विजय रुपानी गुजरात के 16वें मुख्‍यमंत्री बन गए हैं। रविवार को उन्‍होंने गांधीनगर में पद और गोपनीयता की शपथ ली। इसके अलावा नितिन पटेल ने उप-मुख्‍यमंत्री पद की शपथ ली है। अन्‍य मंत्रियों को राज्‍यपाल शपथ दिला रहे हैं। शपथ ग्रहण समारोह में बीजेपी के वरिष्‍ठ नेता लालकृष्‍ण आडवाणी,  पार्टी अध्‍यक्ष अमित शाह और वित्‍त मंत्री अरुण जेटली मौजूद हैं। इसके अलावा बीजेपी शासित राज्‍यों के मुख्‍यमंत्री भी समारोह में शामिल हुए। रुपानी कैबिनेट में कुल 25 मंत्री होंगे। मंत्रिमंडल में 7 पटेल मंत्री शामिल हैं। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के 2014 में केन्‍द्रीय पटल पर आने के बाद आनंदीबेन पटेल को भाजपा ने मुख्‍यमंत्री बनाया था। मगर प्रशासनिक स्‍तर पर उनकी नाकामियों की वजह से नेतृत्‍व उन्‍हें हटाने पर विचार कर रहा था। करीब सप्‍ताह भर पहले आनंदीबेन ने फेसबुक पर इस्‍तीफा सौंपते हुए पद से हटने की बात कही थी। जिसके बाद नितिन पटेल का नाम मुख्‍यमंत्री पद के दावेदारों में सबसे आगे था। आनंदीबेन भी उन्‍हें समर्थन कर रही थीं, मगर शाह ने पार्टी में ‘बॉस’ होने का सबूत देते हुए रुपानी को मुख्‍यमंत्री पद की जिम्‍मेदारी संभालने के लिए नियुक्‍त किया।

रुपानी ने ऐसे वक्‍त में गुजरात के मुख्‍यमंत्री पद का कार्यभार संभाला है, जब राज्‍य में पटेल आंदोलन और दलितों पर हमले को लेकर पूरे देश में हल्‍ला मचा है। राज्‍य में अगले साल विधानसभा चुनाव भी होने हैं। शनिवार को रुपानी ने राज्‍यपाल ओपी कोहली से मुलाकात कर सरकार बनाने का दावा पेश किया था। उससे एक दिन पहले भाजपा विधायकों ने उन्‍हें आनंदीबेन पटेल का उत्‍तराधिकारी चुना। रुपानी आनंदीबेन की कैबिनेट में सबसे जूनियर मंत्री थे, जबकि नितिन पटेल सबसे सीनियर, इसके बावजूद भाजपा ने रुपानी को राज्‍य का सीएम बनाने का फैसला किया है।