बीजेपी नेता विनय कटियार ने आज तक चैनल के पंचायत शो में कहा कि राम मंदिर का मुद्दा पीछे नहीं छूटा है और राम के बिना विकास होना संभव नहीं। विनय कटियार ने कहा कि हमें राम मंदिर मामले के हल के लिए अदालत के फैसले का इंतजार है, लेकिन इसमें बहुत देर हो रही है। कोर्ट मे फैसले में देरी को देखते हुए उन्होंने इस मसले के सामाजिक सामाजिक हल की भी बात कही। हालांकि कटियार ने इसे चुनावी मुद्दा बनाने के बात से साफ इंकार कर दिया। कटियार ने कहा कि हमारे लिए राम मंदिर का मुद्दा किनारे नहीं हुआ है। कोर्ट बहुत समय ले रहा है। जबतक कोई मुद्दा नहीं छेड़ेगा। आंदोलन शुरू नहीं होगा। इसके लिए एक बार फिर से संगठन खड़ा करना होगा और आंदोलन करना होगा। इसके बाद कटियार ने कहा कि राम मंदिर आंदोलन बीजेपी ने नहीं बल्कि उन जैसे लोगों ने चलाया था और अगर कुछ चाहिए तो बलिदान देना पड़ेगा।

यही नहीं कटियार ने पूर्व प्रधानमंत्री गुलजारी लाल नंदा की ओर से भी राम मंदिर मुद्दे को समर्थन मिलने का दावा किया। उन्होंने कहा कि कई बार गुलजारी लाल नंदा ने हिंदू सम्मेलनों में शिरकत की थी। कटियार ने कहा कि मोरारजी देसाई भी राम मंदिर निर्माण चाहते थे और इसके लिए उन्होंने पोस्टकार्ड भी लिखा था। समाजवादी की सरकार और आजम खान पर हमला बोलते हुए कटियार ने उन्हें जिन्ना के अजेंडे पर चलने वाला करार दिया।

गोरक्षा के मुद्दे पर बोलते हुए उन्होंने पीएम मोदी की राय से सहमत ना होते हुए कहा कि मैं नहीं मानता कि 70 से 80 पर्सेंट लोग गोरक्षा के नाम पर उगाही करते हैं। उन्होंने कहा कि 95 पर्सेंट गोभक्त हैं, जो गाय को मानते हैं और उनकी पूजा करते हैं। हां यह बात सही है कि गोशालाओं में रखरखाव ठीक नहीं है। इसकी व्यवस्था को दुरुस्त किए जाने की जरूरत है।