जम्मू – कश्मीर के रियासी जिले में स्थित हिंदुओं के पवित्र स्थल वैष्णो देवी मंदिर के यात्रा मार्ग पर भूस्खलन हुआ है। न्यूज एजेंसी ANI द्वारा दी गई जानकारी के मुताबिक, वैष्णो देवी यात्रा मार्ग की शुरुआत में स्थित बाण गंगा एरिया में लैंड्सलाइड की घटना हुई है। फिलहाल वहांं रास्ता क्लियर करने का काम चल रहा है।
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, बाण गंगा एरिया में जिस समय लैंड्स्लाइड हुआ, तब वहां भारी बारिश हो रही थी। लैंड्सलाइड की ये घटना सुबह करीब 8 बजे हुई। रिपोर्ट्स के मुताबिक, अचानक पहाड़ से नीचे मलबा आज जाने की वजह बाण गंंगा के पास यात्री फंस गए।
इस घटना के बाद वैष्णो देवी प्रशासन तुरंत हरकत में आया और पिट्ठू व श्राइन बोर्ड के कर्मचारियों और पुलिस के सहयोग से यात्रियों को सुरक्षित रूप से बाहर निकाला। इस समय ट्रैक से मलबा हटाने का काम किया जा रहा है।
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हिमाचल को बारिश से नुकसान
न्यूज एजेंसी पीटीआई द्वारा दी गई जानकारी के अनुसार, हिमाचल प्रदेश में मूसलाधार बारिश के कारण हुए भूस्खलन से एक नवविवाहित दंपति की मौत हो गई। राज्य में भारी बारिश के कारण 471 सड़कें अवरुद्ध हैं और स्कूलों को बंद कर दिया गया है। IMD ने शिमला, कांगड़ा, चंबा, सिरमौर और मंडी सहित राज्य के 12 जिलों में से पांच में बहुत भारी से बेहद भारी बारिश का ‘रेड अलर्ट’ जारी किया है।
हिमाचल में कितनी बारिश?
हिमाचल प्रदेश के कई हिस्सों में रविवार रात से ही भारी बारिश हो रही है। कांगड़ा में सबसे ज्यादा 147.4 मिमी बारिश हुई, उसके बाद नगरोटा सूरियां (127.4 मिमी), चुवाड़ी (118.3 मिमी), मंडी (112.4 मिमी), जोगिंदरनगर (100 मिमी), नाहन (95.7 मिमी) और पंडोह (86 मिमी) आदि में बारिश हुई।
अब तक 72 की मौत- 20 जून को मानसून की शुरुआत के बाद से हिमाचल प्रदेश में बारिश से संबंधित घटनाओं में 72 लोगों की मौत हो गई है और 34 लापता हैं। विभाग ने बताया कि हिमाचल प्रदेश में इस मानसून में 34 बार अचानक बाढ़, 22 बार बादल फटने और 21 बार भूस्खलन की घटनाएं हुई हैं, जिससे लगभग 1,235 करोड़ रुपये का नुकसान हुआ है।