पीएम नरेंद्र मोदी ने आज उत्तर प्रदेश के महोबा जिले से ‘प्रधानमंत्री उज्ज्वला योजना’ के दूसरे चरण की शुरुआत की। ऑनलाइन आयोजित इस कार्यक्रम में बटन दबाकर योजना की शुरुआत की गई। यूपी सीएम योगी आदित्यनाथ महोबा जिले में इस कार्यक्रम में शामिल हुए। उन्‍होंने 10 लाभार्थियों को प्रमाण पत्र भी प्रदान किए।

उज्ज्वला योजना’ के प्रथम चरण में उत्तर प्रदेश के गरीब परिवारों को कुल एक करोड़ 47 लाख 43 हजार 862 एलपीजी कनेक्शन मुफ्त उपलब्ध कराए गए हैं। उज्ज्वला योजना के पहले चरण में छूटे हुए और योजना के दायरे में नहीं आने वाले गरीब परिवारों को प्रधानमंत्री उज्ज्वला योजना के दूसरे चरण में लाभ मिलेगा। इस दौरान पीएम ने उज्जवला योजना के लाभार्थियों से बात भी की। पीएम ने बताया कि महिलाओं को चूल्हे के धुंए से बचाकर उनके स्वास्थ्य को बेहतर बनाने, एलपीजी को बढ़ावा देने के लिए ये योजना तैयार की गई थी।

मोदी ने मंगलवार को पूर्ववर्ती सरकारों पर निशाना साधते हुए कहा कि पिछले साढ़े सात दशक की प्रगति को देखकर ऐसा लगता है कि कुछ हालात ऐसे भी थे जिन्हें दशकों पहले बदला जा सकता था। उन्होंने कहा-हम आजादी के 75वें वर्ष में प्रवेश करने वाले हैं। ऐसे में बीते साढ़े सात दशकों की प्रगति को हम देखते हैं तो पाते हैं कि कुछ स्थितियां ऐसी थी जिनको कई दशकों पहले बदला जा सकता था।

उन्होंने कहा-घर, बिजली, पानी, शौचालय, रसोई गैस, सड़क, अस्पताल और स्कूल जैसी अनेक मूल आवश्यकताएं हैं, जिनकी पूर्ति के लिए दशकों का इंतजार देशवासियों को करना पड़ा। यह दुखद है। इसका सबसे ज्यादा नुकसान किसी ने उठाया है तो हमारी माताओं और बहनों ने उठाया है। खासकर गरीब माताओं और बहनों को मुसीबत झेलनी पड़ी है।

गौरतलब है कि 1 मई 2016 को उत्तर प्रदेश के बलिया जिले से उज्जवला योजना के पहले चरण की शुरुआत की गई थी। इसके तहत 5 करोड़ गरीब परिवार की महिलाओं को गैस कनेक्शन बांटने का लक्ष्य रखा गया था। अप्रैल 2018 में सरकार ने योजना के लाभार्थियों का दायरा बढ़ाते हुए 7 और कैटेगरी की महिलाओं को भी योजना में शामिल किया था। इसके बाद लाभार्थियों की संख्या बढ़कर 8 करोड़ हो गई। सरकार ने इस साल योजना के तहत 1 करोड़ अतिरिक्त LPG कनेक्शन के लिए भी फंड जारी किया था। ये अतिरिक्त कनेक्शन उन गरीब परिवारों को दिए जाने हैं, जो उज्जवला योजना के पहले चरण में शामिल नहीं हो सके थे।

दूसरे चरण में मुफ्त मिलेगा गैस चूल्हा

उज्जवला के पहले चरण में सरकार LPG कनेक्शन के लिए 1600 रुपए (डिपॉजिट मनी) की आर्थिक सहायता देती थी। इस योजना के तहत गैस कनेक्शन पाने वाले परिवार स्टोव और सिलेंडर के लिए बिना ब्याज के लोन भी ले सकते थे। दूसरे चरण में LPG कनेक्शन के अलावा पहले सिलेंडर की रीफिलिंग भी फ्री होगी। इसके अलावा गैस चूल्हा भी मुफ्त में दिया जाएगा।

दूसरे चरण में नियमों को सरल किया गया है। केवाईसी के लिए किसी नोटरी या हलफनामे की जरूरत नहीं होगी। साथ ही दूसरी जगह पर रह रहे लोगों के पास अगर निवासी प्रमाण पत्र नहीं है, तो उन्हें सेल्फ डिक्लेरेशन का ऑप्शन भी मिलेगा। नौकरीशुदा लोगों और प्रवासी मजदूरों को इस कदम से बड़ी राहत मिलेगी।

योजना के तहत 18 साल से ज्यादा उम्र की महिलाओं को इसका लाभ मिलेगा। एससी, एसटी, प्रधानमंत्री आवास योजना (ग्रामीण), अति पिछड़ा वर्ग (एमबीसी), अंत्योदय अन्न योजना (एएवाई), चाय और पूर्व-चाय बागान जनजाति, वन निवासी, 14-सूत्रीय घोषणा के अनुसार SECC परिवारों या आइलैंड और रिवर आइलैंड में रहने वाले लोग इसके दायरे में हैं। शर्त ये है कि घर में किसी भी कंपनी का कोई दूसरा गैस कनेक्शन नहीं होना चाहिए।

इसके लिए ये हैं जरूरी दस्तावेज

असम और मेघालय को छोड़कर बाकी सभी राज्यों के लिए eKYC होना जरूरी है। पहचान और पते के प्रमाण के लिए आधार कार्ड। (असम और मेघालय के लिए जरूरी नहीं)
राशन कार्ड या ऐसा डॉक्युमेंट जिसमें परिवार के सदस्यों के नाम हो। लाभार्थी और परिवार के व्यस्क सदस्यों का आधार कार्ड। बैंक अकाउंट नंबर और IFSC। पासपोर्ट साइज फोटो। आधार कार्ड में दूसरी जगह का पता होने पर आप वोटर कार्ड, ड्राइविंग लाइसेंस, बैंक स्टेटमेंट, राशन कार्ड, बिजली/ टेलीफोन बिल (पिछले 3 महीने तक का), पानी बिल, फ्लैट अलॉटमेंट/पजेशन लेटर, LIC पॉलिसी, हाउस रजिस्ट्रेशन डॉक्युमेंट, लीज एग्रीमेंट का इस्तेमाल भी एड्रेस प्रूफ के तौर पर दे सकते हैं।

इस तरह किया जा सकता है आवेदन

https://www.pmuy.gov.in/ujjwala2.html वेबसाइट ओपन करें। यहां आपको 3 अलग-अलग गैस कंपनियों इंडेन, एचपी और भारत गैस का ऑप्शन दिखेगा। एक कंपनी के सामने Apply पर क्लिक करें। क्लिक करने के बाद आप एक कंपनी की वेबसाइट पर रिडायरेक्ट कर दिए जाएंगे। यहां पूरी डिटेल भरें। सभी डॉक्युमेंट्स ओरिजिनल होना चाहिए।