भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) के सांसद हुकुम देव नारायण ने कहा, “न मेरा बाप उत्कृष्ट, न मेरी मां उत्कृष्ट। फिर मुझे कैसे उत्कृष्ट सांसद चुना गया?” ये बातें उन्होंने बुधवार (एक अगस्त) को संसद भवन के केंद्रीय कक्ष में कहीं, जिससे पहले राष्ट्रपति ने उत्कृष्ट सांसदों को सम्मानित किया था। बता दें कि उस दौरान साल 2013 से लेकर 2017 तक के उत्कृष्ट सांसदों को सम्मानित किया गया। नारायण को साल 2014 के लिए बतौर उत्कृष्ट सांसद चुना गया।
सम्मानित होने के बाद उन्होंने अपने भाषण के दौरान आश्चर्य जताते हुए कहा, “मुझे उत्कृष्ट कैसे समझा गया? न मेरा बाप उत्कृष्ट (हंसते हुए), न मेरी मां उत्कृष्ट। न मेरे खानदान में कोई उत्कृष्ट। न मुझे किसी का अनुग्रह, न किसी की अनुकंपा। न मेरे पीछे किसी का नाम, न मेरे पीछे कुछ और। लेकिन फिर भी मुझे उत्कृष्ट चुना गया, मैं चुनने वाले को ह्रदय से धन्यवाद देता हूं।”
बकौल नारायण, “आपने गांव के कीचड़ में से हीरे को कैसे पहचान लिया। अब तक तो कितने पांव लगे। ठोकरें लगीं। कितना अपमान सहा। लेकिन साथ बैठने पर मेरी पत्नी कहती थी- कभी आपको उत्कृष्ट सांसद का पुरस्कार मिलेगा? जवाब में मैं कहता था कि मैं कोशिश करूंगा। क्योंकि वह भी राजनीति में बरसों से सक्रिय रही हैं।”
उन्होंने आगे बताया, “हम शंकर-पावर्ती जैसे संवाद करते रहते हैं। मैंने उसी दौरान कहा कि चलो काली माई सोचेगी, तो कभी कर (पुरस्कार दिला देगी) देगी। मैं पूजा करता हूं, वह मेरी कुलदेवी हैं। लेकिन जब सिलिगुड़ी के मजदूर मुस्लिम भाई को पद्म सम्मान मिला तो मेरे मन में भाव जगा कि मैं भी उत्कृष्ट सांसद का पुरस्कार ले लूंगा।” सुनिए आगे बीजेपी सांसद कैसे जज्बाती होकर बोले-
नारायण जब भाषण दे रहे थे, तब वहां पर राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद, उपराष्ट्रपति एम.वैंकेया नायडू, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, लोकसभा की अध्यक्ष सुमित्रा महाजन समेत तमाम सांसद उपस्थित थे। वे सभी बीजेपी सांसद के भाषण का आनंद लेते हुए बीच-बीच में भी मुस्कुराते हुए नजर आए।
Hukmdev Ji is a fantastic Parliamentarian. His knowledge, combined with a great sense of humour is legendary…an asset to our Parliament. https://t.co/x0FLZX4lub
— Narendra Modi (@narendramodi) August 2, 2018
