जीएसटी विधेयक को लेकर गतिरोध का सामना कर रही सरकार ने आज फिर से कांग्रेस से संपर्क साधा। केंद्रीय मंत्री एम. वेंकैया नायडू ने कांग्रेस अध्‍यक्ष सोनिया गांधी से मुलाकात कर इसे पारित कराने के लिए उनका समर्थन मांगा और इच्छा जताई कि इस सिलसिले में संसद का बजट सत्र पहले शुरू किया जाए। जीएसटी विधेयक पर कांग्रेस नेतृत्व से सरकार ने दूसरी बार संपर्क साधा है। इससे पहले प्रधानमंत्री ने सोनिया गांधी और पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह से 27 नवम्बर को अपने 7 रेसकोर्स रोड आवास पर मुलाकात की थी। सरकार और कांग्रेस के शीर्ष नेतृत्व के बीच दूसरे दौर की बैठक से संकेत मिलता है कि जीएसटी विधेयक को पारित कराने के लिए बीच का रास्ता तलाशा जा रहा है।

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सूत्रों ने कहा कि सरकार जीएसटी विधेयक के प्रति कई क्षेत्रीय दलों के समर्थन से उत्साहित है और बजट सत्र को समय से पहले आयोजित करने पर विचार कर रही है जो फरवरी के तीसरे हफ्ते से शुरू होता है। लेकिन सरकार इसके लिए कांग्रेस की सहमति चाहती है। सोनिया से उनके आवास पर 20 मिनट तक चली बैठक के बाद नायडू ने संवाददाताओं से कहा कि उन्होंने संसदीय मामलों के मंत्री के तौर पर उनसे मुलाकात की और कांग्रेस अध्यक्ष से कहा कि जीएसटी और रियल इस्टेट से संबंधित दो लंबित विधेयकों पर अंतिम रूख तय करें।

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वहीं खबर है कि प्रधानमंत्री नरेन्‍द्र मोदी 26 जनवरी से पहले अपने आवास पर सभी बड़ी पार्टियों के नेताओं से मुलाकात कर सकते हैं। इस बैठक के लिए नेताओं की सूची तैयार की जा चुकी है और इसमें सोनिया गांधी, मल्लिकालर्जुन खड़गे, गुलाम नबी आजाद के साथ ही तृणमूल कांग्रेस, समाजवादी पार्टी, बसपा और वामपंथी पार्टियों के नेताओं के नाम शामिल हैं। इस बैठक का मकसद बजट सत्र में हंगामे को टालना है।