केंद्रीय संसदीय कार्य मंत्री वैंकेया नायडू ने उत्तराखंड में राष्ट्रपति शासन लगाने के फैसले पर संसद में हंगामा कर रही कांग्रेस पर पलटवार किया है। नायडू ने कहा कि हत्यारे उपदेश नहीं दे सकते। उन्होंने ट्वीट किया,’कांग्रेस ने धारा 356 के तहत 100 से ज्यादा गैर कांग्रेसी सरकारों को गिराया, इनमें ईएमएस नम्बूदीरिपाद की सरकार भी शामिल है। वह भाजपा की आलोचना कर रही है। कितना बेतुका है।’
इससे पहले नायडू ने कांग्रसे को सरकारें गिराने की जननी करार दिया। उन्होंने कहा,’कांग्रेस ने 1959 में केरल में पहली लोकतांत्रिक रूप से चुनी गई ईएमएस नम्बूदीरिपाद की सरकार को गिरा दिया था, जबकि उनके पास विधानसभा में बहुमत था।’ इस बयान के जरिए नायडू ने वामपंथी दलों को भी लपेटे में लिया। बता दें कि वामपंथी दल और कांग्रेस उत्तराखंड मामले में सदन में मिलकर उठा रहे हैं।
इस मामले में अब मोदी सरकार ने विपक्षी दलों को उनकी सरकारों के फैसलों के आधार पर घेरने का फैसला किया है। इसके तहत कांग्रेस, जनता पार्टी और यूनाइटेड फ्रंट की सरकार के समय लगाए गए राष्ट्रपति शासन की याद दिलाई जाएगी। सरकारी की ओर से जारी अंदरूनी दस्तावेजों में बताया गया है कि 111 राष्ट्रपति शासन लगाया गया है। इनमें से 91 बार कांग्रेस और उसके समर्थन वाली सरकारों ने ऐसा किया।
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मोदी सरकार पर कांग्रेस का आरोप है कि उसने अरुणाचल प्रदेश और उत्तराखंड में अलोकतांत्रिक तरीके से राष्ट्रपति शासन लागू किया। कांग्रेस के अनुसार मोदी सरकार अपने कांग्रेसमुक्त अभियान के तहत ऐसा जानबूझकर कर रही है।
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