उत्तर प्रदेश के मंत्री शिवपाल सिंह यादव ने अपने कैबिनेट सहयोगी आजम खान की तुलना सर सैयद अहमद खान से करते हुए कहा कि जौहर विश्वविद्यालय की स्थापना करने की दिशा में किए गए प्रयासों के लिए आजम खान को भी याद किया जाएगा ।
यादव ने जौहर विश्वविद्यालय स्थापित करने की दिशा में आजम के प्रयासों की प्रशंसा करते हुए कहा कि उन्होंने (आजम ने) सर सैयद अहमद के दिखाए मार्ग का अनुसरण किया ।

सर सैयद अहमद ने अलीगढ़ मुस्लिम युनिवर्सिटी की स्थापना की थी और उन्हीं की तरह आजम का नाम भी याद किया जाएगा । जौहर स्मृति दिवस समारोह में मुख्य अतिथि के तौर पर उपस्थित यादव ने शुक्रवार को कहा, ‘हमने आजम खां साहेब के सभी निर्देशों का पालन किया और अब भी कर रहे हैं । हम भविष्य में भी ऐसा ही करते रहेंगे ।’

जौहर विश्वविद्यालय के आजीवन कुलाधिपति आजम खां ने ‘याद ए जौहर’ के अवसर पर आजादी की लड़ाई में मुसलमानों द्वारा किए बलिदानों को याद दिलाया और दावा किया कि जलियांवाला बाग नरसंहार में शहीद हुए चालीस प्रतिशत लोग मुसलमान थे। उन्होंने कहा हम ही (मुसलमान ही) थे जिन्होंने करगिल का युद्ध जीता था । हम समाज में एक सम्माननीय दर्जा पाने की अपेक्षा रखते हैं लेकिन किसी को कैसा महसूस होगा यदि उसे दाऊद इब्राहिम की श्रेणी में रख दिया जाए ।

आजम ने अमेरिका के राष्ट्रपति बराक ओबामा की आलोचना करते हुए कहा ,‘हमें इस बात पर हमेशा शर्म महसूस होगी कि ओबामा ने अपने नाम में से हुसैन शब्द हटा दिया।’ उन्होंने कहा कि शपथ ग्रहण समारोह के बाद बराक हुसैन ओबामा केवल बराक ओबामा बन गए । ओबामा ‘हुसैन’ शब्द को अपने नाम में सलामत नहीं रख पाए जिससे मुसलमानों की भावनाओं को बेहद आघात पहुंचा ।