कानून मंत्री रवि शंकर प्रसाद ने बुधवार को कैम्ब्रिज एनालिटिका द्वारा डाटा के दुरुपयोग में कथित तौर पर कांग्रेस का भी हाथ होने का आरोप लगाया था। रवि शंकर प्रसाद ने कैम्ब्रिज एनालिटिका से कांग्रेस के कथित संबंधों को लेकर पार्टी की काफी आलोचना की थी। इस विवाद के बाद कांग्रेस और बीजेपी आमने-सामने आ गए हैं। दोनों ही पार्टियां एक-दूसरे के कैम्ब्रिज एनालिटिका से संबंध होने के आरोप लगा रही हैं। वहीं, कांग्रेस ने इन आरोपों से इनकार किया है। इसके अलावा, कांग्रेस के बागी नेता शहजाद पूनावाला ने इस मामले में राहुल गांधी को घेरा है।
एएनआई के मुताबिक, शहजाद पूनावाला ने कहा कि उनकी पार्टी जो दावा कर रही है कि कैम्ब्रिज एनालिटिका और उसकी भारतीय सहयोगी कंपनी ओवलेनो बिजनेस इंटेलिजेंस के साथ उनके कभी कोई संबंध नहीं रहे तो यह सरासर गलत हैं। पूनावाला ने कहा, “2017 में अखबारों में ये सब बातें छपी थीं। अगर उनका कंपनी से कोई रिश्ता नहीं था तो वे उस समय क्यों कुछ नहीं बोले। साल 2011-12 में ओवलेनो के सीईओ मेरे संपर्क में रहे थे और उन्होंने मुझसे कहा था कि कांग्रेस को उनके साथ मिलकर कुछ काम करना चाहिए।”
इसके साथ ही पूनावाला ने कहा, “इसके सबूत हैं कि ओवलेनो के लिए काम करने वाले अमरीश त्यागी राहुल गांधी और उनकी टीम के साथ संपर्क में हैं।” वहीं, कैम्ब्रिज एनालिटिका के साथ कथित तौर पर संबंध होने से घिरी कांग्रेस का कहना है कि साल 2009 में गृह मंत्री राजनाथ सिंह ने ओवलेनो कंपनी की सेवा ली थी। इसके अलावा, यह बात भी सामने आई है कि जिस अमरीश त्यागी की शहजाद पूनावाला बात कर रहे हैं, वह कोई और नहीं, बल्कि जेडीयू के वरिष्ठ नेता केसी त्यागी के बेटे हैं। ओवलेनो बिजनेस इंटरनेशन के मालिक अमरीश त्यागी ही हैं।
ओवलेनो की क्लाइंट लिस्ट में बीजेपी, कांग्रेस और जेडीयू का नाम शामिल है। मंगलवार को इंडियन एक्सप्रेस के कृष्ण कौशिक से बातचीत के दौरान अमरीश त्यागी ने कहा कि उनकी कंपनी कभी भी किसी तरह के संदिग्ध काम में शामिल नहीं रही है। अमरीश त्यागी ने कहा, “2012 में उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनावों में बीजेपी के लिए बूथ की रूपरेखा का प्रबंधन किया गया था। उन्हीं चुनावों के लिए हमारी कंपनी ने न्यूज चैनल के लिए ओपिनियन पोल भी किया था। वहीं, साल 2011 और 2012 में झारखंड में यूथ कांग्रेस चुनावों के लिए ग्राउंड सर्वे किया गया था। इसके अलावा जेडीयू के लिए साल 2010 में ग्राउंड रिसर्च की गई थी।”