मुसलमानों के लिए ‘‘सकारात्मक कार्रवाई’’ किए जाने संबंधी उप राष्ट्रपति हामिद अंसारी की टिप्पणी के लिए विश्व हिंदू परिषद ने उनकी आलोचना करते हुए आज आरोप लगाया कि यह ‘‘राजनीतिक’’ एवं ‘‘सांप्रदायिक’’ बयान है जो उप राष्ट्रपति के पद की गरिमा के अनुकूल नहीं है।

हिंदुत्ववादी संगठन ने कहा कि इस तरह की मांग मुस्लिमों को असंतोष के ऐसे अंधकार में धकेलने के बराबर होगी जिसके खतरनाक परिणाम होंगे। विहिप के संयुक्त महासचिव सुरेन्द्र जैन ने कहा ‘‘उप राष्ट्रपति पद का सम्मान करते हुए विहिप इस तरह के सांप्रदायिक बयान की निंदा करता है। यह एक राजनीतिक बयान है जो उप राष्ट्रपति के पद की गरिमा के अनुकूल नहीं है।’’

मुस्लिमों की समस्याओं के हल के लिए रणनीति बनाए मोदी सरकार: हामिद अंसारी

उन्होंने कहा कि कई मुस्लिम देशों की तुलना में भारतीय मुसलमानों के पास कहीं ज्यादा संवैधानिक अधिकार हैं। उन्होंने दावा किया कि कई वर्षों से उनका अलग अलग तरीकों से तुष्टिकरण किया जाता रहा है। जैन ने कहा कि अपने ‘‘दुर्भाग्यपूर्ण’’ बयान के लिए अंसारी को माफी मांगनी चाहिए।

अंसारी ने देश में मुसलमानों की पहचान और सुरक्षा की समस्याओं के हल के लिए रणनीतियां बनाने की वकालत करते हुए सरकार से ‘‘सकारात्मक कार्रवाई’’ करने तथा ‘‘सबके विकास के लिए’’ नीति बनाने की मांग की थी। उन्होंने कहा था कि सुरक्षा मुहैया कराने में असफलता सहित भेदभाव और बाहर रखे जाने को सरकार को यथाशीघ्र दुरूस्त करना होगा तथा इसके लिए समुचित व्यवस्था विकसित करनी होगी।