प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बीते दिनों लोकसभा में सासंदों की गैर-हाजिरी पर चिंता जताई थी। पीएम मंत्रियों के इस रवैये से इस कदर खफा थे कि पार्टी नेताओं से शाम तक गैर-हाजिर रहने वाले मंत्रियों की सूची तैयार करने के निर्देश तक दे डाले। इसी क्रम में अब राज्यसभा के सभापति और उप राष्ट्रपति एम वेंकैया नायडू ने भी नाराजगी जाहिर की है।
शुक्रवार (19 जुलाई 2019) को राज्यसभा में नायडू ने मत्स्यपालन, पशुपालन एवं डेयरी राज्य मंत्री संजीव बालयान को सख्त चेतावनी दी।दरअसल गुरुवार को हुई सदन की कार्यवाही में बालयान गैर-मौजूद थे। इसी पर नायडू ने नाराजगी जाहिर की। सभापति ने संशोधित कार्यावलि के अनुसार दस्तावेज पटल पर रखवाते समय बालियान का नाम पुकारा। बालयान ने दस्तावेज पटल पर रखे।
उन्होंने कहा ‘मंत्री जी, कल हुई सदन की कार्यवाही में आपका नाम पुकारा गया था लेकिन आप सदन से नदारद थे। कृप्या करके भविष्य में ऐसी गलती दोबारा न हो इसका विशेष ध्यान रखिए।’ नायडू के इतना कहते ही बालयान ने खेद प्रकट किया। उन्होंने कहा ‘हां मैं गैर-मौजूद था और मैं आश्वासन देता हूं कि भविष्य में फिर कभी ऐसा नहीं होगा।’
वहीं सभापति ने संसदीय समितियों के गठन के लिए राजनीतिक दलों ने स्मरण पत्र भेजे जाने के बावजूद सदस्यों के नाम अब तक नहीं भेजे हैं। सभापति ने राजनीतिक दलों से सदस्यों के नाम शीघ्र भेजने के लिए कहा ताकि संसदीय समितियों का गठन शीघ्र किया जा सके। सदन की बैठक 11 बजे शुरू होने पर सभापति ने आवश्यक दस्तावेज सदन के पटल पर रखवाए। इसके बाद उन्होंने संसदीय कार्य राज्य मंत्री वी मुरलीधरन से सत्र के शेष हिस्से के लिए सरकारी कामकाज के बारे में एक वक्तव्य देने को कहा।