Uttarakhand Tunnel Rescue: उत्तराखंड की सिलक्यारा सुरंग में फंसे 41 श्रमिकों को बाहर निकालने के लिए चलाया जा रहा रेस्क्यू ऑपरेशन लगभग पूरा गया है। वर्टिकल ड्रिलिंग का काम लगभग पूरा हो गया है। NDRF-SDRF की टीम सुरंग के अंदर दाखिल हो गयी है। दो एंबुलेंस भी सिल्कयारा सुरंग के अंदर ले जायी गयी हैं। सोमवार को मलबे को ‘रैट होल माइनिंग’ विशेषज्ञ मौके पर पहुंचे थे। चारधाम यात्रा मार्ग पर बन रही इस सुरंग के अवरूद्ध हिस्से में बचे 10-12 मीटर के मलबे को साफ करने में ‘रैट होल माइनिंग’ के इन विशेषज्ञों की मदद ली गयी। इससे पहले सुरंग में हॉरिजॉन्टल ड्रिलिंग कर रही ऑगर मशीन के शुक्रवार को मलबे में फंस जाने के बाद बचाव दलों ने वैकल्पिक रास्ता बनाने के लिए रविवार से वर्टिकल ड्रिलिंग शुरू की थी। मैन्युअल ड्रिलिंग करते हुए पाइप को पुश किया गया था।
सिल्कयारा सुरंग बचाव अभियान से जुड़े पल-पल के अपडेट्स के लिए पढ़ें jansatta.com।
उत्तरकाशी सुरंग हादसे में बचाव अभियान अभी भी जारी है। सुरंग के अंदर मैन्युअल ड्रिलिंग जारी है और पाइप को धकेलने के लिए ऑगर मशीन का उपयोग किया जा रहा है। अब तक करीब 2 मीटर मैन्युअल ड्रिलिंग का काम पूरा हो चुका है।
#WATCH उत्तराखंड: उत्तरकाशी सुरंग हादसे में बचाव अभियान अभी भी जारी है जहां 41 श्रमिक फंसे हुए हैं।
— ANI_HindiNews (@AHindinews) November 28, 2023
सुरंग के अंदर मैनुअल ड्रिलिंग जारी है और पाइप को धकेलने के लिए ऑगर मशीन का उपयोग किया जा रहा है। अब तक करीब 2 मीटर मैनुअल ड्रिलिंग का काम पूरा हो चुका है। pic.twitter.com/QHOf5ljmSG
माइक्रो टनलिंग विशेषज्ञ क्रिस कूपर ने बताया, “कल रात रेस्क्यू बहुत अच्छा हुआ। हम 50 मीटर पार कर चुके हैं। अब लगभग 5-6 मीटर जाना बाकी है। कल रात हमारे सामने कोई बाधा नहीं थी। यह बहुत अच्छा और सकारात्मक लग रहा है।”
#WATCH | Uttarkashi (Uttarakhand) tunnel rescue | Micro tunnelling expert Chris Cooper says, "…It went very well last night. We have crossed 50 metres. It's now about 5-6 metres to go…We didn't have any obstacles last night. It is looking very positive…" pic.twitter.com/HQssam4YUs
— ANI (@ANI) November 28, 2023
सिल्कयारा सुरंग में 41 श्रमिकों को बचाने का अभियान जारी है। सुरंग के अंदर मैन्युअल ड्रिलिंग चल रही है। पाइप को पुश करने के लिए ऑगर मशीन का उपयोग किया जा रहा है। अब तक करीब 2 मीटर मैन्युअल ड्रिलिंग का काम पूरा हो चुका है।
#WATCH | Uttarkashi (Uttarakhand) tunnel rescue | Visuals from the Silkyara tunnel where the operation to rescue 41 workers is ongoing.
— ANI (@ANI) November 28, 2023
First visuals of manual drilling ongoing inside the rescue tunnel. Auger machine is being used for pushing the pipe. So far about 2 meters of… pic.twitter.com/kXNbItQSQR
श्रमिकों को बाहर निकालने के लिए तीसरी कार्ययोजना पर भी काम हो रहा है। तीसरी कार्ययोजना का इस्तेमाल तब किया जाएगा जब टनल में डाले गए पाइप पुश करने का प्रयास सफल नहीं होगा तो रैट माइनर्स सुरंग में एक से डेढ़ मीटर की मैन्युअल ड्रिलिंग करेंगे। इसके बाद इस स्थान पर एक विशेष सीमेंटिंग स्प्रे किया जाएगा ताकि यहां से मलबा नीचे न गिरे। फिर ड्रिफ्ट बनाने के लिए बाहर पाइप को 10 से 12 इंच के तीन लंबवत टुकडों में काट कर पाइप के भीतर काम कर रहे कार्मिकों तक भेजा जाएगा, जो इन्हें एंगल वेल्ड कर पाइप के अग्रिम सिरे में जोड़ेंगे।