उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने झारखंड विधानसभा चुनाव में प्रचार के दौरान कहा कि जिस तरह बांग्लादेशियों और रोहिंग्याओं की घुसपैठ झारखंड के अंदर करवाई जा रही है और इसी तरह डेमोग्राफी चेंज होगी तो आज ये लोग आपकी यात्रा रोक रहे हैं आने वाले समय में घरों के अंदर आपको घंटी और शंख भी नहीं बजाने देंगे। उन्होंने मंगलवार को झारखंड के कोडरमा और हजारीबाग में चुनावी जनसभाओं को संबोधित किया।
योगी ने राज्य की हेमंत सोरेन सरकार के एक पूर्व मंत्री की तुलना मुगल शासक औरंगजेब से की। योगी ने कहा कि एक आलमगीर आलम औरंगजेब था जिसने हमारे देश को लूटा था और मंदिरों को तोड़ा था और एक झारखंड की सरकार में मंत्री आलमगीर आलम थे जिसने यहां के गरीबों को लूटा है। योगी आदित्यनाथ ने कहा कि आलमगीर आलम और उसके रिश्तेदारों के घर से बड़ी मात्रा में नोटों की गड्डियां मिली थी।
झारखंड के विधानसभा चुनाव के लिए पहले चरण का मतदान होने में कुछ ही दिन बाकी हैं। पहले चरण का मतदान 13 और दूसरे चरण का मतदान 20 नवंबर को होना है। राज्य में विधानसभा की 81 सीटें हैं और इन सभी सीटों पर चुनाव के नतीजे 23 नवंबर को आएंगे।
योगी आदित्यनाथ ने कहा कि विकास और सुशासन के लिए डबल इंजन की सरकार जरूरी है और इसीलिए हरियाणा की जनता ने वहां फिर से बीजेपी की सरकार बनाई है। बताना होगा कि बीजेपी ने हरियाणा में अकेले दम पर बहुमत हासिल किया है।
छापेमारी में मिला था करोड़ों रुपये कैश
याद दिलाना होगा कि इस साल मई में हेमंत सोरेन सरकार के तत्कालीन मंत्री आलमगीर आलम को ईडी ने गिरफ्तार कर लिया था। ईडी ने आलमगीर आलम और उनके निजी सचिव संजय लाल और जहांगीर अंसारी के ठिकानों पर छापेमारी करके करीब 37 करोड़ रुपए कैश बरामद किया था। इसके बाद इन सभी लोगों से ईडी ने कई घंटे तक पूछताछ की थी और सभी को गिरफ्तार कर लिया गया था।
बरामद किए गए नोटों को गिनने के लिए ईडी की ओर से मशीनें भी लाई गई थी। इसकी तस्वीरें सोशल मीडिया पर भी वायरल हुई थी। पूछताछ में यह सामने आया था कि ग्रामीण विकास विभाग जिसके आलमगीर आलम मंत्री थे, उसमें बड़े पैमाने पर भ्रष्टाचार हुआ था। राज्य सरकार के मंत्री के ठिकानों से इतनी बड़ी मात्रा में नकदी मिलने के बाद झारखंड की सियासत में काफी हंगामा हुआ था।
जेल में बंद हैं आलमगीर आलम
आलमगीर आलम पाकुड़ विधानसभा क्षेत्र से चार बार कांग्रेस के टिकट पर चुनाव जीत चुके हैं। आलमगीर आलम इन दिनों जेल में हैं और कांग्रेस ने इस चुनाव में उनकी पत्नी निशत आलम को पाकुड़ विधानसभा सीट से उम्मीदवार बनाया है।
झारखंड में बीजेपी ने ऑल झारखंड स्टूडेंट्स यूनियन (आजसू) के साथ गठबंधन किया है और अपने सहयोगी दलों जेडीयू और लोक जनशक्ति पार्टी (रामविलास) को भी हिस्सेदारी दी है। दूसरी ओर, झामुमो अपने सहयोगी दलों- कांग्रेस, आरजेडी और वाम दलों के साथ चुनाव लड़ रही है और फिर से सरकार बनाने का दावा कर रही है।
बटेंगे तो कटेंगे के बयान को लेकर घमासान
योगी आदित्यनाथ के द्वारा दिए गए बटेंगे तो कटेंगे के नारे को लेकर पहले से ही देशभर की सियासत में घमासान चल रहा है। उत्तर प्रदेश में विधानसभा की 9 सीटों के लिए उपचुनाव हो रहे हैं और उसमें भी यह नारा काफी चर्चा में सुनाई दिया है। पिछले दिनों सपा और बीजेपी के बीच उत्तर प्रदेश में इसे लेकर काफी पोस्टर वार हो चुका है। इसके अलावा बटेंगे तो कटेंगे नारे के पोस्टर चुनावी राज्य महाराष्ट्र में भी लग चुके हैं।