भारत आने वाले विदेशी महिला पर्यटकों को स्कर्ट न पहनने का सुझाव देने वाले केन्द्रीय मंत्री महेश शर्मा ने सफाई दी है। उन्होंने कहा कि वह सिर्फ धार्मिक स्थानों की बात कर रहे थे और ऐसा उन्होंने ‘चिंता’ की वजह से कहा। सोमवार को रिपोर्टर्स से बात करते हुए उन्होंने कहा, ”मैं दो बेटियों का पिता हूं। मैं कभी किसी महिला को यह नहीं बताऊंगा कि वे क्या पहनें और क्या नहीं। अतिथि देवो भव हमारी संस्कृति है। इस तरह का प्रतिबंध कल्पना से परे है, लेकिन सावधान रहना कोई अपराध नहीं है। विभिन्न देश समय-समय पर एडवायजरी जारी करते हैं, लेकिन मैंने कभी नहीं कहा कि मैं किसी का पहनावा बदलने जा रहा हूं।” डॉ. शर्मा के बयान पर कांग्रेस नेता मनीष तिवारी ने चुटकी लेते हुए कहा था कि अगर शर्मा का बस चले तो भारत में सभी महिलाएं सिर्फ ‘बुर्का’ पहनें नजर आएं।
रविवार को आगरा में केन्द्र सरकार द्वारा मशहूर स्थानों पर टूरिस्ट्स की सुरक्षा के लिए उठाए जा रहे कदमों की जानकारी देते हुए शर्मा की जुबान फिसल गई थी। उन्होंने भारत आने वाले पर्यटकों को क्या करना चाहिए और क्या नहीं, इसके बारे में बताया। शर्मा ने कहा कि हम एयरपोर्ट पर टूरिस्ट्स को वेलकम किट दे रहे हैं। इसमें टूरिस्ट्स को रात में अकेले बाहर न निकलने और स्कर्ट नहीं पहनने को कहा जा रहा है। उन्होंने कहा, ”उनकी खुद की सुरक्षा के लिए, विदेशी महिला पर्यटकों को स्कर्ट या छोटे कपड़े नहीं पहनने चाहिए। भारतीय संस्कृति पश्चिमी संस्कृति से अलग है। विदेश महिला पर्यटकों को रात में अकेले निकलने से भी बचना चाहिए।” शर्मा के मुताबिक, बुकलेट में यह सब इंस्ट्रक्शंस विदेशी पर्यटकों को दिए जाएंगे।
