ललित मोदी प्रकरण पर अपना विरोध जारी रखते हुए कांग्रेस ने आज राजस्थान की मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे पर ललित मोदी के साथ एक निजी कंपनी के जरिये धौलपुर पैलेस पर ‘‘जबरन और अवैध कब्जा करने’ का आरोप लगाया।

कांग्रेस के वरिष्ठ नेता जयराम रमेश ने यहां दावा किया कि राजे के उनसे अलग रह रहे पति हेमंत सिंह ने एक अदालत के समक्ष स्वीकार किया था कि यह पैलेस राजस्थान सरकार की संपत्ति है।

रमेश ने संवाददाताओं से कहा कि वर्ष 1954 और 2010 के बीच के राजस्व विभाग के अनेक दस्तावेज यह दर्शाते हैं कि यह महल सरकार की संपत्ति है लेकिन, राजे और ललित मोदी की कंपनी नियंत हेरिटेज होटल्स ने राज्य सरकार की बिना किसी भूमिका के इसे एक आलीशान होटल में बदल दिया और सौ करोड़ रुपये का निवेश किया। संयोग से यह सब 2009 के बाद हुआ जब राज्य में कांग्रेस का शासन था।

रमेश ने कहा कि राजे ने 2013 के विधानसभा चुनाव के अपने हलफनामे में अपने सांसद पुत्र दुष्यंत सिंह और पुत्रवधु निहारिका सिंह और ललित मोदी के साथ नियंत हेरिटेज होटल्स प्राइवेट लिमिटेड में अपने शेयर होने की बात स्वीकार की थी।

रमेश ने कहा, ‘‘चुनाव हलफनामा यह दिखाता है कि राजे के पास 3280 शेयर, उनके पुत्र के पास करीब 3225 और पुत्रवधु के पास भी करीब इतने ही शेयर हैं और ललित मोदी की कंपनी आनंद हेरिटेज होटल्स प्राइवेट लिमिटेड के पास भी 815 शेयर होना, वित्तीय संबंध और साझेदारी को स्थापित करता है।

कांग्रेस नेता ने कहा कि यह पूर्व आईपीएल प्रमुख के साथ उनकी व्यापारिक साझेदारी को साबित करता है जो अब एक ‘‘भगोड़ा’’ है।

जयराम रमेश ने यह भी आरोप लगाया कि ललित मोदी ने कंपनी में निवेश के लिए ‘‘मॉरिशस के रास्ते’’ का इस्तेमाल किया था। उन्होंने प्रधानमंत्री पर कटाक्ष करते हुए ललित मोदी प्रकरण पर लगातार चुप्पी बनाये रखने के लिए उन्हें ‘‘स्वामी मौनेन्द्र बाबा’’ करार दिया।

कांग्रेस ललित मोदी प्रकरण में विदेश मंत्री सुषमा स्वराज और राजस्थान की मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे के इस्तीफे की मांग कर रही है। इसके अलावा पार्टी शैक्षणिक योग्यता के बारे में गलत जानकारी देने के आरोप को लेकर केन्द्रीय मानव संसाधन विकास मंत्री स्मृति ईरानी और नियमों का कथित रूप से उल्लंघन करते हुए बिना निविदा आमंत्रित किये 206 करोड़ रुपये की खरीददारी की कथित मंजूरी देने के आरोप को लेकर महाराष्ट्र की मंत्री पंकजा मुडे के इस्तीफे की भी मांग कर रही है।