अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने दावा किया है कि चार्ली कर्क के हत्यारे को पकड़ लिया गया है। उन्होंने यह जानकारी फॉक्स न्यूज को दी। अमेरिका में यूटा वैली यूनिवर्सिटी के परिसर में बुधवार को आयोजित कार्यक्रम के दौरान कर्क की गोली मारकर हत्या कर दी गई थी। यह घटना उस समय हुई जब कर्क एक बहस में हिस्सा ले रहे थे।
न्यूयॉर्क पोस्ट के अनुसार चार्ली कर्क की हत्या करने वाला 22 वर्षीय टायलर रॉबिन्सन है और वह यूटा का रहने वाला है। यूटा के पिता ने उसे पुलिस के हवाले कर दिया।
ट्रंप के करीबी चार्ली कर्क की हत्या, यूनिवर्सिटी डिबेट के दौरान हमलावर ने मारी गोली
हत्या में इस्तेमाल राइफल बरामद
एफबीआई ने चार्ली कर्क की मौत के मामले में एक संदिग्ध का वीडियो जारी किया था। जांच कर रहे अफसरों ने कर्क की हत्या में इस्तेमाल किया गया हथियार भी बरामद कर लिया है। एफबीआई ने बताया था कि हत्या में इस्तेमाल किया गया हथियार एक हाई पावर्ड बोल्ट-एक्शन राइफल है।
कर्क अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के करीबी सहयोगियों में से एक थे और उन्होंने 47वें राष्ट्रपति चुनाव के दौरान रिपब्लिकन पार्टी के लिए जमकर प्रचार किया था।
कौन थे चार्ली कर्क?
31 साल के कर्क कम उम्र में ही राजनीति में सक्रिय हो गए थे। 2012 में जब वह हाई स्कूल में थे, उन्होंने ब्रेइटबार्ट न्यूज़ के लिए एक लेख लिखकर स्कूल की किताबों में पक्षपात का आरोप लगाया था। स्कूल के दिनों में भी वे राजनीति में सक्रिय थे और काफी छोटे-छोटे मुद्दों पर बहस करते थे।
कर्क ने बीच में ही कॉलेज छोड़ दिया और राजनीति में शामिल हो गए। 2012 में उन्होंने टर्निंग प्वाइंट यूएसए नाम का संगठन बनाया। 18 साल की उम्र में कर्क युवा कंज़र्वेटिव्स का चेहरा बन गए। 2019 में उन्होंने The Charlie Kirk Show शुरू किया और यह Apple पर सबसे ज्यादा देखे जाने वाले कार्यक्रमों में से एक है। इस दौरान X पर उनके 5.2 मिलियन और TikTok पर 73 मिलियन फॉलोअर्स हो गए।
कर्क के द्वारा की जाने वाली “Prove me wrong” बहसें अक्सर TikTok और इंस्टाग्राम पर वायरल होती थीं। चुनाव के दौरान वह डोनाल्ड ट्रंप के सबसे करीबी सहयोगियों में से एक बन गए।