उत्तर प्रदेश के संभल जिले में रविवार (24 नवंबर) की सुबह पथराव और वाहनों में आगजनी के बाद पैदा हुआ तनाव अब थमने लगा है। बाज़ार खुलने लगे हैं और आम लोग बाहर निकलने लगे हैं। इस हिंसा में 4 लोगों की मौत हुई है। यह सब तब हुआ जब दूसरी मर्तबा शाही जामा मस्जिद का सर्वे करने के लिए कोर्ट के आदेश के बाद एक टीम चंदौसी पहुंची थी। एक स्थानीय अदालत ने सर्वे का आदेश दिया था। पुलिस लगातार हालात पर नज़र बनाए हुए है।
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक पुलिस ने अब तक 25 लोगों को गिरफ्तार किया है। संभल में पुलिस और प्रशासन ड्रोन की मदद से सुरक्षा पर नजर रख रहा है। पथराव की घटना में कथित रूप से शामिल तीन लोगों को गिरफ्तार कर उनके हथियार जब्त कर लिए गए हैं। इस मामले पर राजनीतिक प्रतिक्रियाएं लगातार सामने आ रही हैं। यहां जानिए कुछ बड़ी बातें।
- संभल से समाजवादी पार्टी के विधायक नवाब इकबाल महमूद ने कहा है कि कल जुमा है और शाही जामा मस्जिद सर्वे की रिपोर्ट कोर्ट में भी पेश की जाएगी। कल नमाज शांतिपूर्वक अदा की जाएगी। मैंने सभी से अपील की है कि वे अपने इलाके की मस्जिदों में नमाज अदा करें। खासकर शाही जामा मस्जिद में आने की कोई जरूरत नहीं है। शाही जामा मस्जिद में भी नमाज़ होगी।
- समाजवादी पार्टी की सांसद डिंपल यादव ने कहा कि हम चाहते हैं कि संभल की घटना पर लोकसभा में चर्चा हो। हमें स्पीकर ने भरोसा दिलाया है कि वे इस पर चर्चा करवाएंगे। यूपी पुलिस किस तरह लोगों को परेशान कर रही है और बरगला रही है, इसका पूरा खाका तैयार है। हम कह रहे हैं कि यह सब सुनियोजित तरीके से किया गया है।
- आज संभल पुलिस ने फ्लैग मार्च किया। संभल के एडिशनल एसपी श्रीशचंद ने बताया कि हमने सुरक्षा व्यवस्था को मजबूत किया है और फोर्स तैनात की गई है। हम सभी कार्यक्रमों को सुरक्षित तरीके से आयोजित करने के लिए प्रतिबद्ध हैं। हिंसा का कोई संकेत नहीं है और हर महत्वपूर्ण बिंदु पर पुलिस बल तैनात है। कल (शाही जामा मस्जिद में) नमाज अदा की जाएगी।
- संभल हिंसा पर विपक्ष द्वारा दिए गए बयान पर यूपी के डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य ने कहा कि सपा उपचुनाव में अपनी हार का बदला प्रदेश का माहौल खराब करके लेना चाह रही है। इसका खामियाजा उन्हें भुगतना पड़ेगा। चाहे उनका सांसद, विधायक या पदाधिकारी इसमें शामिल हो। सपा गुंडों, अपराधियों, माफियाओं, दंगाइयों, भ्रष्टाचारियों का गिरोह है। उन्हें यह समझ लेना चाहिए कि जो भी कानून को अपने हाथ में लेने की कोशिश करेगा, कानून उसके खिलाफ कार्रवाई करेगा।
- आज़ाद समाज पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष चंद्रशेखर आज़ाद कहते हैं ने कहा कि संभल, ज्ञानवापी, अजमेर, ये सभी नाटक महंगाई, बेरोजगारी, भोजन, शिक्षा, स्वास्थ्य, महिला सुरक्षा और किसानों जैसे प्रमुख मुद्दों से सभी को भटकाने के लिए किए जा रहे हैं। ताकि सत्ता में बैठे लोग सुचारू रूप से सरकार चला सकें क्योंकि इन मुद्दों पर कोई सवाल नहीं होगा।