उत्तराखंड के पिथौरागढ़ में स्थित धारचूला के विधायक हरीश धामी गुरुवार को चिमड़ियागाड़ नाले में गिर कर बहने से बाल-बाल बच गए। विधायक फिसलकर नाले में गिर पड़े थे। बाढ़ के पानी की वजह से इस नाले का बहाव काफी तेज था। ऐसे में हरीश संतुलन ही नहीं बना पाए और करीब 10 मीटर तक बहते चले गए। इस घटना में धामी को काफी चोटें आईं। हालांकि, उनके साथ चल रहे पार्टी कार्यकर्ताओं और समर्थकों ने उन्हें काफी कोशिशों के बाद बहने से रोक लिया। बाद में उन्हें सेना के जवानों ने प्राथमिक उपचार दिया।

गौरतलब है कि उत्तराखंड के कई इलाकों में पिछले दिनों में भारी बारिश हुई है। इनमें बंगापानी तहसील के मेतली, बगीचागांव, लुम्ती, जारा जिबली और मोरी गांव शामिल हैं। दो दिन पहले ही मोरी गांव में भारी बारिश से बाढ़ जैसी स्थिति पैदा हो गई थी। बताया गया है कि हरीश धामी गुरुवार को इसी गांव से आपदा पीड़ितों की समस्याएं सुनकर लौट रहे थे। इस दौरान रास्ते में चिमड़ियागाड़ नाले को पार करने के दौरान तेज बहाव में वे फिसल कर गिर गए। बाद में उन्हें निकालकर सही-सलामत रवाना कर दिया गया।

उत्तराखंड में भारी बारिश का कहर, राहत-बचाव कार्य में जुटीं सेना-एसडीआरएफ की टीमें
उत्तराखंड में पिछले कुछ दिनों से भारी बारिश के चलते हालात बेहद खराब हैं। यहां कई गांवों में बाढ़ की स्थिति है। जानकारी के मुताबिक, बारिश की वजह से कई गावों में मलबा लोगों के घरों में घुस गया है। ऐसे में लोग घर के बाहर खेतों में रहने के लिए मजबूर हैं। ऐसे में सेना और स्टेट डिजास्टर रिस्पॉन्स फोर्स (एसडीआरएफ) की टीमें गांववालों के लिए राहत और बचाव कार्य में जुटी हैं। हालांकि, रास्ते में पड़ने वाले नदी, नालों और जर्जर पुल से गांववालों को निकाल कर सुरक्षित स्थान पर पहुंचाना ही अभी काफी खतरनाक है।