उत्तर प्रदेश के गोसाइगंज में एक बड़ा हादसा हुआ है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की फ्लीट में सबसे आगे चलने वाली एंटी डेमो गाड़ी पलट गई है। इस हादसे में पांच पुलिसकर्मी और 11 अन्य लोग घायल बताए जा रहे हैं। जानकारी मिली है कि सीएम योगी आदित्यना उस समय वहां पर मौजूद नहीं थे जब ये हादसा हुआ। उन्हें कुछ देर पहले ही उनके स्थान पर छोड़ा जा चुका था।

इस हादसे को लेकर ज्वाइंट CP लॉ एंड ऑर्डर उपेन्द्र कुमार अग्रवाल ने कहा कि यह करीब की घटना है… मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की फ्लीट की सुरक्षा के लिए जिला पुलिस की गाड़ियां चलती है जिसमें इंटरसेप्टर और एंटी डेमो की गाड़ियां चलती हैं… स्थानीय लोगों से पूछताछ में पता चला कि सड़क पर एक कुत्ता आ गया था, इंटरसेप्टर की गाड़ी उसे पार कर गई और पीछे की गाड़ियों को भी सूचित किया गया लेकिन उसके पीछे एक एंटी-डेमो गाड़ी थी जो इसके कारण असंतुलित हो गई और अन्य गाड़ी से टकरा गई। घटना में 5 पुलिसकर्मी और 6 सिविलियन घायल हुए हैं, उन्हें अलग-अलग अस्पतालों में भर्ती कराया गया है। घटना में कोई हताहत नहीं हुआ है।

अभी तक सीएम योगी द्वारा इस हादसे पर कोई प्रतिक्रिया नहीं दी गई है। लेकिन उनकी फ्लीट की गाड़ी का यूं हादसे का शिकार होना प्रशासन को परेशान कर गया है। सभी के मन में सवाल है कि आखिर सुरक्षा को और ज्यादा कैसे मुस्तैद किया जाए। सोचने वाली बात ये भी है कि अगर सीएम योगी उस समय काफिले के साथ होते ये हादसा कितना बड़ा बन जाता।

अभी के लिए इस मामले की जांच की जा रही है। वैसे इससे पहले भी देश में मुख्यमंत्रियों के काफिले का एक्सीडेंट हुआ है। 2022 में तो पीएम मोदी की सुरक्षा में ही चूक का मामला सामने आ गया था। विरोध कर रहे किसानों ने उनकी गाड़ी बीच हाइवे पर रोक दिया था।