Uttarakhand Tunnel Rescue : उत्तराखंड के उत्तरकाशी में सुरंग में फंसे 41 मजदूरों को बाहर निकालने की कोशिश जारी है। पीएम के प्रधान सचिव ने सुरंग में फंसे मजदूरों से बात की है। फिलहाल ऑगर मशीन खराब हो जाने के बाद चिंता काफी बढ़ गई थी लेकिन काम एक बार फिर शुरू हुआ है। इस सुरंग में पिछले 15 दिनों से 41 मजदूर फंसे हुए हैं। जानकारी के मुताबिक खुदाई के लिए 6 रैट माइनर्स की एक टीम को भी बुलाया गया है। यह रास्ता बनाने के लिए चूहों की तरह काम करते हैं और मलबे को बाहर निकालते हैं। अधिकारियों का कहना है कि अब बचाव दल फंसे हुए मजदूरों तक पहुंचने के लिए बचे हुए मलबे को मैन्युअल रूप से खोदने की योजना बना रहे हैं। कहा यह भी जा रहा है की सुरंग में 36 मीटर वर्टिकल ड्रिलिंग का काम पूरा शुरू हो चुका है। बचावकर्मियों को मलबे में से ड्रिल करके मज़दूरों तक रास्ता बनाने की कोशिश में कई अड़चनों का सामना करना पड़ रहा है।
#WATCH | On Silkyara tunnel rescue, Mahmood Ahmad, MD- National Highways & Infrastructure Development Corp Ltd says, "We are working on multiple options simultaneously. We should not see this as vertical drilling vs horizontal drilling. Our aim is to rescue the men." pic.twitter.com/y9gEUWAMMM
— ANI (@ANI) November 27, 2023
उत्तराखंड सरकार के सचिव डॉ नीरज खैरवाल ने मीडिया को बताया कि ऑगर मशीन के हिस्सों को सुरंग से काट-काटकर निकाल लिया गया है। उन्होंने बताया कि यह काम सुबह चार बजे काम पूरा हुआ है। उन्होंने कहा कि ऑगर मशीन का हेड अभी भी अंदर फंसा हुआ है… उसके लिए पाइप को भी काटा गया है।
VIDEO | Uttarkashi tunnel collapse UPDATE: "The auger machine, which was stuck during horizontal drilling, has been pulled out. However, its head is still inside, for which the pipe too has been cut," says Dr Neeraj Khairwal, Secretary at Uttarakhand government.
— Press Trust of India (@PTI_News) November 27, 2023
(Full video is… pic.twitter.com/RaQ7vicZOR
PM के प्रिंसिपल सेक्रेटरी डॉ. पीके मिश्रा ने सिल्कयारा टनल में फंसे मजदूरों से बात की। उन्होंने सुरंग के बाहर मौजूद मजदूरों के परिजनों से भी बात की। इसके अलावा उन्होंने मजदूरों को भेजे जा रहे फूड आइट्स की बारे में भी पता किया।
#WATCH | Uttarkashi (Uttarakhand) tunnel rescue | Principal Secretary to PM, Dr PK Mishra visited the Silkyara tunnel and communicated with the workers trapped there. He also spoke with the families of the trapped workers. He also took a report of the food items being sent to the… pic.twitter.com/VaZ0HmoaPa
— ANI (@ANI) November 27, 2023
रोबोटिक्स एक्सपर्ट मिलिंद राज ने बताया कि वो घटना स्थल पर सुरंग में फंसे 41 मजदूरों के मेंटल स्वास्थ्य के लिए हूं। यह टेक्नोलॉजी भारत में ही डेवलप की गई है। हम चौबीसों घंटे मजदूरों की हेल्थ का ख्याल रख सकते हैं। उन्हें इंटरनेट सर्विस भी प्रदान की जाएगी।
#WATCH | Uttarkashi (Uttarakhand) tunnel rescue | Robotics expert Milind Raj says, "I am here for the mental well-being of the 41 workers stuck in the Silkyara tunnel. This is a homegrown indigenous technology…We have systems to monitor the health of workers round the clock.… pic.twitter.com/gaWtUWNzxL
— ANI (@ANI) November 27, 2023
सिलक्यारा में बचाव कार्यों की देखरेख कर रहे BRO के पूर्व महानिदेशक हरपाल सिंह ने मंगलवार को बताया कि अब तक 31 मीटर वर्टिकल ड्रिलिंग की जा चुकी है। इसके तहत 1.2 मीटर व्यास के पाइपों को वर्टिकल तरीके से सुरंग के टॉप से नीचे की ओर डाला जाएगा। अधिकारियों ने रविवार को बताया था कि सुरंग में फंसे श्रमिकों तक पहुंचने के लिए कुल 86 मीटर लंबवत ड्रिलिंग की जाएगी और इसमें चार दिन का समय लगेगा।
निर्माणाधीन सिलक्यारा-बड़कोट सुरंग में फंसे 41 श्रमिकों को बाहर निकालने के लिए सुरंग के ऊपर से की जा रही वर्टिकल ड्रिलिंग 31 मीटर तक पहुंच चुकी है। Horizontal ड्रिलिंग कर रही ऑगर मशीन के टूटने के बाद वैकल्पिक रास्ता तैयार करने के लिए रविवार को सुरंग के ऊपर से वर्किकल ड्रिलिंग शुरू की गयी थी।
अंतर्राष्ट्रीय टनलिंग विशेषज्ञ अर्नोल्ड डिक्स ने कहा है कि काम तेजी से जारी है और जल्द ही कामयाबी हासिल कर ली जाएगी। हम प्रगति कर रहे हैं। उन्होंने कहा, “मुझे टीम पर बहुत गर्व महसूस हो रहा है… मैन्युअल ड्रिलिंग शुरू की जाएगी और यह सुरक्षित है।
#WATCH | Uttarkashi (Uttarakhand) tunnel rescue | International Tunneling Expert, Arnold Dix says, "We're making progress. I'm feeling very proud of the team with the progress we are making…It has not yet started (manual drilling). It will be started as soon as it's safe." pic.twitter.com/ZofzGEUG0R
— ANI (@ANI) November 27, 2023
केंद्रीय मंत्री जनरल वीके सिंह (सेवानिवृत्त) सिल्कयारा सुरंग स्थल पर पहुंचे हैं जहां फंसे मजदूरों को बाहर निकालने के लिए बचाव अभियान चल रहा है।
#WATCH | Uttarkashi (Uttarakhand) tunnel rescue | Union Minister General VK Singh (Retd) arrives at the Silkyara tunnel site where the rescue operation is underway to bring out the trapped workers. pic.twitter.com/tf2iD1GKPu
— ANI (@ANI) November 27, 2023
बीआरओ के डीजी लेफ्टिनेंट जनरल हरपाल सिंह (रिटायर्ड) का कहना है कि मौजूदा स्थिति में जो ऑगर मशीन फंसी थी, उसे हटा दिया गया है। क्षतिग्रस्त पाइप का 1.5 मीटर हिस्सा था। इसके हटाए जाने के बाद अब काम बहुत अच्छे तरीके से शुरू किया जा चुका है।
#WATCH | Uttarkashi Tunnel Rescue | On removal of the 1-2 meters damaged pipe, Former Engineer-In-Chief and BRO DG Lieutenant General Harpal Singh (Retd) says, "In the current situation, the Auger machine that was stuck has been removed. Efforts are underway to remove the 1.5… pic.twitter.com/QvzhUvxpfJ
— ANI (@ANI) November 27, 2023
बचाव अभियान को लेकर अब जानकारी सामने आ रही है कि ऑगर मशीन का सारा मलबा हटा दिया गया। मैन्युअल ड्रिलिंग संभवत 3 घंटे के बाद शुरू होगी। माइक्रो टनलिंग विशेषज्ञ क्रिस कूपर ने कहा कि हमें 9 मीटर हाथ से सुरंग बनाने का काम करना है। यह जमीन पर तय होता है कि यह कितना आसान होगा।
#WATCH | Uttarkashi (Uttarakhand) tunnel rescue | Micro tunnelling expert Chris Cooper says, "… All the debris (of the Auger machine) removed…(Manual drilling) will probably start after 3 hours…We have 9 meters of hand tunnelling to do. It really depends on how the ground… pic.twitter.com/ORRGlMovbH
— ANI (@ANI) November 27, 2023
प्रधानमंत्री कार्यालय (पीएमओ) के उप सचिव मंगेश घिल्डियाल सिल्कयारा टनल बचाव स्थल पर पहुंचे।
#WATCH उत्तरकाशी(उत्तराखंड) सुरंग बचाव | प्रधानमंत्री कार्यालय (पीएमओ) के उप सचिव मंगेश घिल्डियाल सिल्कयारा टनल बचाव स्थल पर पहुंचे। pic.twitter.com/CDAiYreHK1
— ANI_HindiNews (@AHindinews) November 27, 2023
बचाव अभियान की निगरानी के लिए सुरंग स्थल पर ड्रोन कैमरे तैनात किए गए हैं। इसके जरिए बचाव अभियान की हर तरह से निगरानी की जाएगी।
#WATCH | Uttarkashi Tunnel Rescue | Former advisor of PMO Bhaskar Khulbe and Deputy Secretary of PMO Mangesh Ghildiyal arrive at the Silkyara Tunnel rescue site pic.twitter.com/o2RXFARUX3
— ANI (@ANI) November 27, 2023
पुजारी दिनेश प्रसाद कहते हैं, “फंसे हुए मजदूरों के सुरक्षित बचाव के लिए प्रार्थना की जा रही है। आज दोपहर 2.30 बजे यहां हवन पूजा का आयोजन किया जाएगा।
#WATCH | Uttarkashi (Uttarakhand) tunnel rescue | Priest Dinesh Prasad says, "Prayers are being offered for the safe rescue of the trapped workers. Havan puja will be organized here today at 2.30 pm. We will worship our 'Isht Devta' today…" pic.twitter.com/J20F8KrqYT
— ANI (@ANI) November 27, 2023
फंसे हुए मजदूरों तक पहुंचने के लिए 86 मीटर की ड्रिलिंग चार दिनों के भीतर होने की संभावना है। यह जानकारी एनएचआईडीसीएल प्रबंध निदेशक ने दी है। निदेशक महमूद अहमद ने पीटीआई-भाषा को बताया कि सिल्कयारा-बारकोट सुरंग में फंसे श्रमिकों तक पहुंचने के लिए आवश्यक लगभग 86 मीटर ऊर्ध्वाधर ड्रिलिंग चार दिनों में पूरी होने की संभावना है। अहमद ने कहा, ‘अभी तक हमें किसी बाधा का सामना नहीं करना पड़ा है और उम्मीद है कि हमें आगे किसी बाधा का सामना नहीं करना पड़ेगा।’
WATCH : सुरंग के बाहर सुबह के दृश्य जहां 12 नवंबर को यहां फंसे 41 मजदूरों को बचाने के लिए ऑपरेशन चल रहा है।
#WATCH | Uttarkashi, Uttarakhand tunnel rescue | Morning visuals outside the tunnel where operation is underway to rescue the 41 workers who got trapped here on 12th November. pic.twitter.com/jwUBPCvmhz
— ANI (@ANI) November 27, 2023