उत्तर प्रदेश में 9 सीटों को लेकर होने जा रहे उपचुनाव से पहले उपमुख्यमंत्री और बीजेपी के बड़े नेता केशव प्रसाद मौर्य ने अहम बयान दिया है। केशव प्रसाद मौर्य ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के ‘एक रहेंगे तो सेफ रहेंगे’ और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के ‘बंटेंगे तो कटेंगे’ के नारे को एकता का आह्वान बताया है। उन्होंने सवाल उठाया है कि आखिर विपक्ष के पेट में इस नारे को लेकर दर्द क्यों हो रहा है?
उत्तर प्रदेश में 9 सीटों पर 20 नवंबर को वोटिंग होगी और 23 नवंबर को चुनाव के नतीजे जाएंगे।
बताना होगा कि न सिर्फ उत्तर प्रदेश के उपचुनाव में बल्कि महाराष्ट्र और झारखंड के विधानसभा चुनाव में भी ‘बंटेंगे तो कटेंगे’ के नारे की काफी चर्चा हुई है। टीवी चैनलों पर होने वाली बहस में भी इस नारे का काफी शोर सुनाई दे रहा है।
दूसरी ओर, समाजवादी पार्टी और कांग्रेस ने इस नारे को बांटने वाला बताया है। पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने कहा है कि यह इतिहास का सबसे खराब नारा है। विपक्ष का कहना है कि यह नारा पूरी तरह सांप्रदायिक है।
Ek rahenge toh safe rahenge: बड़ा सवाल- PM मोदी ने ‘एक रहेंगे तो सेफ रहेंगे’ का नारा क्यों दिया है?
केशव प्रसाद मौर्य ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के ‘एक रहेंगे तो सेफ रहेंगे’ और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के ‘बंटेंगे तो कटेंगे’ के नारे को लेकर ट्वीट करते हुए कहा है कि यह दोनों ही नारे हम सभी कार्यकर्ताओं की एकजुटता और संकल्प का प्रतीक हैं। उन्होंने कहा है कि बीजेपी में ना तो कभी मतभेद था, ना है और ना ही होगा।
उत्तर प्रदेश में पार्टी के अध्यक्ष रहे और बड़े चेहरों में शुमार केशव ने कहा कि यह नारे उन जैसे करोड़ों कार्यकर्ताओं के दिल की आवाज है। उन्होंने सवाल उठाया है कि सपा, बसपा और कांग्रेस को आखिर इस एकजुटता से पेट में दर्द क्यों हो रहा है। अगर उन्हें यह दर्द बर्दाश्त नहीं हो रहा है तो वह इलाज करवाएं और दवा लें।
बताना होगा कि लोकसभा चुनाव में बीजेपी और एनडीए गठबंधन के खराब प्रदर्शन के बाद इस उपचुनाव में बीजेपी सभी 9 सीटों पर जीत दर्ज करना चाहती है लेकिन उसे सपा की ओर से कड़ी चुनौती का सामना करना पड़ रहा है। इसे देखते हुए ही बीजेपी ने आक्रामक हिंदुत्व की पिच पर बैटिंग करनी शुरू की है और ‘एक रहेंगे तो सेफ रहेंगे’ और ‘बंटेंगे तो कटेंगे’ का नारा दिया है।