जबलपुर मेडिकल कॉलेज के डीन अरुण शर्मा की संदेहास्पद मौत की शुरुआती जांच में पुलिस ने भले ही किसी साजिश की आशंका से इनकार किया हो, लेकिन दिल्ली पुलिस मामले की जांच हर पहलू से कर रही है क्योंकि उनके शरीर की अवस्था से ‘‘किसी तरह की घुटन’’ के संकेत मिले हैं।
बहरहाल, पुलिस सूत्रों ने बताया कि इस बात की संभावना बहुत कम है कि कोई शर्मा के होटल वाले कमरे में दाखिल हो पाया होगा क्योंकि कमरा भीतर से बंद था और पुलिस को अंदर जाने के लिए दरवाजे को धक्का देना पड़ा था।
सूत्रों ने बताया कि शव के निरीक्षण पर पाया गया कि मल और मूत्र निकला था जिसका मतलब है कि किसी तरह की घुटन हुई थी। बहरहाल, यह घुटन अंदरूनी या बाहरी, इसका पता ऑटोप्सी रिपोर्ट में ही चल पाएगा।
उन्होंने बताया कि एक पुलिस टीम जबलपुर भी भेजी जाएगी ताकि यह पता लगाया जा सके कि व्यापम घोटाले की जांच से उनके कैसे तार जुड़े थे।
पुलिस शर्मा के कॉल रिकॉर्ड भी खंगाल रही है ताकि यह पता चल सके कि उनकी मौत से 24 से 48 घंटे पहले उनके संपर्क में कौन-कौन था। दिल्ली पहुंचने के बाद उन्होंने अपने एक डॉक्टर मित्र से भी बात की थी।
सूत्रों ने बताया, ‘‘वह अपने उस डॉक्टर मित्र से मिलना चाह रहे थे जो किसी वजह से शर्मा से नहीं मिल सके। लेकिन उन्होंने शर्मा के अगरतला से लौटने के बाद मिलने का कार्यक्रम तय किया था।’’
पुलिस ने बताया कि शनिवार की दोपहर दिल्ली पहुंचने पर शर्मा ने एक कैब ली और सीधा कापसहेड़ा की एक शराब दुकान में जाकर शराब की एक बोतल खरीदी। इसके बाद वह होटल के अपने सुइट में गए और वह अकेले गए।
सूत्रों ने बताया, ‘‘750 मि ली वाली शराब की बोतल में सिर्फ 100 मि ली शराब बची हुई थी, जिससे पता चलता है कि वह नशे में धुत थे।’’
शर्मा का शव अगली सुबह बरामद किया गया। बाथरूम में उल्टी के भी निशान थे। शर्मा के पुत्र ने कथित तौर पर पुलिस को बताया कि उनके पिता बहुत शराब पिया करते थे।