असम के कार्बी आंगलोंग और पश्चिमी कार्बी आंगलोंग में मंगलवार शाम को हिंसा बढ़ गई, इसके बाद जिले में मोबाइल इंटरनेट को बंद कर दिया गया। हिंसा के दौरान कई लोग और पुलिसकर्मी घायल हो गए हैं।

जानकारी दे दें कि सोमवार दोपहर को इलाके में हिंसा शुरू हुई थी, जो मंगलवार शाम को फिर से भड़क उठी। हिंसा के दौरान बाजार में बड़े स्तर पर आगजनी देखी गई। हिंसा को काबू करने के लिए पुलिस ने प्रदर्शनकारियों पर आंसू गैस के गोले दागे। मंगलवार शाम को अशांति जारी होने के कारण पुलिस ने खेरोनी में घायलों की संख्या और नुकसान को लेकर कोई टिप्पणी नहीं की।

डीजीपी ने कही ये बात

घटनास्थल पर मौजूद असम के डीजीपी हरमीत सिंह ने स्थानीय मीडिया से कहा, “मैं खुद भीड़ से बात करने गया था, लेकिन अब प्रदर्शनकारी दो तरफ से पुलिस पर हमला कर रहे हैं। इसमें आईपीएस अधिकारियों समेत करीब 38 पुलिसकर्मी घायल हो गए हैं… कल उन्होंने वादा किया था कि हम और दुकानें नहीं तोड़ेंगे। उन्होंने दुकानों से सिलेंडर निकालकर फोड़ दिए। वे तीर और पत्थरों से हमला कर रहे हैं। इस तरह से कोई समाधान नहीं निकलेगा।”

कैसे भड़की हिंसा?

कार्बी आंगलोंग स्वायत्त परिषद के तहत आने वाले इन दो आदिवासी बहुल पहाड़ी जिलों (कार्बी आंगलोंग और पश्चिमी कार्बी आंगलोंग ) में तनाव का संबंध पश्चिमी कार्बी आंगलोंग के फेलंगपी में नौ व्यक्ति पिछले दो सप्ताह से भूख हड़ताल कर रहे हैं। ये लोग परिषद के क्षेत्र में स्थित पीजीआर (पेशेवर चराई आरक्षित क्षेत्र) और वीजीआर (ग्राम चराई आरक्षित क्षेत्र) भूमि से बेदखली की मांग कर रहे हैं, जिसमें बिहारी और नेपाली परिवार भी शामिल हैं। यह कार्बी आदिवासी संगठनों की लंबे समय से चली आ रही मांग है।

सोमवार को भूख हड़ताल पर बैठे प्रदर्शनकारियों को स्थान से ले जाने के बाद तनाव भड़क उठा। हालांकि पुलिस ने कहा कि प्रदर्शनकारियों को गुवाहाटी में चिकित्सा उपचार के लिए ले जाया गया था।

सरकार ने बंद की इंटरनेट सेवा

हिंसा बढ़ने के बाद असम के गृह विभाग ने “सार्वजनिक शांति और व्यवस्था भंग होने की गंभीर आशंका” का हवाला देते हुए जिलों में इंटरनेट और मोबाइल डेटा सेवाओं को तत्काल प्रभाव से बंद करने का आदेश जारी किया।

आदेश में कहा गया, “ऐसी आशंका जताई गई है कि सोशल मीडिया और इंटरनेट का इस्तेमाल भड़काऊ संदेशों, अफवाहों आदि को फैलाने के लिए किया जा सकता है, जिससे स्थिति और बिगड़ सकती है। ऐसे में दोनों जिलों में इंटरनेट और मोबाइल डेटा सेवा को तत्काल प्रभाव से बंद किया जा रहा है।”

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