सपा नेता विद्युत यादव को यूपी पुलिस ने मऊ जिले से बाहर खदेड़ दिया है। सोशल मीडिया पर इस कार्रवाई का एक वीडियो भी वायरल है जिसमें पुलिस ने पहले ढोल नगाड़े बजाए और फिर गुंडा एक्त के तहत एक्शन लेते हुए सपा नेता को बाहर खदेड़ दिया। पुलिस ने यहां तक कह दिया कि अगर अगले 6 महीने तक सपा नेता मऊ में दिख गए तो उन पर कड़ी कार्रवाई की जाएगी। अब ये कार्रवाई चर्चा में इसलिए है क्योंकि विद्युत यादव दोनों अखिलेश यादव और शिवपाल यादव के करीबी माने जाते हैं।
सपा नेता की फजीहत, वीडियो वायरल
जानकारी के लिए बता दें कि विद्युत यादव सियायत के पुराने खिलाड़ी हैं। वे मऊ के बढ़राव ब्लाक पूर्व ब्लाक प्रमुख भी रह चुके हैं। इस बार तो जिला पंचायत के जो सदस्य थे, वो तक उनका समर्थन कर रहे थे, सभी ने साथ मिलकर पुलिस से अपील की थी कि उनके खिलाफ कोई एक्शन ना लिया जाए। लेकिन पुलिस ने किसी की एक नहीं सुनी, उल्टा विद्युत यादव को चेतावनी दे दी कि अगर वे मऊ में अगले 6 महीने तक दिखाई दिए तो उनके खिलाफ और सख्त एक्शन लिया जाएगा।
कौन हैं विद्युत यादव?
इस पूरी कार्रवाई का जो वीडियो वायरल हुआ है, वो हैरान इसलिए भी करता है क्योंकि एक समय विद्युत यादव की ताकत मऊ में काफी ज्यादा थी। उनका वर्चस्व माना जाता था, पुलिस भी कार्रवाई करने से बचती थी। लेकिन इस बार ना सिर्फ एक्शन लिया गया है, बल्कि जिले से ही बाहर का रास्ता दिखा दिया गया। बड़ी बात ये रही कि इस पुलिस एक्शन के खिलाफ विद्युत खुद कुछ नहीं कर पाए और उन्हें बिना कुछ बोले वहां से भागना पड़ा।
यहां ये समझना जरूरी है कि विद्युत यादव पर कई मामले पहले से दर्ज हैं। लेकिन पहले उनके खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं हो रही थी और अब उन पर सख्त एक्शन ले लिया गया है। अभी तक खुद विद्युत यादव या फिर सपा के किसी दूसरे बड़े नेता ने इस कार्रवाई पर कोई प्रतिक्रिया नहीं दी है।