर्व पदाधिकारी ने पैनल के सामने मल्लिकार्जुन को कथित तौर पर आवंटित की गई जमीन पर टिप्पणी की थी। इसके बाद भी विपक्षी सांसदों ने वॉकआउट कर दिया था।