अमेरिका के कई सांसद इस बात को लेकर चिंतित हैं कि न तो भारत सरकार की ऊंची-ऊंची बातें और न ही अमेरिका के साथ द्विपक्षीय बातचीत भारत में किसी प्रकार के बड़े आर्थिक सुधार को आगे बढ़ाने में कामयाब रही हैं। यह बात यूएस कांग्रेस की रिसर्च विंग की रिपोर्ट में कही गई है।

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कांग्रेसनल रिसर्च सर्विस ने भारत के बारे में अपनी एक रिपोर्ट में कहा है, ‘मोदी सरकार के दो साल हो गए। कई अमेरिकी नीति निर्माता तथा संबद्ध पक्ष इस बात को लेकर चिंतित हैं कि न तो भारत सरकार की ऊंची-ऊंची बातों से और न ही अमेरिका के साथ द्विपक्षीय वार्ताओं से भारत में कोई बड़ा आर्थिक सुधार आगे बढ़ा है।’

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लेकिन कुछ लोग ऐसे भी है जिनकी दलील है कि सुधार की गाड़ी आगे बढ़ी है। छह जून को जारी रिपोर्ट में भारत सरकार के आर्थिक उपायों की आलोचना की गई है, वहीं भारत-अमेरिका रक्षा सहयोग को लेकर उम्मीद जताई गई हैं। इसमें कहा गया है, ‘भारत के प्रतिद्वंद्वी पाकिस्तान के अमेरिका के सैन्य गठजोड़ के बावजूद अमेरिका-भारत रक्षा सहयोग 21वीं सदी में बढ़ा है।’

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सीआरएस एक स्वतंत्र और अमेरिकी संसद की ज्वाइंट रिसर्च विंग है। यह सांसदों के लिए उनकी सोच के विषयों पर रिसर्च रिपोर्ट तैयार करती रहती है ताकि वे अपने फैसले सोच समझकर लें। यह अमेरिकी संसद का कोई विचार नहीं है।

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