UP Government Mahakumbh 2025 invitation: उत्तर प्रदेश के उपमुख्यमंत्री ब्रजेश पाठक ने रविवार को मुंबई में महाराष्ट्र के राज्यपाल सीपी राधाकृष्णन और मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस से मुलाकात की। इस दौरान उन्होंने दोनों नेताओं को प्रयागराज में 2025 में आयोजित होने वाले महाकुंभ में शामिल होने का औपचारिक निमंत्रण दिया। पाठक ने कहा कि महाकुंभ, जो हर 6 साल में आयोजित होता है, इस बार 13 जनवरी से 26 फरवरी तक चलेगा।
आध्यात्मिकता और संस्कृति का निमंत्रण
ब्रजेश पाठक ने संवाददाताओं को बताया, “मैं महाराष्ट्र के लोगों को भी इस पवित्र आयोजन में शामिल होने का निमंत्रण देने आया हूं। महाकुंभ का अनुभव आध्यात्मिकता और भारतीय संस्कृति को नजदीक से जानने का अनोखा अवसर प्रदान करता है।”
महाकुंभ के लिए व्यापक तैयारियां
उपमुख्यमंत्री ने बताया कि महाकुंभ के दौरान देश-विदेश से आने वाले लाखों श्रद्धालुओं की सुरक्षा और सुविधा को प्राथमिकता दी जा रही है। उन्होंने कहा, “प्रयागराज शहर के प्रवेश द्वारों और महाकुंभ स्थलों पर सुरक्षा जांच की व्यवस्था की गई है। कई भारतीय भाषाओं में घोषणाएं की जाएंगी ताकि आगंतुकों को कोई असुविधा न हो।”
यह भी पढ़ें: – Prayagraj Maha Kumbh 2025: महाकुंभ में तेलंगाना और आंध्र प्रदेश के नेताओं को न्योता, विश्व के सबसे बड़े मेले में जुटेंगे कई सीएम
महाकुंभ स्थल के पास 100 बिस्तरों वाला अस्पताल भी स्थापित किया गया है, जहां विशेषज्ञ डॉक्टरों और पैरामेडिकल स्टाफ की तैनाती होगी। आपातकालीन स्वास्थ्य सेवाओं की उपलब्धता सुनिश्चित करने के लिए विशेष व्यवस्थाएं की गई हैं।
अन्य राज्यों के नेताओं को भी निमंत्रण
इससे पहले उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य और सिद्धार्थनाथ सिंह ने तेलंगाना और आंध्र प्रदेश के नेताओं से मुलाकात की। मौर्य ने तेलंगाना के मुख्यमंत्री ए. रेवंत रेड्डी और राज्यपाल जिष्णु देव वर्मा को आमंत्रित किया। उन्होंने आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री एन. चंद्र बाबू नायडू से भी विजयवाड़ा में भेंट कर महाकुंभ में भाग लेने का अनुरोध किया।
महाकुंभ 2025 के लिए विभिन्न राज्यों में चल रहे इस निमंत्रण अभियान का उद्देश्य राष्ट्रीय और सांस्कृतिक एकता को मजबूत करना है। उत्तर प्रदेश सरकार का यह प्रयास देश के सभी राज्यों को महाकुंभ की पवित्रता और भव्यता से जोड़ने की दिशा में महत्वपूर्ण कदम है।
प्रयागराज में अगले महीने जनवरी से शुरू होने जा रहे महाकुंभ 2025 को अद्वितीय और ऐतिहासिक बनाने में कोई चूक नहीं रखी जा रही है। यह न सिर्फ एक साधारण मेला है, बल्कि हिंदू धर्म के सबसे पवित्र और विशाल त्योहारों में से एक है, जो विश्वभर से लाखों श्रद्धालुओं को आकर्षित करता है। महाकुंभ के दौरान एक विशेष उपहार विदेशी मेहमानों को दिया जाएगा, जो भारतीय संस्कृति और धार्मिकता का अनमोल प्रतीक बनेगा। पढ़ें पूरी खबर..