यूनीटेक मामले में दोनों प्रमोटर्स को जमानत देने से मना कर दिया गया है। पटियाला हाउस कोर्ट ने दोनों को 20 अप्रैल तक के लिए न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया है। रियल स्टेट कंपनी यूनीटेक को संजय चंद्रा और उनके भाई अजय चंद्रा चलाते हैं। दोनों भाईयों को 1 अप्रैल को गिरफ्तार किया गया था। संजय चंद्रा यूनीटेक के मैनेजिंग डायरेक्टर हैं। दोनों भाईयों पर ग्रेटर नोएडा स्थित फ्लैट्स के खरीदारों को ठगने का आरोप है। इन रेजिडेंशियल फ्लैट को खरीदने वाले ग्राहकों ने आरोप लगाया कि कंपनी समय पर प्रजोक्ट पूरा करने में नाकाम रही है और कंपनी ने ब्याज समेत पैसे भी नहीं लौटाए हैं।
इस प्रॉजेक्ट में निवेशकों को अप्रैल 2008 में ही फ्लैट आवंटित किए गए थे, लेकिन कंपनी समय से पोजेशन देने में नाकाम रही। यहां तक कि अभी तक अपनी निर्धारित समयसीमा के 8 साल बाद भी लोगों को पजेशन नहीं मिल पाया है। दिल्ली पुलिस ने यूनिटेक बायर्स की शिकायत पर पहले ही संजय चंद्रा के खिलाफ एफआईआर दर्ज की थी। पुलिस के मुताबिक, संजय चंद्रा ने खरीदारों के पैसों को किसी मुखौटा कंपनी (शेल कंपनी) में निवेश कर दिया है। उन पर आरोप लगे हैं कि उन्होंने गलत तरीके से पैसा विदेश में भेजा।