देशभर में कोरोनावायरस की वजह से इस साल सरकारी विभागों के कामकाज में देरी आई है। जहां मोदी सरकार कई अहम फैसलों को कोरोना महामारी से निपटने के बाद लेने की योजना बना रही है। कुछ जगहों पर तो इस महामारी के चलते नए आदेशों को टालने का बहाना भी बनाया जा रहा है। ताजा मामला झारखंड का है, जहां सेंट्रल यूनिवर्सिटी के कुलपति ने सरकार से संस्तुति नहीं मिलने के बावजूद अपना कार्यकाल खुद ही बढ़ा लिया। बाद में इस मामले में सरकार की तरफ से सख्ती के बाद कुलपति ने इस्तीफा दिया।
बताया गया है कि सेंट्रल यूनिवर्सिटी ऑफ झारखंड के कुलपति नंद कुमार यादव से शिक्षा मंत्रालय हाल ही में काफी नाराज रहा है। दरअसल, अगस्त के पहले हफ्ते में ही उनका पांच वर्षीय कार्यकाल खत्म हो रहा था। उन्होंने सरकार से मांग की थी कि जब तक उनके उत्तराधिकारी की नियुक्ति नहीं कर देती, तब तक शिक्षा मंत्रालय उनके ही कार्यकाल को बढ़ा दे। हालांकि, सरकार ने उनकी इस मांग पर कोई प्रतिक्रिया नहीं दी।
सरकार की ओर से कोई जवाब न आने के बाद कुलपति ने पद छोड़ने के बजाय रजिस्ट्रार को अपना कार्यकाल बढ़ाने से संबंधित नोटिफिकेशन जारी करा लिया। हालांकि, उनके इस फैसले से शिक्षा मंत्रालय नाराज हो गया। इसके बाद कुलपति को तत्काल प्रभाव से इस्तीफा देने या अपने ऊपर कार्रवाई झेलने की चेतावनी दी गई। नंद कुमार यादव ने इसे गंभीरता से लेते हुए सोमवार को ही अपने पद से इस्तीफा दे दिया।