पंजाब में प्रधानमंत्री मोदी का काफिला रुकने और प्रदर्शनकारियों के बवाल के बाद अब आरोप प्रत्यारोप का दौर तेज हो गया है। बता दें कि सुरक्षा व्यवस्था में चूक को लेकर ANI ने सरकारी सूत्रों के हवाले से जानकारी दी कि राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने इस मामले में चिंता व्यक्त की है। वहीं गुरुवार को पंजाब सरकार ने इस चूक की जांच के लिए एक उच्च स्तरीय कमेटी का गठन किया है।
इसके अलावा पंजाब भाजपा ने राज्य के राज्यपाल से मुलाकात करके मांग की है कि इस मामले में गृह मंत्री और DGP को तुरंत बर्खास्त किया जाए। वहीं केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी और राज्यसभा सांसद सुधांशु त्रिवेदी ने कांग्रेस पर हमला बोलते हुए कहा कि यह रवैया अक्षम्य है। त्रिवेदी ने कहा कि यह कांग्रेस की बौखलाहट है।
वहीं बसपा सुप्रीमो मायावती ने ट्वीट कर घटना की जांच की मांग की है। बसपा सुप्रीमो मायावती ने ट्वीट करते हुए लिखा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के अभी हाल के पंजाब दौरे के दौरान जो सुरक्षा चूक हुई है वह अति-चिन्तनीय। इस घटना को पूरी गंभीरता से लेकर इसकी उच्च-स्तरीय निष्पक्ष जांच जरूरी है ताकि इसके लिए दोषियों को उचित सजा मिल सके तथा आगे फिर ऐसी घटना की पुनरावृति न हो। पंजाब आदि राज्यों में होने वालेे विधानसभा आम चुनाव के मद्देनजर इस घटना को लेकर जो राजनीतिक खींचतान, आरोप-प्रत्यारोप व राजनीति की जा रही है वह भी उचित नहीं, जबकि घटना के सम्बंध में राजनीति को विराम देकर इसकी गंभीरता के अनुरूप निष्पक्ष जांच होने देना ही उचित।
यूपी में बड़ी रैलियों पर रोक लगा सकता है चुनाव आयोग
सूत्रों के मुताबिक अगले सप्ताह में विधानसभा चुनावों की तारीखों का ऐलान हो सकता है। साथ ही चुनाव आयोग कुछ सख्त कदम भी उठा सकता है। कोरोना की भयानक स्थिति को देखते हुए चुनाव आयोग बड़ी रैलियों पर रोक लगाने का फैसला ले सकता है।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के विधानसभा चुनाव लड़ने को लेकर अभी कोई आधिकारिक घोषणा नहीं हुई है लेकिन कई तरह की अटकलें लगाई जा रही हैं। इसी बीच मथुरा की सांसद हेमा मालिनी ने कहा कि अगर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ मथुरा से चुनाव लड़ते हैं तो हमारी हिम्मत बढ़ जाएगी।
प्रधानमंत्री के काफिले के रूट में आने वाले किसानों को लेकर छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने कहा कि मेघालय के राज्यपाल सत्यपाल मलिक ने जो बातें कही हैं। उन्होंने कहा कि मेरे लिए थोड़े ही मरे हैं ये लोग। 500 लोग मेरे लिए नहीं मरे हैं। भारतीय जनता पार्टी के मन में किसानों के प्रति क्या भावना है? वो स्पष्ट है। क्या जो किसान वहां बैठे थे, उन पर गोली चला दी जाए? उनके सिर फोड़ दिए जाएं क्योंकि प्रधानमंत्री को अपने कार्यक्रम में जाना है। आपकी मानसिकता वही है कि किसान आपकी नज़र में कुछ भी नहीं है।
राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने कहा कि पंजाब के मुख्यमंत्री खुद कह रहे हैं कि आप मामले की जांच करवा लीजिए। इस घटना को लेकर कांग्रेस को लपेट रहे हैं और एक पार्टी को बदनाम कर रहे हैं क्योंकि 5 राज्यों में चुनाव है। कांग्रेस के खून में भी अहिंसा की भावना है और BJP-RSS के खून में हिंसा की भावना है।
कांग्रेस सांसद मनीष तिवारी ने पंजाब में प्रधानमंत्री मोदी की “सुरक्षा में हुई चूक” को लेकर कहा कि इस मामले में राजनीति नहीं होनी चाहिए और इस पूरे मामले की जांच उच्च न्यायालय के एक वर्तमान न्यायाधीश के जरिये होनी चाहिए ताकि सही तथ्य सामने आ सके।
मल्लिकार्जुन खड़गे ने कहा कि हर कोई PM का सम्मान करता है। आपको रोड के रास्ते जाने के लिए किसने कहा था? क्या आपने राज्य सरकार से इस बारे में बात की थी। रोड पर लोग आए, पंजाब सरकार नियंत्रण नहीं कर पाई, कुछ ग़लतफ़हमी हुई। वापस चले जाना बेहतर होता, राज्य सरकार पर आरोप लगाना ठीक नहीं।
रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने कहा, कल हमारे प्रधानमंत्री पंजाब गए थे जहां कांग्रेस की सरकार है। क्या आप कल्पना कर सकते हैं कि भारत का प्रधानमंत्री जाता हो और उसकी सुरक्षा में चूक हो जाए। हम भी मुख्यमंत्री रहे हैं लेकिन ऐसी घिनौनी राजनीति हमने ज़िंदगी में कभी स्वीकार नहीं की।
छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने कहा कि पंजाब की कांग्रेस सरकार को बदनाम करने के लिए ये षड्यंत्र रचा गया, चुनी हुई सरकार को बदनाम करके कैसे अपदस्थ किया जा सके इसके लिए सारी योजनाएं बनाई गईं। कुर्सियां खाली थीं तो वहां जा क्यों रहे थे?
उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री जी को इतना नीचे नहीं गिरना चाहिए था, इतना नीचे आकर बयान नहीं देना चाहिए था कि जान बच गई। राजनीतिक लाभ के लिए इस तरह से बयान दिया, ये बहुत दुर्भाग्यपूर्ण है।
राष्ट्रपति राम नाथ कोविंद ने राष्ट्रपति भवन में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मुलाकात की और बुधवार को पंजाब में उनकी सुरक्षा में हुई चूक को लेकर जानकारी ली। इस संबंध में राष्ट्रपति ने गंभीर चूक पर चिंता व्यक्त की।
एम. वेंकैया नायडू ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की पंजाब यात्रा के दौरान उनकी सुरक्षा में हुई गंभीर चूक पर आज प्रधानमंत्री से बात की। उन्होंने इस चूक पर गंभीर चिंता व्यक्त करते हुए कहा कि सुरक्षा प्रोटोकॉल का कड़ाई से पालन सुनिश्चित करने के लिए कठोर कदम उठाए जाएं जिससे भविष्य में दोबारा इस प्रकार की चूक न हो।
सरकारी सूत्रों का कहना है कि पंजाब यात्रा के दौरान पीएम मोदी की सुरक्षा में हुई चूक को लेकर राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने चिंता व्यक्त की है। प्रधानमंत्री जल्द ही राष्ट्रपति से मुलाकात करेंगे।
प्रधानमंत्री की सुरक्षा में चूक का मामला अब सुप्रीम कोर्ट पहुंच चुका है। इस मामले में कल होगी सर्वोच्च अदालत में सुनवाई होगी। बता दें कि वरिष्ठ वकील मनिंदर सिंह ने इस मामले को CJI के सामने रखा और घटना पर रिपोर्ट लेने और पंजाब सरकार को दोषियों पर कार्रवाई का निर्देश देने की मांग की।
पंजाब BJP अध्यक्ष अश्विनी शर्मा ने कहा आज BJP का एक प्रतिनिधिमंडल राज्यपाल से मिलकर आया है। कल PM के पंजाब दौरे के दौरान सुरक्षा के साथ जिस तरह से खिलवाड़ हुआ उसके लिए पार्टी ने अपनी चिंता प्रकट की है। हमने राज्यपाल से मुलाकात कर मांग की है कि गृह मंत्री और DGP को तुरंत बर्खास्त किया जाए।
दिल्ली के स्वास्थ्य मंत्री सत्येंद्र जैन ने कहा कि देश की राजधानी होते हुए दिल्ली ने सबसे पहले सबसे ज़्यादा प्रतिबंध लगा दिए हैं, ऐसा लगता नहीं है कि अभी लॉकडाउन की जरूरत है।
सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक आज केंद्रीय गृह सचिव अजय भल्ला देश में कोविड-19 के बढ़ते मामलों पर समीक्षा बैठक करेंगे।
कोरोना के बढ़ते मामलों के बीच केंद्रीय स्वास्थ्य सचिव राजेश भूषण देश में COVID-19 की स्थिति पर चुनाव आयोग के अधिकारियों को जानकारी देने के लिए चुनाव आयोग के कार्यालय पहुंचे।
पंजाब सरकार ने जानकारी दी है कि प्रधानमंत्री के फिरोजपुर दौरे के दौरान हुई चूक की जांच के लिए उच्च स्तरीय कमेटी का गठन किया गया है। समिति में न्यायमूर्ति (सेवानिवृत्त) मेहताब सिंह गिल, प्रमुख सचिव (गृह मामलों) और न्यायमूर्ति अनुराग वर्मा शामिल होंगे। यह कमेटी 3 दिन में अपनी रिपोर्ट पेश करेगी।
बता दें कि जहां एक तरफ इस साल पांच राज्यों में विधानसभा चुनाव होने हैं। वहीं देश में ओमिक्रोन के मामलों में भी वृद्धि देखी जा रही है। बता दें कि अब इसकी कुल संख्या बढ़कर 2,630 हो गई है। वहीं महाराष्ट्र और दिल्ली में ओमिक्रोन के सबसे ज़्यादा 797 और 465 मामले पाये गये हैं।
चुनावी राज्यों में बढ़ते कोरोना मामलों को देखते हुए स्वास्थ्य मंत्रालय की चुनाव आयोग के साथ आज अहम बैठक होगी।