राज्यसभा से आज कई सांसद रिटायर हो रहे हैं। उच्च सदन में करीब 60 सासंदों का आज आखिरी दिन था, ऐसे में आज इन सदस्यों द्वारा फेयरवेल स्पीच दी गई। सभी सांसदों ने अपने कार्यकाल के दौरान हुए अच्छे और बुरे अनुभवों को साझा किया। इस मौके पर कुछ दिन पहले अपनी हंसी को लेकर चर्चा में आई कांग्रेस सांसद रेणुका चौधरी ने भी अपनी बात कही। उन्होंने सबको अपने अच्छे और बुरे अनुभव बताए। रेणुका ने वित्त मंत्री अरुण जेटली की तारीफ करते हुए उन्हें एक सज्जन पुरुष कहा। उन्होंने कहा, ‘हमारी बहुत से मुद्दों पर बहस हुई, लेकिन उन्होंने हमेशा ही मुझसे अच्छे से बात की। वह एक शानदार जेंटलमैन हैं।’

इस मौके पर उपराष्ट्रपति और राज्यसभा चेयरमैन वेंकैया नायडू ने चुटकी लेते हुए रेणुका चौधरी को वजन कम करने की सलाह भी दी। रेणुका ने जब कहा कि नायडू उन्हें काफी किलो पहले से जानते हैं, तब उपराष्ट्रति ने कांग्रेस नेता से कहा कि वह अपना वजन घटाएं और पार्टी का वजन बढ़ाने का काम करें। नायडू की बात सुनकर सभी सांसद ठहाके मारकर हंसने लगे। इस बात पर रेणुका ने जवाब दिया कि पार्टी का वजन तो ठीक ही है। इसके साथ ही रेणुका ने कहा, ‘मैं सदन में पक्ष और विपक्ष दोनों तरफ बैठी हू्ं। मैंने बहुत कुछ अनुभव किया है। बहुत से राष्ट्रपति और प्रधानमंत्रियों का कामकाज देखा है। सबसे अच्छे प्रधानमंत्री मुझे राजीव गांधी लगे। उनके समय में यह हॉल पूरा भरा रहता था।’

इसके साथ ही विदाई के वक्त दी गई स्पीच में रेणुका चौधरी ने पालना-घर का मुद्दा उठाया। उन्होंने कहा कि राज्यसभा में पालना-घर की व्यवस्था नहीं है, जो कि होना चाहिए। उन्होंने बताया कि वह बहुत युवा थीं जिस वक्त राज्यसभा आई थीं। उस वक्त उनका तीन महीने का बच्चा भी था, लेकिन पालना-घर नहीं होने के कारण वह उसे घर में छोड़कर आने को मजबूर थीं। विदाई के मौके पर सभापति एम वेंकैया नायडू, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, सदन के नेता अरूण जेटली तथा विपक्ष के नेता गुलाम नबी आजाद ने उनके योगदान की सराहना की तथा उनके बेहतर भविष्य की कामना की। इस दौरान कई सदस्यों ने सदन में अक्सर होने वाले हंगामे पर अफसोस जताया।